X



トップページパン(仮)
48コメント197KB
うぐいすパンって最近見かけないけどオワコンなの?
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています
0002名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/09/12(水) 21:46:20.73ID:aqbjwjCW
>>1
うぐいすパンも箸にも棒にもかからない37歳無職おっさんに粘着されて気の毒だな
0004名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/09/13(木) 06:52:27.58ID:JjCrny2m
-_---_---___--_---_-_-_--__---_-_____-__-__----_-_--_-____-__---__-_-__--___
--_---_--_--__----_--_-_--_-_____--__-__-___-__----_-___-_-_---_-_____-_--__
--_-----___-__-_-_-____-_-----__-_-___-__-___---___-_--_--_---__--___-_---__
-_--__--_--_----___--_----_----__-_-_-_____--__-----__-_-_-_-_____-___-__-__
---____-_-_-____--__--__-_____-_-__--_--__--__----_----_--__--_-_--_-__-_--_
_---___---__-_----_-____-----__--_-_-__-___----__-___-_-_____-_----__--_--__
_-_--_--______-_--___-----_----_-__-_----_-_-__--___-_-_____-____--_-_---_--
--__----_------__-_-_-_----__-__-_____---__-----____-_______--___-_---__--__
---_-_-___-_--__--__--_---___--_-__--__-__---________--_---__----_-_____----
--____-__--_----_-__----_--_-_____--_-_--_----_-__---__-_-__-___--_-__-___-_
-__-_--__-__---_---__-_-_-_--_--_--_______-____-___-_-_---___---__----__----
__-__---__---____-___-----__--___-_-_---_-_--___-__---____---_-_---_--____--
---_--____---__-_-_---__-__---__----_----_--_______--__-___-----___-__-___-_
----______---__---_----_----__----___________-__-_--_--_--____------____--__
--___---_____-__-__--___--_--_------_-_-_-__-_-_-_--__-_---___--__-_-_--__-_
___-_-__-___--_-_---__--_______-_----_-__---__---__----__---_-__----_____---
--_--_---_________--_-__-__--_--___--___---_-__----_---_-__---_-___-_-__-_--
____-___-_-__--____---_-___-__--_------_-----_-_--_-__--___-__---_-__--_-_-_
_---_-__------_-_____-_--_-_---____--__--__--_---_-____--__--__--__-_-_-__-_
---__-______-_--_-_-_____-_-__--___-__--___--____--_-_-------_-----__-__----
-___--_---_-_-______-___-__--_----_-_-----_--__-____-_-_-_----___-_-_--__--_
_--_-__--_--_---__--_-___---_____----____---_-___--_-__---_------__-__-_____
----_--__-_-----_-______--_-_-----_____--_------_____---______-___-___-_---_
_----_--__----__--__--__--_---__-_-_-___-_-_____-__------_--_-__-___--____-_
_--_-__--__-_--_--__--_-___-_-____----_--__-_---_----___----_____-_-_--_-___
--______-_____-__--_--__--_--__-__--_--_-___------__-----_--_-__-__-__--_-_-
_--_-_____--_-_--___--_-__---__---___---___-__-_---_----__-____--_--__--__--
--___-----_-_-__---_---___--________-_____--__-__-_-_-----___-_------___-_--
___--__-_--_---___--__----_-____--_-__-__--___----_-_-_-_---_-___-___--_-_--
---_-----__--_-_--___---__-____----_-_--__-__-_---_-____---__-_-____--___-__
-_-_-____-_----_---__-______-__-_-__--_-__--____------__--_--_-__--_-__-_---
___--___---_---_____-___---___----____---_______---_---____---_-__-_--------
-----______--__-___--_-__--__--____-_--_--_-_-__-__-----_--__--_-_-_-__-__--
_-_------_-_____--_-_------_-___-_--_----_---___-___---____-----________-___
----__--_----_-___-__----__--______--_-___--__----__----_-___-_----______-__
_-______-----_-_-__----_---_-___-___----______-_--__-_--_-_-------_---______
-______-__--_-__--__---_-_------__--___--__-__---_--_--__---_-___--_-_-___-_
__-_--_---___--_---____-_---__-__-_-____-_--__-_--___-___-__-_------_--_-_--
_--_---__-__---_----___--_--_-_-___-__-__----__-_-_-_-____-___------___-_-__
-_-__-----_-_-_-__---_____--_____-__--__--_-___-_------__---_---_--_-_-_____
----____-_-__-__--_-___--------_--___-_-__---__-___--___--__-_-_-__-___----_
___-__--__-___--_-_-__---_--_-_-__-_------_--_-__--__--_-_------_____-___-__
-____--_---__-_-___-_--__--_--__---__--_---__-__----_-_-_--__-_-__-_-_-__-__
-__----_--__-__-_--__---_---___-__-_--_-_--____-___-_____----_-__-------____
__----__-___-_-_-_--_-___---__----_-__--_--___---__--___-_-__---__-----_____
----__-___-___---____-_--_---___-__---_-___----______-_---_---_-_---_-__-__-
___--____-___--_-__--_____----_---_-_--______----__-_-_---_-_-__-__-----_---
--_----__-__-___-__--_-_-__--_---_--_-_-_-_______------_-__--__-__-_-_-_--__
_-_-___-_-__--_-__--____--___-_-_-_--_----_-__--_--_-_---_--_-_-_-_--_-_-___
___-_-_---____-_-____---_-----_--__-____----___-_-__-___-_-----_-__-_---__--
0005名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/09/13(木) 07:38:01.42ID:aDYJrgYj
ヤマザキ
0006名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/09/21(金) 20:17:36.23ID:1x8ppRX+
味はずんだに似ているの?
0007名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/09/22(土) 17:51:56.95ID:0hx/pQOO
>>1のお陰でうぐいすパン見つけたよ。
明日食べるね。
0008名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/10/01(月) 18:17:33.86ID:cHRl0tcb
普通に売ってるよ
また買っちゃった
100円(´・ω・`)
アンパンもクリームパンもジャムパンも100円
0010名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/11/01(木) 07:46:39.72ID:Y6UIPIQy
-----____-_-_-___--_-_-__-______-----_--______-_----_---__-__--__-_-_---__--
-_--__-__---_---___-_-_---_----_---__-_---_-_-___-____-_--_-_-_-_-_-_-______
__-___-____--_-_-----___---__-_-_-_-------__----__-_______-----_-__--__--___
-_-__--__--_--_____-_-__----_-_------_-_---___________-----__-_--_-__----___
_--_____----_--____---__--_-___-_-__-___--_-_--_-_____-----_-_-----___----__
-_---_--_---_------_-__-__-__--------________-__--_-_____-_--_-_-____--__-__
-_-__-___--_--___-_----__--_____----_---_---_-_______-_---_---_-_-__-___--_-
_-_---____-____-____-__--_-----__-------___--_-_-__----_-_-______------_-___
_--_---____---_---_---___--_-__--_-__-_--_____--_-_-_-____-__-__----_--_-__-
___---_-___-_--_-_----____------__-_---___-_-________-_-_-__---_---__--__---
----_-_-_-_-__-_-__-_-__---_--____---___--_---__-_-_---____---____--_-_--___
___-----_--_--__-__-__-_-_____-_---__---_-__-------__-_-_-_-_--____-_-__-_-_
--___----_-__--___-_-__-_--_____---__--___-____----_-_---_-_-_--__-----_-___
--__---__--_--__---__----_-_-___---_____-__--__--_--_--__--_-_-_--__-_-_____
__-__--____-__---_-___-_-_---_-__---_---__--_--____---_-___----_-__-___----_
___-_-__---__-------___-_-_-_-----___-_-_-__--_--_-__---__-_--____-___---___
__-_-___-------_---__---______-_--____--_-_-__-__--_---__-_-_------_____-_-_
__-__---_--_--__-__--_-___---____------_-__-_------__---_--_____--_______--_
-_______-_-_-__-__--_-_--__-----__-----_-_--_-_-__-__---_--_----__-_____--__
---___-_----___-_______--_--_-_-____--_____----_-_-----______--_--_-__------
__--_-_____-__--_____---_--__-_---_-__-____-_-_-_-_-_---_-__--_------_-_--_-
--_---_-___-_--___--___--__-_---_-__---_-__--_-__-_-__-__-____--_-_--_-_---_
_-_---_____---_-__-_-_-__--_-_-__-_---_--_-_____-__-___-_--_-_--_--_--_---_-
__--__---__--___-_---__-----_--__---_-__----____--_-___-_-____-___-__-----__
-__--_--_-__-_-_---___-_--___-_-_----____---___----_-----_____--_-_-_-___-__
-___--___-_----_-__-_---_------_-____-__-_--_____-_--_-_--_-_--_----__-_____
__---______---___-_--_--_--_-_-_---___--_--_____-_-----__-_--_-_---___-_--__
_---_--_--_-_---___-_----_____---___-_-_-----_-_-____---___--___---___-_-___
_--_----__-___-_--_--_-_-_---___-___-_-____-__-_-------__-_-_---_-__-_-__-__
-____-_--_--_-__-___---_--_____-__-_-----_-___--_---_-__---_--____--_---_-__
---____-___-__-__-_--___-__-_-_---_-_---____-____--_---_-_----_--___-__-----
___-_-___-_-_--_-----__--_-___-_--_-_--_-_--__-_--__-__-_-___-__-------_-___
_-__---____-_-_--_--__-__-__---___-___-___----__-__-_-_-_-_------__--_---_-_
--_--_____-__-_---___-_--_____-_--_-_-__----__-___-_-_----_-__-_-___--_-----
-__--__--_-_____-----__-_--___-____-_-__-__-___-__------_---_--__-_-_--_--_-
____--___-___--_--__-___--_---__---_-____--_-_-_-_---_-__--_-__---____------
_-_-_------_-___-__-_-__--_--_-_--_-_-_-__---__-_____-_--___---____---__--_-
_-__-__-_-__--_-__-__--------_-__-_-_-__-_-___-____-----__---_--_--_--___-__
_-___--_--_--____--_---_----__-__-_--__--_--_____-_--___-_--__--_--_-_---___
_-------_---_--_-__----_--__--__-_-_-________--_--__--__--__---__-_____--___
_--__---_------__-_-_-_-_--_-__-_--__-___--_-__--_--____-_-----_--_____-____
-___---_--__-_--____-__------_---_-___-_-_-__-__-__-----____---____-_--_--__
--__--__--_--_________----_-___--_-_-__------_--_______--___-----_-_-_--__--
_--_--__--__--__--_--__--_________---_---__-___--___--___-_----_--_--__-_---
____-_--_--__-_-_-____-----____--_---__-__-_____-__--__--_----_--___--_-----
--___---__--__---__-_-_--_-___-_-___-----__-_---_-_---__--_-_-_-____-_-__-__
--___---_-----_____-_--_-__--___-____-___--___----_-___-_-_-__-_----__-_----
__-__--_-____-_---__-___-___-_-___-_-___-_---__-----------___---_----___--__
--__-____-_-_-__--_-__-_-__--_-_-____--_-_-_-__--------__--__---_--___--_-__
_-_-__-_-_-__-__--_-__---_----_-__---____--_--_--__-----_--_-_____--___-_-__
0011名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/11/18(日) 16:51:59.39ID:ZZuEZTrt
うぐいす餡の金つばなら最近食べた。
0013名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/11/22(木) 08:14:26.19ID:HzqwNT5a
--_---_---_-_______--_-_---__-_---_-___--__-_---___-_-__-_-_----_-______---_
--_--________--_----_--___-_---___----_-_---_--__-__---_-__-_-____----___-__
---_____-_-__--_-_--__-__-_--_--_____------__-_----__-_-__--_--__-__--_-___-
-_---_----__-_-_-__-_-_--__-_-_-_----_-__-_-_--_-____--__--_____--_-__-__-_-
__-_-____---__-__---_____----_--__-__-__---_--___-_---___--_-____-----__----
_____------____----____--___-___-__--_---__-_-_-___--_-_---_______----------
_-_-__-____------_-___---_--_--____----__--_-_-__--___--_---_-_-_-_____--_-_
------_----_-_--_--_-___-_____-__-__--_--_--_-_-__-__--__-_-__-____-_-_--_-_
___-__-_-_--_--__-_--------_-_--_--_-_____---_-__-_____-_----_-_____--_-_--_
___---_-_--____-__-_--_____-_------___--___-_--___-_--__--_-_-_-_----__--_--
---_----____-_____---__---_-_--___----___-_-_---_--__-__-___----____-__-_--_
-----__--___-__------_-___---_-_--_-_--_______--__--_-_-___--_-____-__--_-_-
_-_-_-__--_--__----____-__--___-_-_----_---_--____-_--_______-__---__---_---
--_-_-____-_---__----_-_--_-__-----___-__-____----_-_-_-__-______-___---_---
_---_-_--_--_-__-__--____-__-_-__-_-__-__----_-__----_-___----_-----____-___
_--__---_----_--_----_-_-_-___-_____-_-___----__----___--_____---_--____-_-_
_-_----_-____-_---_---_--____-_--__--_---_--_-__---_____-____-__-__-__-_----
-__---_--____-_--------___--_-_____-__-___--_----___-_-___--__--_-_--_-_-__-
-_-__-_-____--__-_-__--_--_-_-_-_--_-__--__---____-_-__-_--_-__-__------_--_
_--_-------_-_-_--___-_----_-____-----_______---__-__-__-__----_____----____
-___---_____--_---_-_-_--__-_--_---_--_-____---_--__-__-_-___---___-_--_-__-
-__---__--_-_-_-__--____--_-_-______-___--_------___----__-_-____----_-_--_-
---_-________--__-______-__-------__--_-___-_-_---__-----__-_-_---__-___----
--__----_--__-_-___---__-__--_-_-_-_-___-_-____-___-____-_---_-__-__--------
__--_--___-_--___-_---_-------_-____-__---_-_-____---__-__---_-_-_--__-__-__
-_-__-_--_-____-_-____-_-__--_--___-____-___--_____------_---_-_----_-_-----
____--_--__-_--------_--_____-----__-____-__--_____----_-_____-__-_--__-----
__-______-__---_--_----_-----_______-_----_-___--_---__-_-_---_-__----_-____
_-_----_-------__-___--_-__--__--_---_-___--_____-___---_-____--_--__---____
_--__--_--_--_-_-___--------_--___-_______--_----___-_____--_----___--_-_-__
--_----___----__-_---_-____-___--_-_--____--__-___-__-_-___-_-_-_-__-------_
_------_-_-__---_--__--___--_-______---_-_--__-_-_-___--_--__--__-_--_--____
-__---_--_----___---_-_-_--__-----__---____--_-__-__-_-____-_-_---_-____-___
_---_-----__--_____-__--_____-____-___-____--_-----__---_--_-___---__---_---
___-_----_-_--_-_-_____-__--__-_---___-_-----_-__-_-__-----__-___--_--__-_-_
__--__--__----__-----_----_--_-_-__--___----__---___--_____--___---______-__
-_-_--_-___-_-__--_---_----____---__-__--_----___--------______-______---___
----____--_-__--___--_--_____--_-___--_--_--_--_-___--__--_---___-__-__---_-
___-_-__--___-_------_-___---______-_-_--__------_-_-----_-____-_--_-_-_-___
__-_-_-_--____-_-_____-___-_---___-__---__-_---_--__---_--_-_--_-_--__-_----
__---___-___-___--__----_--_----__---__--__-_-___---______--_---_---_-__-__-
---_-__--___--_-___---_-----_-_________-__-----____--____-_----_-_--_-_--_-_
___----__-_--_-__-__-----___-----_______-___---_-__--_-__---_----____-_-_-_-
__---_-_-__-__---_---__-_-_--__-_----_--__-____-___-______--_-_--__-----__--
-____---___----__-_---_-----_____--_--_____--_----___--___-_--_-___-___--_--
--_-_-_-----____-___-_____---_--_---_-___--_-___-_--__-___-_-___----__-_----
-____-____-_____-_-_--_---__---__--___---_--___-_------_-_-_-----_____--_-_-
__--_-_-__----_-_-__-------__-_____----__--__-__-__----_-_-___---____---____
__-_----_-_-_--____-_-----_-__----_-_-____-_________------__-___-----_-___--
_--_--__-_----__---__-__-_-_-_____---_-____--_____-_---_-__-_--__--_--__----
0015名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2018/12/20(木) 07:14:10.91ID:pepzTv5x
-_--____--_-_-_-___-___--_-_--_-_-____--__-_-----__--_____---__-_----_-__---
----_-_-____-_-___-_--_--__-____-____-_-_-___-_--_-----__----__------_-___-_
-___---_--_______-__--__--__-----_---_-_______--------_-___-__-_-_--__-_-_--
______--_---_-__----_--__---_-___-_-_-_-___--__-_---_--___--_-__---_---__-__
__--_--_-_---_----_-_----___----___-__-__--_--_---_----____-____-_-____-____
_-_______--__-_-__-_-__-__----____--__-_----_----_-_---___-_-_-___------__--
--__-_--______-_--____-___-_-___--_-__-__-_--------__---_-__--__----_-___---
__-_--____-______-_-_---_---__----__-__---_--_--_-_-_--_--_----_-___-_-___-_
-_-__-_---__-__-__---____--___---_--____-_-_-__--_-_--_----_-__--_-_____----
-_-___-----__--__--__-------_--_--___-__--_-___---_--___---_--_-_____-______
--___----______-_--____--_---_-_----_____---_--__----_-___-_--_-_-__-_--___-
_--_--_-____-_--_-______--_-_-_---__---_-___-___-_-__-_--___--_-------__--_-
___----_-_-_-_-__-_-____---__---_--__----______-__-_---_-___-_---____--_----
-__-_-_-_-___------_----____-_______----_--_--__-_-_-_-----__-_____--_-__-_-
__---__-__-__-_-_-_----__-_-_--__--__---_-_______---_-__-_---____-_------__-
__-_-_--_--_-_-__--_---_-_--__-__-____-_------_-_-____-_--_--___-_--___--_-_
-_--__-_--_-______--____--_--_--__-----_----_-_--___-__-__-__-___---_--___--
__-__-----------__------_-____-_-------__-______---_---_________--__-__-____
----___-__--__-_____-----__--____--__-__-__--____-_-_-_-_-_-___---_------_--
-_____--_--_-_-_-_--__--___--_--____-____-__--_-__---_-_-__-_-_-__----_-----
-___--___-__-_____--__--_---_----_-_-_-_-______----_--_--__--_--__-_---_--__
__---_--_----_--___--___-_--_-_---____--_--_--__-_-_____-___-__--_--_-_-__--
____-__-----_----_--___-_---_____--__-_-_-____----_-____--_---_-__----__--__
_--_--_----_-_-----_-____-_--__----____--___-___--__-__-__-__--_-___-_---_-_
_-__---____--_--__-___---____---_-_-_-_____---_--__--___--_-_-_--__----__---
-___--___-_----_--_-_--_____--_-_-____--------_--____-____--_-___-_----__-_-
_-___--__--------__--_-_-_-_----__-_____--__--_-____-___-__---__-_-_-_-_--_-
-__--__-_____---__----____------___-__------_______----_--___--__-___----_-_
__--__--_-___-_--__-_____--_--___--___-__--_-_--_-------_-_-_---__-____-_---
___--_____----__-_-_---__------___-_______--_--_--_-____---____-------_-_--_
--_____--_---_-_-____--_--__-_-_---__-_--_______----_---____-__---_--_--_--_
-_-__--___-____--______---_-___-_-_-_-------_------____-_-__-___-___----_---
-_---__-------___-__----___---_---__--__-__---__-----__-___--______-___-____
___-_-____-__--_-_-_-__--____-__-___-__-----__---_---_--_--_------__---___-_
-_-_--_-____--_-___-__---_-__---_-_-_--____----_---_-_-_-__---__-___--__--__
_------_-__-_--______-_--____----___-_-_--__--____-_--__-__--___---_-__-----
___-_-___---_---_____-__-___--__-_----_--_--_------_-_-_--_--_-___-__-_-__-_
---_---_---__--_-_-_-_-_--__--__--_-_-__-_-_-_--_-__--_-__--____-_--___-____
__--_-___---__----__-_--_--_--__-____--__-_-_-_-__-_-__---__-_--_-_---___-_-
_-_--_-__-_-___---__----__-----_----___-_-__--_-_---_-__--_-__---_-_________
_____-__--__----_-_--_-_---__-_--_---_-_--_-____--_-_-_-_-----__-_-__-___-__
-___-__-_-_-__--__-__-___-----_---___-__-_-------_-_--___-__-__-_--___-_-_--
__--__-_________-_-_-_--_-__-___-_-_----_--_--_---_--___-----______-----_---
-__-_-__-_---___--___-___-_--------_-_-_____--_--_-___--__---___--___-_-_---
-__--____--__----_-----_____-----_______-__--___----_--_--_-___---__-_-_-__-
-_-_----_______---_-__------___-_---_----_-__-_---__--______--_-__-___---___
_---_____----------____-____--___--_--_---_-___-_--_-___--__-_--_-__-____---
__--____---__----_-____-__-___--__---__-------_---_-__-_-_____-_--_-_-_-_-_-
_-_--_-_--__-_-_-_____-_---___-__-_-____-_-_----_-__-_---___----__-_---__---
_-__--_-_--_--___--__-_----_--_-_-__-_----_____-_-_-_-__--_-_____--_--__-_--
0016名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/01/17(木) 07:17:32.27ID:lGKz0DZ2
_---___---_-_-_--_-__-__-___--_-----___-_--_-____-__--__---__-___---___-_---
____-__--__--_-_--_-_--_-----_____-----__-_--___-_--__-___-_---_----___--___
__--__-__--___-__---_-_-_---__-_--_---_-_--_--_-----_-__-_--_-___-__-_____-_
--_-_---__-__-___-_-______-____---_-_----____-_--__--_-_-_--_-_-_--_--_---_-
-_-_-_------_--_-___-__--___--__-_-_---___--__----_-_-_-_-_-____-_-__-__--__
-_______-_---__--_-_-_-__-_-_____-_-_---_-_---_--_-_--_-_-_---_-__-___--_---
__-_---____-_-__-__--_----____-_____-_---__---_---__--__-___----__--_-_--_--
-_-__--___-___--_-_-__---_-_---__-__--_____--_--_-__--_-_-___--_--_--_--__--
--_-__-__-_-_____--___-_--_-_--__--___--___-__------__-__----__--__-_-_-_---
--___--_-_-_--_-__-_--___-__---___-_-_--_-___--_--__-_----_-____--__-_-__---
____-_-_-___-----_-_-_--_-_-_--__-___-_-_--_-____-_-_--___----__--__----__--
_------_-__-__-______-_-__-__-___--___-----_----__-__-----_-___-_---__---___
--_-_--__-_--_--_---___-__-_-__---_-__-____----_--_-_-_---___-_---_-______-_
_-__---__-__--_---_-__-__--_---_--____--__--_-____---__-_-_--___-_---___-_--
--_-_-----__---_____-__----_--_-______-------_--__-__---_---_-___--_________
__-_---___-___-----_--_---_---_--__-__----_____---__--__-__--__-_-__-_-_-___
--___------_-_-___--_-_-_----_--__-_-_____-___----__--_-____---_--___-__--__
-__-_-___--_-__---__-_--___---____-___--___---_-_---_-__--___----___--__----
-_-__---__--_-_-__---_------_---___-_____-____-_-----_-_--__-_--___--_____-_
--_-____--_---__-_--__-__-__-_-------_--_-_---____-_----__--_-__--_____-____
___-----_--_---_-----_--_--__-_-___-__-___--_-___-__-_-____---_-__--_-_--___
-_-_-----_--_-_-____-__-__-_---_---_____--___-__-------__--_-____-__--_-___-
___---_--_--___----______-------_--__-_--_---___--___-_-_--_--____---___-___
----__---___-__-_-_-----_--_--__-_-___--_-_-_-_---__-__-______-_--_-_-__-__-
--_---__--__-_______-__------__-___--__-_-----_--__----_-_--______-_-__--_-_
-____-__---_-__--___-_---_-_-__--____--_-_-_--__--______-_--_--_----_--__---
-_____-_-__-___-____--_-----__-_--__--___---_--__-___---__-----_-__---__-_--
__-_---____--____----_-_-_-_-__-----_-____-----_-______-_--__-_-_--_--_-_--_
----_-_-_--_-_-__---_--__-_-____-_-_--___---_-_--__-__-______-___-_--_--_---
-_-_-_--__--_-_-_-_-__---_-__--__-_---__-______-----_-_---__-__-___--_-_--__
___-__-_-_--_-_-_-_-_-_____-----__-_-_______---____-_---_-__----_-------_-_-
__----_-__---____---__--_-___--__---_---_-_-__-_-__---____-_-___---__--__--_
___-_---__-____--__-__-__-_-_--_-__---_-_____-_-____-__-_-_----------_-_----
_______---__--____--_______---____----___--__-_-----_--__---_-_---__--_-----
__--_---__--__-__-------____-__--_-_--_-_____--_--_-__-_-____--_-____---_---
__---_-__-_____-------___--_---_____----_--_-__--__-----____---_-_-______--_
-__------_--_-__-_-_---_---_-_-___-_-__-___-__-_--_-_--___-_--_-__--___--___
__-___--_---_-_____-______----___---_-_-_--__-_-_-_--__-__--__---_--_----_--
_--__-___-_-------_---_--__-___-_-_-_--_-__--___-----_--_-__-_---_-_________
_---__-_-_-________-___----___---__-___--_------_-_____----_-____-----_-_---
-__-___--___--__-_-_-__--_-_---_--____-_---_-___-__-_---____--__---_---_--_-
_---_---__-___--_-__--_--___-__--_--__--__-__---_-_--_--__-_--__-_-_--__-___
----____----_-____-----__----_-_____--_-_---__-_---___-__--__---_____-_-___-
__--_-__-____---__--__-_-__--_____--_---__-__----___--_--__-_--_--_--_--__--
__-____---__-__--__----__-_-__---____---_-___-_-_-----_--______--_----_-__--
-__-___-____-__---__-_---------___---_______--__-__--__--__------_-_-_---___
_____---___-_--_----__-----_-__--__--___-_-__-___----__-----_____-_--__-__--
---_-_--__--__---__---_-_-_---------_____-_---_--_-_-______-____-____---____
--_-_----_-_-----_---__-___-______-___-____--__---____-_------_-_--_-__--___
____-__-_-____--_-_-_------____-___--_---_----__--__---__-_-_-_----_____-_--
0017名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/01/24(木) 06:39:59.19ID:pxLolum9
____------_---____-_----__--__-__---_-___-_---___-_--__-_--_-__--_-_____-_--
_--___--____-_-__--___-__-_-------__-___-_-_-__---__-----_--_--___-__-_--__-
--__-___--_--_-----__--___-_-_--_----_-_--____--_---____-__---__-__-_-____-_
--_--_____-_--_-_-____--__-__-_--_---_----__-_-_-__-__-_-----____-_--_-__-_-
-_-__-_-__--___-_-__---_---___--_---_--____-----_--__---_-____-___--_--_-___
-__-_----_____---_---___-----__---_-___--__--___-----___-__-___----_____--__
--__-____-_---_-___---__--_____-_--__-___--_----___--_-_---_---_--__--__--__
__---___----____-_--_____--__-___-___----_--_--__--_-___-__------__---__-_--
_-_-_______---__-__-____---___-_---_-_-__-----__-_--__-_--_--_-_-_--_-_---_-
_-___---_---_--_---_---___--_--____-_--____-_--_---__-___---__---_____--_-__
-__--__-----_--_--_-------_--_-__-____-___--__--_____--__-__--___---_--_____
--_--__---___-___---___--_--_----_-___--_----_-___-__--____-___--_---__-_-__
-__-----_______--______--__-----_--___--_----_--_--_-__----____-_____----_-_
__------_----__--_-_--_--___-___--__-__-__-_-___---____---_--_---_--_-______
__-_-__-__-___--_-_---__--____--_--_--_-_---_-______-_----__-___--_--_-_----
-_----__-__--_-_--_-_-_-----_--___-_-___---__----_____--_-_-_____-____--_--_
-_-_--___--__-_--________--_--__---_----_--____-___--__--______---------_-_-
--__-__-_-__-_---__--_______-_--_---__-_-____-_--_--_---_-_-_---___-__-_----
---_---___----__--_-_-_--__---___-___--__--_--_--_-____----______---__-_-___
_----__-_-_--_______-----___-_------__-_-____---___----_--__-_---__--___-___
--_-_---__--_-_-------_--___-____-_---___--__-______---____-_-__-----___--__
-___---__--__-____-_-_-_-----_--__---__-__---____--_--_-_--_-_--_-_-_--_____
-_----_--__---_-__-___-_--____--___--____--_-_--__-__-__--_---___---_-_-_-_-
--____-__-_-_---__---_____-_--__-----_----_--__--___--____-__-___---__-_-_--
--_______-_---___----____----_---__---__---_-__-__-_---_-____-__----_-_-_-__
_-_-_---_-_-_____----_-__-____-----___-_-__-_-____---__-_--_-__----_--_-_-_-
----__-_-___----___-_---____----__--_-_--_-_---_____-_____---_-_-_-__--_--__
____-_----___---____-_--_-_--__---_____---__---------___-__-_--__-__---__-__
_______-_-___----__---__------_-______--__---_---_-_____---___----_--_--__--
-_--_____-__-___-__-----_____-_-_________--_-----_---__--_-_-_-----__----_--
_-_-_--_-__------_-__----_-_--___-________--_-_--___--___-_-__--__---__---_-
-----__--__-_-__-__-___-__--__---_--_-_---__-____-____---_---____--_---_-_-_
-___---_--_-__-_______--_--_----_-_-___--__-_____---__--__--__---__----__---
__-_-_-_-_-_-_-__------_-__-_-_--___--_--_--_-_--_-_-_--_--_-_-__-___-___-__
_-__--__-__--_---_-_-_--___---___-_-_--__-____-__--_____---__----___-_------
-_-_-_-___-__--_-__---____-___--__--__-_-__-_----___-__-__-------_-__--__---
_-_-__--__--_--_-_-_-___--_-_____-__-__-----___---_-_----_--_-_----__-___-__
-_-_-_-__-__-__-_-_----_____---_-__---____-_-_-_-__--_----_------__-_-___-__
----_---____--_----__-__-___--_____-_-_-_____-___---___-___-_--_-_---_------
-__--_-_--_----_--_-_--_---_-_-_-___---__--__-______--_-__-____-----__--____
--_--_---_____--__-_______-__-_---_--___---__----___-_--_-__---_--__-_-__---
_--_--__------______--__--_____--_____-___-__--_--_--__---_-_---_---_--_-_-_
__----_-__---------_-_-__----_---_---_____----_-__________-_-__--______--_-_
--__--___-______---_____--_----_-_-___-_-____-_____---_-_--_--_--_------_---
-__-__----_--_--__--_---____-__-_--_--__-__----_____---____-__--__--_----___
_-_---__--__---__-___-_---___--_____--_-___--_-_-____-------_____--_-_--_---
-_-___-_-_-----_--__-____----_-__--__----_-_----__-______---__-----______-__
__--_-__---__-___-__-_-_____-_-_---__-___-__--_-----___----_--_-__-------___
__--__----_---_---_-_--__--___--____--___-__-__-___---_--_---___--____----__
___-____-__-_----___---__-__-__-_---_--_---___-___--_-----_-__---_-__-__--_-
0018名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/01/31(木) 06:56:02.48ID:RlBraSMR
_-_-__---_-___-___-----__--_--__--___-__-_----__---_-_____-_-_---____-_--_--
--_-_-_-_-___--_--_-___-_-__---_-_---______-___----_---_-_--_-_-__--_-__-__-
--__-___---___-____--_--_-----_-_-__-_-_-_-__------__-____-__-__-_-__--_--_-
_---_-______-___--_-_----___-----_----__----_--__-__---____-_-__--_--__-____
----_--_-__-__---___-_-_-__-_--__-_--_-_-_-----_-____--___-___-_----__-_-___
_---_-_-_-__--__-----_--_------_----__--____--___--____--_______-__---__-___
-__-_--_-____-_--__-_-__--_-_--------_---_--___-__-------___-_______-_-_-___
-_---___-__-____--_-__-__-________-_--_-------_-_---___---_-_-_-__-_-__-----
-_---_----_-__-__-__--_-_______-_-__-_-_--_----_-_-_____-_-__-___---_-----_-
_-_--_-___-_--__---__-___--_-__--_-_----_-_-_-_-_---__-______--__------_-___
__-_--_-___-__-__-_----_-__-___----_---__----_---___--_--_--_-_-____-____--_
-_--_-_--_-_-__----__---_---__-___-___---_-___-----_-__-___--___--____-_--__
-____-_-__---__---_-__-_-__-_--_-___---_-___-___-__-_----_-__--_-_-_---_-_--
_-__--_____-_-__----_---_-____-__-__--_--_--_-__--_-____--__------_-__-_--_-
_-_---__---_-_-_--_-___--____--_---_---__-_-__--___--_-___--_----___-_--____
_--------_-__-__-_-_--_-_-_____---_-_-____-___--___--__-_---__-__-_---__--_-
_-_-__---------_-____---__----__-_-_-__-_------__-_-_-____--_____-___--__-__
_--_-_--____-_-_--___-_--__---_-____--__--_--____-_-__-__-_-_-_---__-----_--
-_-_-_-__-_--__-_--_______--_-___---__---__-___-_-____--__----_-----_-_--_--
--_-_____-___-___--_-----__--______----_---_-__-___--_-_-_--_-___-_---_-_---
_----__--___-__-_-__-__-__--_-___-_--_-----_-__-__---__--__-_-_--____---__--
_--_---_-__-__-___-_____--_-----__-__-___--_--_--_--____----_---__-__---__-_
-_-_-__--___--_-------__--_---__--__-_--___-____---_--_-___-_-__-_--_-__-___
-_--_-_____----__---___---__----_-____-_---_____-__-_-__---__---__-_-_-_--_-
_-___--____-_-_--__--__-_-_-----__--_-__---_-____-__-___-____---_---_-_-----
--____--____-_--_---__----_-___-_-_--_----_---__--_--_-_-______-_---_-__-___
-__-__--__-______--_-_--_--_--_-___--__----__--___---__-_-_-__-__-----__-_--
----__-____---____-__--_-----_-_-__--__-___---_____---_-__-------_-_--______
__-___---_-___--__-_--_--_-___--_-__-______-_-----_-_--__-_____----_-_------
_----__-_--_-__-_-__---_--__-_-_--__--___--__-_---_-_--__-_-----_-_____-____
_-_-___--__---_---___-______-_--_---__----_--_--_____----_-__-__-_---__-__--
-_--_---___---_--_-------_-_-____-_-__-___-_-__---__-_-_-___-__-__-____-_---
__----__-_---__-_-___--___---_-_------_-__---____-_----_---____--______--___
--____-___-_-__--------_-_---_-__--_-_-_-__-__-_-_--___-__-----__-_-___-_-__
____---_-_---_-_-____--___---__-____------_-____--_-__-_--__-----_-__-___---
-______---__----_----___-__-_------_--__--_-___-_--_-_---_-____-_-_-_-____-_
-_--_-__-__-_----__---_--_--_-___-__--___-_--_-_-_----_-_--_-____--___-__-__
_------___-____--__-__---_-_--_--__---_____-___-___---_-__----_-_----_-____-
----_-_--___-___--__-_-__-___-_____---_-_--_--_-___--___-_-__-__-----_-_----
----_-_-__---_---_--__-___-___-_--_-__-_-__---_-__-__----_--___---___-__-___
-_-_-___-----___-__-_---_-_____--____--__-_-_-__-_-_--_-_---_-____-_-------_
---___-_--_-----__--_-_-_-__--_-_--_____-__--_-----__-__--___-_---_-___-____
----___-__--_-_-___---____--__-__-__-_-------_---__-__---__-____--____-_--_-
__-_--__---__-__---___-___-_-____----_-----_-____---_-__-_-_---_--__-____---
_-_____---_--_----___-_-_-___----______-__--------_-_-__---___-_-_-_-_-__--_
-__--___-__---_-__-_____-___--___---_----_____--_-_--_-__---___---___-------
__------__-__-__--__--_--_--_____---__--____---____---__-_-_-___-__-_-----_-
__--__--_-__--_-----_--_---__-_--_-___-_-_--__-____--__-__--____---_-__-_--_
__-_-_-__---_----__--__-___-___--___-__--______-_---_---___-_--__---_-_-----
___---___----_-___-_-_____-----__-___----_----_---_---_-__-__-__--_-__--____
0019名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/02/14(木) 06:42:39.66ID:NmP74ITV
_______---__-_-____---___-_-_-__--___---_--_-_-_-_-__--_-_-_----------_-___-
---_---__-_____-_--____-_-___--__--_______-----_-_-_-_--___-_-_--__----_----
__-_-__---__--__-_-_--------__---_-_--_____--__--_-_-__--__-____--_-__-__--_
----__--__----_-__--_____---_----__-_-_---___-___-_-___---_---_____--_-__-__
--_--_-___----__--_-___-__-----_--___--___-__---______--_-_-----__-_-__-_-__
-_____-_____-__-_-----__-__-_--__-__---__-_-__-__--_---____-------_-_----_-_
--_-----_-_----__-__--__-___-_--__---_-_-____-____---______---_-_-_--__---__
___--__---_-__-___-----_--_-_--_-_____-_--__-_-_--_--_-_-__----__---_--_____
_--_-______-___-_----_________-__-_--_--_-_--_--__-_-------____-__-----_----
-___-_____--__--__--_-----__--_--_-_-_---___-_-__---__--_-_-____--_-___----_
_-_____--__--_--__---_-_------__--__---___-_--_-_----__-__-___-____-_-_-_-_-
-___-___-_-----__-_-_-_-__----_____-____----__--_--______-_---____-_--------
_-_-_-___--___---_______-_-_-___-------___-----__---_----_--_-__---_-___-___
-_----___--_---_--__--__--_-_--__-___-__--_-----__-_-__-_--__-___-__--__-___
-___-_----___-------_-_--_--__--_-_---_-__-___-___-__--_-_-___---__-___--___
_--___-_-_---_-__--____---_--------__-_--_--__-____-____-___-----_-__-__--__
__--____-__-_---_-_-___-------_-_-_-__----___------__-_---_-_---___-________
---____-_--_-_---___-___-___--__-_--_--_-_-___---____-_--_----_____-_--_----
_-----_-__-_-_--_--_--_--_________---_--_-_-_-_------______--_-__-_-__--__-_
--__-___---_--___-___-_---_-_-_-----_---_--_-___-__--_--__-_---_-_-____-____
--_-_--_-_-__--__-_-_---_-----_____-_-___--_--__--____----_-__-_--_-___-__-_
---_----_--__-_-_-_--------____-_--________-___--_--__--__-____--___-__---_-
--_-___--_---_-____---__-_-_--_-__-__-_____--_-__---_-__-_-____-_----_-_----
_------__--__----_-__--___-_-___-_-__-_--__---___--____-_----__---__-__-__-_
__--___-_--___-__-_---__---____-----_----_---_-_____-------_______-__---_-__
_----____-__-_---__--___--_---_---_-__-__-_-_--__---__-_------______-___--__
-_____--__-_-_--_-_----__-__----_---__----___----___-__-_-_-_--____-__---___
-----___-_------_____--_----__----_-____-_--____--_-_-_--_____--___--_-_-___
-____--_--_--_---______------__-_--___--_---__-____---____----_--___---__-__
--_-___-_-_---_--_-__-__--_--__-__----__---_-_-_-_-________---___-_-_--_---_
--______--___---___-___--__-__-_-__-__-___-----_-_---_---_--_-_-_-_--_-__---
___-_--____--_---___-_-_-_-___-----__-------___---_---___-__---__-__-_--____
--_--_--_--_-_-_--_--__--________-_--__--_-__-__-__-_-_---_------_____---___
-___-__--_--_--__-__-__-__-__---_-----_-_-____-_--__-_---_--___-_-_--_--___-
__-__--__--_-_--___--__---_-___-__-_----_-__-_-__-_-__--_--_-_---_-___-_-_--
__--_-__---_----___--__--_---_-_____-_-__---__-__--__-__---_-____-_--_----__
-_-__-____-_-__--_-__---__-_--_--____-___-----_-_--_-____-----_-_-_--___-_--
_--__------___-_------____--_-_-_-_____-__-_-___-----___--_----_-__-_-_-____
-----_-_---_-__-____--_-____----_-__---___--_--__---___-_____-__-_-__--_--_-
-_-_-__-_---_---__-----_-_---__-____--_________-_---_-_--_-_____-_---__--_--
__-__-__-_--_-__-__-______-__--_-_-_--__---__--_---_--__-__--__--_--_--_----
___-_--___--__-__-_---_---_______-----_--____-_--_--__--__---_-_-_---__--__-
__-------_-_____---_---__-___---__----___---_-_-__---__-_-_-_-______--_-__-_
--___-_-__-_-_-_--------_-___-_--_--_-__-__--__-_--__--_-_--__-__---____-___
_-___-_-_--_----__--_-_----__----____-_--_-__---___---__-__----____-_-__-___
----_-___-_------_-__-_---__--_-_-_----___----_______-_-__-__-_-____--_--___
_-____-_-__--_---__-___------__-___----_-----_--_--_-___-_--__-_____-_-__--_
__--_-____-_-___-_-____-__-_--__-----__-__---__--_--__---_----__---_--_-_-__
__-__-----_-____--__--_____--___--_-_---___--_-_-_---_______-_----_----__---
-_-__--_--_--_-_-____-_-_----_-_-__---_-_______--__--__--_--___---___-_-_---
0020名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/02/28(木) 07:02:33.13ID:e51TYDI1
-_---__--___-_---_-_-_-_-_--___-______-_-_____---_-__--___---_---_-__----_--
-___-__-__--__--_-_-__-_-_------_-_-_--_-___----_-----___-___-___-_--_-_-___
----_-_____-_____-_--_----_--_---_-_--___-_--_-___--_-_-____--__-_-_---_--__
_---------_-__--_----_-__---__-_-___-_-___---__----_-____-__-______-___---__
_-_-_-----______--_-___-_----_-_-_-_-_-_____-__------------_-__--__--_______
_-_-_-__---------_-_-___-_-__--_-__--_-_--_--_-__--____--____----__--__-____
_--_------___--_____-_-------___-__-_---_--_-____-___--___--_----_--_-______
-_--_____--_-___--__--_--_-----____-_---_--___-_-__-----_-_-__--_-___-____--
-__--__---___-_____---__-__---__-__---__-____---_-_____-_-_--_-_---_-_------
___----_-_-__--_-_----_-__-_--_-_-_--______-_--__--__--_----_--__--___-__-__
--_-__--___-_-___-_----__-_-___--_---_--___-_--_--___--______----_-__-__----
_-_--_---__-_-_--------____-___-_--_-__-_---_____---___-_--_____-_-__-----__
--_-____---_--_--__-_-_--_--__--_-___-----___-___---_-_--_-_-___-_-_--_-____
_---_-_____-_-____-_-_-----_----_-___-_-__--_--____-_---___--_--__--_-__--_-
-_-_---_-_--___-___-__-__--__--__--__--_---_-_--_-___-___-_-_-_--_---_--__-_
_-_---___-__---_-_____--_-_--___-______--_----__----_-___--__-_---_---__-_--
__----_-___-_____-__-__-___-_----_-__-_-_-_----__-__----___-____----_-_-----
_--_---_---__--_--_----_____--_____-_--_-___-_--____-----_-__-__-_--____--_-
_--_--_____--_----_--__-_-__-_-_-----__--_--___-_____-___-_-_---_-----____-_
-_------_----_-__-_-___--________-__---_-_-__-_--_-___--_-__-_--_---____-_--
_--__----__--_-__-_-__-_-_-__-__--_-__---____-__--_-_-__--__--_-__-_--_-_---
-__-__---_--____-__---_-__-_--___------___--__-__--_--______--_--__-_----_-_
___-_-__---_-_--_---__--__-__-_-__-____---__-_-___---_---_---------_-_______
-----__--__-_-----__-_---_-_-_______----_-_----__----_____---_-_-________-__
--__-_____--__--___-__-_--_--_-___-__--____--_____-___----_----_--_-----_---
__-_---___----_-_-------_-_____-_____--____--_-_-__-_-__--__-----___-_-__---
-______-_-__-_---_-__--_----_-___-__---__-_---_--_-__--_----_--_-_-__-_-____
--_--___-__-_-_---_-_-___-_-_-_--_----___-____--___--__---____-_-_-_--_--_--
_____---__----_-__---__-_--___-__---_-----__-_--____-----_--____-_--_-____-_
_---_-_-----__--__-___-__-_------_----__-__-__--__---_______-_-_-----_______
_-__--_----_-__--__-__----_______-__-_--_--__-__---___---__-_---____-__-----
_---------_---_____-__-__-_--__-__-_--_-__-----_-_---__---____--___--_______
-_-____-___--__-_--_-___--_-_-_-----__-____--_-_--__-__-_---_----___---__--_
_----___-_-___-__---_-___-_----_-__--_---_--___-__----_--__-__--_-_--__-____
-_--_--__-_----_---___--_--_-_-_-__--____----_--_----_--___-___-_--_________
-___--__--_-__-----_--__-----___---__---_____-__-_-_--_--_-_---___-__-___-__
_--__-_--_-____--__--_-__-__-_-___-___-________--_--_---_-----_-_--_----_---
_-----_-____-----_-_---__--_--_--__--_-_-__--_-_----__-__-___-___-__-_____-_
_-___-__---_--__---___----_----__-_-__-__-----_-__-_-___--___-_-____--_--__-
--__--___--_---__--_---_-___----__---__--_--_------__-____---_______-____-__
___--_--_-_-___--__-___-_--___-__---__--_-_--__---__-___-_---___---_---__---
__----__-__--__-____-_-_-_--_-____-_------__---_-__-_-__---_-___-----__-__-_
_-__-_--___-___-_-_-_-_-_-___--_----_---___-_---_----_-____-_-__----___-__--
---_--_-___--_--_-_--__--_-__-__-__----__--_-_-__---_-___---___-___-___--_-_
_--__-_-------__-___-______-_--___-_-___-_-___---_-_-_--_--__-_--____-------
-__---_-_---__--_--___-_--__-_---____----__-_-__--___-_---___-___-__---_-__-
--__----_____---_--__--__--____-_----_-___-_-__--_______--__-___--------__--
--_-__--__-----__--__--_-____--_-___---_-_-_-_---_--_----_-_-___-___-_-_____
_-----_-_-__---_---______--_______-_---_-_-___-______-----_-___----_--_--_--
-__----__---_---__--_--_-_-_---___-___-___----______---__---__-_--___-_--___
0021名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/03/07(木) 07:11:09.20ID:zIP2/cg0
--__---_-___-__-_--_-______-_____---_-_-_------_--_-__--__---___---____----_
_-_____-__-__--_-__-_-_---_--________-_--__--_--_____-_-_-----_-----_--_----
___-_-___-_-_----_-_--__---___--_-______-_--_-__-_--___-_--_-----_---__--__-
--__-______----__--_---___--_-_--__-__-------_-_--__-__-_-__--_--_--__-_____
_--__--_____--__--___--__-__----_--_____-_-____-__----_-----__---___----__--
---_---_--__--_-_-_---_--_-_---_----_____-_______---__-_-__--_--_-__-___-___
--______--_--__----_-__--__---_-____---_---___-----___----_-_-__-_-______--_
__--__----_----__-_----_-_---____-_--_-_-___----_-___-----__-_-_-_____-_____
_-____-_--_-____-___-_____--__---__-_----_--____--_--___-___-----_-----_----
__-_--__-_---___-____-__---___---___-_-_-_-_---_-___----__---__-___-_--_----
-_-__-_-_-_-----_---__-__-___---_-_-__-__----_-__-___-__-__--__-_--__--__--_
--____---_--_-___-_--_-__-___-_--__----___---_----_-_-_____---__--__-_--__-_
_------_--__---_--__--_-___-____--_--___--_--_-___-__--___-__-_-_---__--_-__
-_--_--__-__---____-_--__----__-_---_--__-_-___-_--___--_---_--______---__-_
-_---____-__--_-_-_-_--__-_--__--__-_-_-__--____---_-__-___--_-_-_-_-_--_---
--___-_-___-___-__-____--_-_--_----____--__---_--_-------_-_-___-----____-__
_-___-__-_--___----_-_---_-_--_____-____----_----__--__----___-_---_-__--___
--_-__----_-____-_-__---_-_-_-_-__-____-_------__-____-_--_-----_-_--_____-_
--_-_-_--___-_-_-_---__--_-_-_----____-_---_-_-_-_____--_-_-______-__--_----
-__---__-__-__--_-_---____-____--____-_--___-_---_-_--_-__-_------_-___-_---
_--__--__-__--____--__--____-_____-__--___-_--_--__-----_--_-_-------___-_--
-_-_----_-_----_--__---______---_---__-_--_-_-__--____----_-___-_--_______-_
-__-_-__-__-_-_-------__-_-_--_____-___--_------_---_______-__------_-_-____
--_-______-----_---__--_-____-_--_--_---_---___---______________-_-------_--
----___-_-_--___-___-___-__-_---__-_---_-_-__--___----_-__-_------___-__--__
-___----_---__-__-___-_-___-_______-----__----_--____----_-___-_------___-_-
--_-_-_-__-_-__-_-_-__---_-______-___-_-_--_-___-_----_---___--_----____----
_-_-_-____---_--_-__-_-__-_----_____-_--_--_-__----_---___--_-____-__---_-_-
_---_--__-_-_--_----___-_--___--__--_--_---_-______-__--___--___-_--_-_-_-_-
------_--__---__-_-__-_-___-_--______-_---___--____-__-_--_--__---_--_-__-_-
----___--___-------_--_---____--_-_--__-_______--_---_---_-_-_-___--__-_____
__-_---------___--_____-_------_-_--______---__-_--_-______-___----_--___-_-
--___-_-__-__--__--_-_-_--__----__-___---___-----_-_-__-_--__---_-_-___-_-__
_--____---___-_----_---_----_-____---__-__-___----___---_-___--__-_--____--_
__-__-__-___---__-__-_-____--____---___-----_------_-_-_-____-----_--__--__-
_______-----__-__-___----___--_-__--____--_--------___--_----__--__-_-_-__-_
--_-_-__________-__-_-_-------_-__-___---__-----_-----__--_-__-_-__--__-__-_
----_----___---_--_-__-----_--___--_-_-__-_-__-___-_---___-___-_-__-__--____
_-___---_---__-_-_-_-___-____-_-__--_--_____--_-_--_----____-__-----_--__---
_--__-__-_-__________--_-___--__---__-----_-_------__---_-__-____-__----_---
-__-__-____-_---_-_-_-__-______----_---_-___-------_----__-___----_--____-__
__---___-_-_--_--__-_---_----_----_------___-_-__---______-_--______-_-__-__
--_----__--___-_-_-__-_-_-_--_--__-__-___-------___-_-____-____----_----____
___-_---_-__-_____-------_____-_--__----___--_-_---____-_-_--_-___---_--_-_-
-_---___---__-__-_-_--_-___-_--_______---_-_-___-___---_-___-_-_-----_-_----
_--__------_-___--___----______---_-_---__---_----_____--_--_-_--__--_______
_--_-__------__----__-__--_--_-_--____-____--__--___-_-_-----_--__-__-_-____
-_-_---__-__--___-----_--_--_--_-_-_-____-_----_--_--__-___________-_-__----
--___--____--_-_--_--_-_-__-__--_-_---_----___-----__-____-_--_---__-__-____
--_---_-_-__-_--_--__-__---_____-------____----__----_---_____-__--_-_______
0022名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/03/14(木) 07:07:21.57ID:4NBZ3lQz
__-_-_----_---__-_-_-_-__---__--_____---___---__-____---__-----______---_-_-
-___-__-___-_-_-__-__---__-_----_____--_-__--___-_-____--_-_--------___-----
_---_-_--_-_-_---_____-__-_--_------____------_---__-__--____-_-_-__--______
_--_-_-_--__---__-__--__-___--_---___-_-__----_-_--___----__-__---_-__-___-_
--_______--_-_---_--_-__-__-__-_____-__-__---___-------__-_-_-__-------__--_
_-_-_---_---_--____-_-_--____-___-__--___--__----__-_-__--_-__---__-_-_---_-
___--_-_----___----_---_--------___-__-_-_--__-___-__--_-_--__--_____-_-____
--_-_-_--____------_-______-__-_-__--_-_---_---_-____--_-_----___---____-__-
___-_-__--_--__-_--__--____----__-____--_-_--__----__-_---____--_-_---_-__--
-_--_-----____---___-_-___-_-___-___---_--_--___----_----_---_-_-_-__-______
-_____--__---__-____-__-_____----_-__--_-_-------__-__----___-__--__--_--_--
-_----_-_---_____----__-_---_-_---__-__--_----_-_-__-____-__--___-___---____
-_____--_---______-_--_-_-_----__-_--------__-__--_-__--___-____-_---____---
___--_-----_-_--__--_-__---_---____-__-____-_-_-_-_--------_____--____--___-
___----_______---__-_-----_-_-_----__---__-_--___---_--_-_-___--__--__-_-___
------___-__-__---_--__-_-__--_-_-___--_----___--__-_____-_-__---_-__-_-__--
_---_-___--____-___---__---____----__--__----_-____---____--_---_-__-__-_---
_-_____---_------__--_-__-_--_____--_--_-____--_-_---__--_____-_-___--_-----
----____----_-_-_---_-_---_--___-------__-_-___-____-__--__--__-_-___-__-___
--__-__-__--_-___----_--__-__--_---__----___--_---___-__-__--_--__-__-_-__-_
-----__---_-__-_--_-----__-_-__-_-_-_-_-____-_---_--_-___-_____--_-____--_-_
---_____-__-__-_-_-___--_-_--__-__--_-_----_____---__----_-_---__-_-__---__-
-_-_______-_-_---_-____----_-_--___-_---_-_-_---_-_-______------_-__-_-_--_-
-_--_-__---__---_-____------___-_-_-_________-----___-__-_---_--_--__--_-__-
--__--_----_-_-_-_-__-__-___-__-_-_--_-___----_-_--__---____---_-__-_-_--___
-----_-__-_-__-_--_-_----____---_____--___--__-__--___------__-_-_____---_-_
_--______--___-_-___-__-_-_-_-_-____---_-_-__-_-__-_-_--_---_-----------___-
__-_-_--_--_------__-___--_--__-_______----____---____-_-____---_-_---_---_-
--__-__--__---__-_---_-_-__--_---_-__---____-_-_-_--_-_____-_-__--_--_-_--__
-_--_---_-__-------_----__-__---__-__--__-__-__---___-_-____-_-__-_--_-_____
_______--__---_-_-_-__--__-_---_-_--______---_--__-__----__-_---_----__-_-_-
-____--_---_-----___--_-___-_-----_----_--___-_-__--_-_-_______---_--____-__
____--___-_--___-____-_-_--_---___------_-_____--_-_--___-_-----__-_--_-_---
_----__---__-___-----_-_____--__-__--__-_-_---_-__---___----_--__---___-____
_-_-----____---_--_-__---__--__---__-__-_-_-_---___-_---___--_--_____--___-_
-__----__-______--____-__-___-__-____-__--__-------_--_-_-__------_--___----
-_-__---_--_---_--_-___-_--__--_-_--____-----___-----__-______---__--__-____
___--________------______-__-_--_-----__-_--_-__------_--_-_--_---__--_-____
_----__-____--_-___--_-----_--_-----____----___-_---__-_-___-__-_-_-_-___-__
_-_---____--------___-_--_--_----_-_______-____-_--_-_-_--___--_-_-_-__--_-_
-_____---____-----__-_--_-__-----__-___-_____---_-_--_-_-__---__---_--_-___-
-_____--_---__-_---__-__---__-_---__-___-__--_-__-__-_____--_--__---_-_-----
------_------_-___---_-___-__--___----__-__-_--_______--__---_-_-_-_--______
_----_---__-__---__-__-_-_-__--_--_______--__-_--__-_-_--__-_-_--_---__-__--
-_____--__--_----__-_--_-_---__-__-_-__----___-___-_-__-_--__-_-_-_--_-_--_-
--______--_------__---__--_------_-___-__-__--__-_____--__-___--_--__---__-_
---__-_---_-_--__-__--___-__-___-_--_-____----__--_-_-__-__--___-_-__---_---
__-__-__---_--_-_----_---_-__--___--__---__-__-__---_-_-_____-_-____-_-_----
---_-_-_-_____---___--_-_-_-_____--_---__---_-___--_-_--__-___-_--__-_-_----
_--_-__-_-_-__-_-__--_---__--_--_---_-__--___--____---_-_-_--_____--_-__---_
0023名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/03/21(木) 07:06:13.19ID:3fEEEuoo
-----__-_--_-_--_-_--_--____---_--_--_---___-_--_-_--__-_-___-_-_____-_-____
__-__--_-___-__-----_--_----_____--__---___---__-----_--_--__-___--____--___
--_-__---___-___------___-_-_____------_-____-___-___--__-_____--_---------_
_-_-_---_-_---_--___-__-_-_-_----_--_--__-_-_-_-__---____--_-_-__--__-___-__
-_-__-__-_-_-_-_-_______-------__--____--_---__---_--__----__-_-__-__---___-
_-__-__-_-___----_-______-__--____---__---_--__-_---_-_____-_---_---_---_---
--__-----_---_-_--_-___--_-_-_---_--__----_-___-_______--_-__--_-_-______--_
__-_--_-___----____-------__--__-_-_-----_----_______-_-___-----_-_-_-______
__--____-__-----_---_-_--__--___--_-__--_-___--_---____-------__-___-__--___
_-____-_____-__-_---_----_____--__--_---_-_---__--__--__--_--__-_-_-_-_-_---
_---__---_--_--_---___---_--_-_____----_--___-_-_-_-__--_-______-_--___--_-_
______-_-_-_-_----_--_-_--___----_--__-_-_---_--_---_-__--_--_--_-_____-____
___-________-_--__---_-____-_-_-_----____---_-_-----_-___-------_-__-_---_-_
_--__-_-_--____-____--_-___-_-----_-_----_-___--_-_-______-_-----_--__-_-_--
-__-__-_--_-__----__--__--___-_---_--__-__--_--____-__-__-_--___-__---_--_--
_-_-__---_-__--__-__-__-_--_-__-_---_-_-_---_-----__--_____----_-___-_--____
-_--_-__--__-____--__-----_-__-____----__-_-_--____--____-___---_-_---_---_-
__-__--__--_-_---_-____-----_--_---__-___-________----_---_-__------___--___
___--_---_-___-_---_-_-___-_-__--_---_____-___---_--__-___-_-_--__-----_--_-
_____--_-__-_--_-___--_---_--_____-___--_--_----_-__-__--_---_-___-__---_---
__-__--__-__--____---__--_----__---_--__-----_____-_--__--_-__--_-_____--_--
__-__-___-_-_-_-_--__--___--_--_--__-_-----_--___-_-___--____-__----__-_----
-_---__---_-_-_--__----_-____-___-__--_--_-_--_-_-_--__-_----____-__--_____-
_--__---_-------_-_---____-__-__-_--__-__-___-__-_---__--_-__-_-__-_-__--_-_
-_--_-__-___--_-__-_-_-__---_--_--__----____---__-_--____---____--_----____-
--_------__--__-_-_-____--_--_-----_-__-__--_-__-_---________-____-__--_--_-
-_-__----__-_---____--_--_--__----__-__--___-_--__-__---__-___-_--____--_-_-
_-____-_-----___--_----_-----___-_--__-______-_---_-_-__--_____-_----__--__-
_-_--_-_--_--_--___------_--___--_-__--_---___----_-___-_--___-__-__-__-____
-___-_--__-_--_---_____-------_---____-_-_--_-_-__-_--_-_---_--__-___--_____
-_-____-_-_--_-__-__-_-____--___-----__-_--_-____-____----_-_--_---__-_-----
______-_--_-----_--______-___--__-__--_--_-_-_-_------_--____---_-_-__-_-_--
_-_-__-__--_--_-__--_--_--___-_----_--_-__-___--___-____---_---__-__--___---
_-_-__-__-_--_----__-_-___--__--__---_--__----_-___--_______-_--__-__-----_-
--_----__---___--_-__--_--__--__--__---__---__-_______---_-_--___--___--_-__
-_-_-____---_____----_--_____---_----__--_--____-_-__-_--___---_--_--__--__-
----_--___-__---_--___-__-_-_--_-_--_--_-_-_____-------_-___-__-_--_-___-___
_--___---___-_-_-____--__-___------_---____---_-__-__-__--___-_-_-_--__-----
-___--_-_____--_-__-------_-_--_--_--_--__--_____-____--_-_------_-_-_____-_
_-__-_--_____-_--__-_-_-__-_--_-__-__--_-_---------______-__-_-_-__--_----_-
-_______----_--_-___----_-_----_--___-___--_-_-___-_---__--__-__-__-__---_--
-__--_---_--_-_-___-_--__--_-__---___-----__-_-__--_---__--_-_--___-_-______
____---_---__-_______--_-___---_----_-_____--___---_---__-_-__------_-__---_
__--___--__---_-_-_-_--_-_--_-_---_-_--_____-_--___----_--_-_-____--_-__-_-_
___--___-__-_--_-_--_---__-----_---_-__---_-_-_-__-__--_-__-______---__---__
_-__-_-_-_--_---___-_--__--_-_-_---__-___-____--__---__--_-___---__--___----
-___-__-___-_-----_-_-----_-__--_--___-_-_--__---_-_--_----___-___-__-____-_
--_--__--___-_--___-___--__--_-_____-_--_____-__-_---__-_-----_--_---_--__--
____-_-_-__-_-____-_-__-_-_--__-_----_---__----___---___-___---_-___--_-----
_-_--____-_---___-_-__-_-_-_--__---____-___-_--_---_-__--_--_-_-_---__-_---_
0024名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/04/04(木) 07:03:00.65ID:KvKS+k73
____-_---_-_-_--_--___--___-_--_----_--__-_---______-___-_-___--_-__---_----
__-_-_---_-_--__-_--_-__--____--___--_-_--_-__-____-__--_-_____----__-------
_--__-_-_--_____---__-___-_-_-_-_____---___--_------__-_-__-__-_--__-----_--
-_----__-__-__-_-_-___-_--_-----__-___----_--_-_-_-__--________------_-___-_
__-_---__--___----------_-__-_-_--__-___-----_---____-_-__-_-____--__-__-___
_-___--_--_-----_-__--__-----_-_----__-_-_--___-__-___-_-_________-_-_--_---
-___--_---_-_-_____--____-__-__--_----__--_--_-____--____-_-___-----_---_---
--___----_-____--_--_-_--__-__-__---___--__-_-_-__-_--___--_-_-__---___--_--
_--________-_---__--______--_-_--_----__-__-_---___--_-_-__--_----__-_----_-
________-_---__-_--_--__-_-____-_-_-_-_-_---___-_---------_--__--___-_--_-_-
_---_-_-_--_-_-___________--__---_-_---_-__-_--_--_--_-___----_--____--__---
-__-_-____----_---__-_-__--___--_---_-______--__--_-__--___--__--_-----___--
---_--_____-_--_--__-_____---__--__-----_-__-_-______---_-_---___--___----_-
__-____---________--_-____-_-----_----__---_-_-_--__-___----__-----_-__-_-_-
_---_--___--___-____-_____--__-__-----___---_____---____----__-----_-_--_---
___-___-_-------__-----__-___--_-__--____----_-__-___------__-_-_-___---____
_--_-_-_--_----__-____-__-_--__-__-_-__-_-_-_--_____--_-__-_-_-_---_-__-----
_-_--__-_-_--____-___-_-_-__-_--___-_---__-_-_-___--__-_-___-_---_-----_----
_--___--_-_------_-----_______-___-_-_____-_--___-__--_--_-_-_---__---___---
-----_----_-___-__-__----__-__--_-_-__-_-___-_-______--__--_------___--__-__
_-----_-_-_--____--__--_-_______----__-_-___----_-_---__----___-___-__----__
_-____-__---_-__--------------___-__-----_-_-__-_-_---__-___-_-_-________-__
__--_---_____-_--__-_-_---_-_---__-__---_-__-___-__--_--___--__-_---__-__---
__---____-__---_-_---_____-__--_----_-____-_--__-__---_____-__-_-----_----_-
---__-__---_-_-_--_-__-_-_-__-_---__-_-__---__-__-_-____-_---__--_-__---__-_
--__--_-_-----_--_-____--_----_-_--___---_-_-___-___-_---_-__-_-___--___-___
__---__--___------_--___-__-__-_____--_---_-_-_-__-___---__-_____------_-_--
-_----_-___-_-_-__----__----_------__---__-_-____-_-_-____-__-_--___-__-__-_
-_-------_-_-___--__----_-__-_-_-_---__--__--_-__-____-__---___-_---____-___
-_-__-___-__-___-_---_-_---_-_-_-_--_______-__----__--_-____-_--_---__------
_---_---__-_-_-_-_-__----_-_--_-_--___---_____-_-___-____--__----__--__-_--_
-__-_-_-_-_-__-----________--___--_---____-_-_-_-_--___----___-_-_----__----
--____----__-_--_-_-_------_--___-___----__--____-___----__-__--_-____-__--_
_-__-__-___----__--__-_--__------_-____----_-__-__--__--_--__-___--__-_--__-
____-_-__-_--__--____-_--__-_-___-_--_-_--___--_-----___--__-----_--__--__--
__-__-__-__-----__--__--_--_--____-__-_-_----_-________--__-_------_-_-_--_-
__-_--__---__-___---__-_--_--__-_-_-----__------__-_-__--____-_-_-_-__-__-__
-___-__------_-_-___-----_-_-__-_-__-_-__---__---___-_____--__--___-_-_----_
_____-_-_--___--____--___-------_-_--_-__-_-__-_-_-____--_----_--__--__---_-
-__-__---_-_----_--_-_--_-_-___--_-_-__-__-__-------_-__--____-__-__-_-____-
-_-_-_-_--___-_---____---_-_-____-_-_____-_-_-_---___------_-_____--__------
_------___---____-__-_-__-__-_--__-_----_---_____--_-_-_-__---_-_---___--___
-----__-__-___-_----_-____--_-___--___-___-_-___-_---__--_-_----___--__--_--
---___--__-_-__-__---_-_-_-_-_---_--_--_-__-____-_-_--_--_-______------___-_
-_----___------___--_-_--_-__--____-_--___--__-__-___-_-_-_-_-__---__-___---
___--_--___--__-__--___--_-__--__---___--_______--__--_-__--_---_-_----_----
-__-__-_-_--__-_-_-____-_-_--__-----_--___-------__--_____-__--_-__-_-_-_--_
-------_--__-_--___-__--__--_-----__---_--_-_-_-__-__--_-__--___-___-_______
--_-___-_----___---___---_-____-___-__-_-_-_---_--__---___----__-___-----___
-_____---_--___--_---___--_-_-__-_-_----_---_---_-__-_---_-_-___-_---_______
0026名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/04/11(木) 07:07:43.54ID:Bttbu1KW
--__-_--_-_-___--_-__-_--_-----__-__-__--_____-____--___--_-_-----__--__-_--
----_----_-_--__-___-_-____-___-__--____-------__-___-----____-_--__--_--___
-__----___-___--___--_-_--___-_-_----__-------_-_-__-_-___--_-_-_-___-_-_-__
---_----_-___-_--_---__-_-_-_-_____-____-__---_-_-_____-----_--___-__----_-_
-__-________--_-__------__-__-___-___----____-----__-_----__-__--__-----_-_-
---___-_-_-_--___-_-_---___-_----__-__-__----__--__--_--_--_---___-______-_-
--___-__--__---_----__--_____--__-__--_____--___---___--_-_-__--_---__-_----
__----_--_-___--___--__----_--_-----_--___-_--__---__-__-___-__-__-___-___--
------_---____-_____--_--_--_____-__---____---_-_--___---_-____-_---___-_---
-_--___--_--_--_-_-__-_-_-__--__-_-____-_-_-__--_--_-----_--_--______-_-_--_
_-_---_-___-_--_____-_-_____--_-_---___-__---___-_-_--__-_--_-_-_---_-_-----
-_-_-____-_--____-_-_-____-_--_-____--___-__-_-_---_--__-__-----_----_-_----
-_-__--___-__-___---__----_-_-_--____-_-_----_--_--__---_-_-__---__-___-__-_
---_-_---_--_-_-___--____-----____--____-__-------___-__--_-_-__-__-__---___
__---_--__------_--__--___-----_-____--____--__--____-_--____-__----__-__--_
__-__--_--_--___-_-__-_-_--___-_---__---_-_--___-___-____----_--__-__----_--
_-_-_-____-_-__---_-__-___---___-_____-------_-___--_---_-_----__--__-_--_-_
_---_--______-_----____-_-_---_-_--_-__--_---______-_-_-_-__--_-___---__----
__--_-_---_--_-__-_-__-_____-_-__-----_--__-__-__-_--_--___-_--_-__-_---__--
_---_-___-_-____--__-_-----__---___-_-___-----____-_-_--_-_--_-__-_--___--_-
__--_-___--_-___---_-__-_-__-__-_-_--_-_-_-_--___------__-___-_--__--__-_---
_-______-_-----__-__-_----___--__--_____--_--__-__---__-__--___-__-_--------
----_______-----_---____----_-_-__-__-___---------___---__--_-_--_________-_
_-__-_-_--___-_____-_-__--_-_--__-___-__--__---_--_--_____-_----_---_-_-----
--_-__-___-_----___-_-__--__---__--_--_-_-_---_____--_-__------__-_-__--____
--_-_-_-___-_--_-_---__-__-__--__---___--____-_-__-___--__-__-__-_--_-------
__--_--_-_-__-__--_-----__------_-__-_----___-__-___---_-___-_--_---________
_-__---_--___----__--_--__-_-__-----__-_---_-_----_--_____-_-______--_-__-__
-______-__--_---_--___-___-_--_-_----_--______--__--_-__--_-__---_--__--_---
_------__-_-_-_-_--_--_______-_--_--__-___---__-_____-_--__----___-----___--
--_--_-_-_-______--_--______---_-_-__--_-_--_---_----_--____---__-_--_____--
___-_--_-----__-----_--_-_--__--__--________-----_---_-__--_______-___-__---
_-__-_--_-------_----______-_--_--_-__---_______--__-_-_____-__---_--__-_---
_--_---___---_-___-__-_-__--_-____---__------_-__---_-________--___---_--_--
-__-_---___---_-_--___--__---__--__-_-----___-____--_--__-_-_--__-_--_--____
-__-__-__---_-----_-_-___-_-____-____--___-__-_--__-_-_--__---_--_-_--_-_---
__-__-_-__---_-__-_---_-_--_____-_---______----__-___--_-_-_-_-----_-_-__---
_---_---_-_---_--___--___-___-----_---___---_-_--__-____--___---_____---____
-----__---__-_-----___--____-_____--__-----_-___--_--_---__-___-__-_-____--_
----__-_-___--___--_--___-__-____------_-_-_---_--_-__-_---__--____-___-_--_
_-__----__-_-___----__-_-__---__-_--_____----__-__--___----_-_____--_----__-
-___------__----_---_-___-__---________---___-_____----_-_-___-__-_-__------
-___--_----__-_-----_-____-_______-_---_----_-_----___--_____-_-___-___-----
_-__-----_----_-__-_-___-___-_--_--_-__-____---__--_-----____--_-___-_--__-_
-___----_---________-__-----__--_--____----_---_-__-___--__--_--_-__-_--_-__
__----_-_____-_____-_--_-__--_---__--_----__-_-____---__-__--__--__---_-_---
-_-__---_-_---__-____-___--_-_-___--_--___--_--_--___----___-_----__--_-_-__
__----____---_---_-___---____--__---_---___-_-_----____-_____--_--__-_-__---
-_____-_----_---____-_-----_---__---_--_--_-__-__--________--___---_-_-_-_-_
-_--___-____---____-__-__--_----_----__-___-_--___-__-_-_--__-_----__--_-_--
0027名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/04/18(木) 07:09:22.81ID:7xf/QM2o
-_---__-______-___-___--_-__-_---_____-_-___-_-_-_----_-__-_---_---_---_----
_--_-_-_-____--_-_____-__---_-_-_----___---___----__-__--__-_-____--_--_----
_-_-_-____-_-__-_-__-_-_---_-____-_----____-------_____-_--_-_-_---___-_----
__--_-_-__--_---____-----_--_____-____--__--_--__--___---_-----___---__--___
___-__---_--__--_--___--_-____---------__--__---___--_-_-____-_---_--__-____
---_____--_-----___-___-__-_----_---_-____-___-__--__--_____--_--_-_--_---_-
__-_---_------___-______-_-_--__-_--__----___-_------_--__-_-_--_______--_-_
__-----___-___-----_--_-____-________-_---_-__-------_-----_-___-_----______
_---___--___---_-_-----_--_-___-____-___---__-_-_-___----_-------___-__-____
-__-____-__---_-_--___---___-----___-__--_-__-__-_-__--_-__--__-_----_-_--_-
----____--_____---__--_-_-__--____-__-____--_-___---_-_-__--_--_--_-__------
__---_-_____-____--__-___---__-_--_--___-_--__--_--___-_---__-_---__----_---
_----_--_--____--_-_----__---__-_-_-____-_--_---___-_-__---_--_____--__-_-__
_--___---_-_-_-----_-_-_-__---_-_---__--____--___-_-_____-_-_-_-_--__-_---__
-_--_--____----__--_--_-_-_____-_----_---___--_-__--___--_-_-___---_-___--__
_-_-----_---_---_-_____---_-_-____-__----_-_--__-__-____-_____----__-----___
-__-__--_-_--__--__--_--____-_-__----_--_--_-______--_-_--_-_-_-__--___--_--
--_---_-________-__-----_-_-_-___-_--____-__--_-_--__-___--_---_--__--_--_--
--____----____--_-__-_-_-_---_----_--___-__---____-____-_-_--___----_-_---__
--__-_-_-_-_-___-_--____----__---____-_--_-_--___-__---__-_--_--_-__--__-_--
--_-__--___--_____-_----__-_--___-______---__-_--___--_----_-__--___---_----
_---__---__--_-___-_---_________--_----__-__---_----_-_____---__----___--_-_
__---_-_-_-___--__--__--_--__------__-----________--___-_-_-_--__-_---_-___-
---_------__-----_----__-_-____---__---__-_______-___-____--_----______---__
-__--___----_--_-___-_--_---_--_-__-_-_-_-__-_____-_-----____-___-_--_--__--
___-____--_-_______-_--------_--___-_--_-__-____------_--__-_-_--__--__---_-
__--__--_---_-_-_-___-_-_--_--_--_----____--__----__--_______-_-_-_----_-___
_---_-_-__---_-___-________------__-_-_--__-_-----___-_-----__--___-_--__-__
_____-__--__----__-__--_--__---_-__---___-_-_-__--___----__--__-_----____---
-_-____---_-_--_-_--__-_---__-_----_-__----_____-__-___-_---_-___-__---_--__
-____--___-__-_-_----_------_____-_--_-_------_--__-___-__--___-____-__----_
-___--_-_-_-__-__---___-_-_---_____--_-__--_--__----___--__-_____-_---_-----
__--_-_____--_-__---_____--__-_----_-__-__-_-__--_-_______--__--_-----------
-__---_-_--__--_--____-_-__-__--___-______--__-----_-_---__--_---_-_--____--
_-_----___--_--____--__--_--___--_-__-__-___--_--_--___-------_-__--___--___
--__-_-__----___-------__-_____-___-_-___-__-_-----_--___--_-__---_-___--_-_
_-__-_--_-_-_-_-----_-_-_-__--__--__-__-_---_-_-__-___-_-----____----_____-_
--___-_-___--_-_-_--_---___----___-__-_-___--_-_-_--__--__-----______---__--
--_-____-__--__---_-__----_-__-_-__-_-_-_-----____-_--__-___--____--_--__---
-_-_-_----__-----___--___-_-_____---__----_-__---_--___-__--_______-_--__---
-__---____---_-__-___-___----___-----_---_-__-__--_--__--_-____--_-_-__-__--
---_-_--_-_-__-___-___-__--_---___--__--_____----__---_____--_-----_-_-___--
___----_-_--_-_-___-_____--_--___--__---____-__-_---------_-__--__-__----___
-----_-_-__-_-__-____----____-______--___-_-__-_---_--_-_-----__-_---_-__--_
-__---_-_---_-----_____--_-_-__-_--_-___---___----____-_--_-___-_---_-___-__
__-___--_-----_-_-_--_-_--_-----__--_--___--_---____-____--_---__--____-____
-__-_-__----___--_-_-___-__--_----___-_____-_-_--__-_-_--_-__---___---_---_-
_--_---__--__--_--__-_____-_------__-_--___--__-_-_-____----__---__-__--_-__
--__-_---__--_-_-_-___--___----_-___--___--__-----__--_--__--___-___--_-___-
__-___-__-----____--__-__---_-_----_____------_-_-__-_-__-_----__-__-___-_--
0028名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/04/25(木) 07:07:47.22ID:0sPapY48
--_---_--_-_-----___-__--_---_-_--__--_--___-_---__-___-____-___--_--_-_____
----__-_____--_--_-_-----__--_-_--_-_---__-__-----___-____-___-_--_-____--__
-_-____-__---__-----__----_--__--_-___-_____--___---_-_--_-_-_-___--_---_-__
--______----__-_--__--__-_----_-_-_-_--_---_-_--___-_--_--__-_-____--_-_-___
__---_-__--___-_--_-_--__--___--__--___-_-_-__-_--_----____-_-_--_--__--__--
_-___-_-----___-_--__-_-___-_-_-------_-__--_-___--__--_____-_-_-__---__-_--
--__-__---_-_-_--_--__-__-_---_---____-__--______-_--_--_-_-___-----___-__--
__--___-_-_-_-_-_-_-__-__---_--_---_--____---___--__--__-_-_--_-__-_-__---_-
__-__--_--__-___-__-_-_-_-__--_-_--_---_---_-_-__-_-___-_-_-_-__-----__--__-
_--__-_-_-_--_--__--_---___--_-____---__-__-_--__---__-__--__--_-__-__-__---
_-__-_---_--__----_--_--__---_-__--__---_-_-_-_---_-_______-_-_-_-__-_-__-__
____-_---_---__-_--__--___--_-___-__----_-_---__--__--____-______-_-_-------
__--_-____--_-_-_---________---_--__--__-_---_-_--_-_-_--_-_-__--_-__---_-_-
__--____----__-____--___---_____---_--__-_____----_--____----__-__-------_--
___-_-_--_____-_-__---_-__--____--_--_-__-_-------___-___--_-__-__-_----_---
_-____--_--_-_-_-__--_--_---___----_---__-_-_-_____---__---____--_-_--__--__
-__-__-_-_-_______--___-__---___-_--_-__--__--_--_------_---_-__--_-_-__-_--
_-_------__-__-_-___-_--_-_---_-___---________--_--____--_-____-_--_--_-----
-_--___-----_--__-____-------_-____-_-_____--_-___-_____---___---___-------_
-___-_-_-----_______---_--_-___--__-__----_--___--_____----_-____-__-----_--
-_-__-___-__-_-_---__-_---___-_--_--___------______---____--__-__--_-_---_--
_-_-__-_-_-____--_-_---_-_----------__-___--_--____---____-_-__-_----___-___
____---_---__-_--_-_--_-_______--__------___--__--_-__---__-_-__----___--_-_
__--_--___-_--_--_--__-_-_--__--_-___-_----_-__-__--_-_-_-__---__--__--__-__
_--__-_-__-_-_--__---_----_-_--_-_-_--____-____----_---_----____-__-_____--_
_-_--__-___--___-----__-___-_-_-_---___-_--_--_-_---__-_-______-_-_-----_-_-
----__--_____--_--__----_----___-___-___--_-__-_-_-___--___-__-_-_---__----_
___-___-___--_____-__-_-___--_--_----_-____---__--_-_------__---_-__-----__-
_----_-_-_-_-_-___-____-____-_----_---___-__--__--_____-_-_------_--_-_-_-_-
__-___-__--_-_--_-___---_--_-__--__-_--_-_-_---____-_--_-_-____-__--_----_--
-__-_-_----____-----___---_-_---_--_-_---_-_-__---_-___-_______---___-__--__
--_----_--___-___--___-____-_--_-_--_--_--_-___-__-____----__-___-_--_-_----
_-__--_-_---__--_-_-___--_--_-___-----__-_-_-__-_-__-__--_-_---_--__--_-____
__---__-_--_-_____---__--_--_--_--_-_--_-_-_-__--____-__-_-____-_-----_--__-
_-_-_----_-__-_-___-____-_-_--_-_--___-__---_-_-_---__-___-----_-__--__-_-_-
---___---_--_-___--__-_-_----___-___-__--_-_-__-_---____--_--____-_--_-__---
__--_---_--____--_-_-__-_-__--____-__-__-__-_-_----_-_---__-----__-_-_-__--_
_--__--__--_-_---_-_-__----_-___-_--__---_-_-___---_-__--_-__--_-__--_-_____
_____--_-_-_-__--_-___-_---__-__-_---_-___--_--_----_-_---__-_-__-___--_--_-
_-___--___-_-_--__--_-_---____-__--____---_---__-_-___-_----__--_--___---_--
_---__--_-_-___-_-_-_-_-_-----___-_-____-_--__---___-_-__-__--____--_--_----
___-____-_---__-_--_--_---_--__--____-__-___--_-__-___----_---_-__------___-
_----_______-_-----_-_-__---___-__-___-------_-__----___--____-_---_-_-__-__
-_-_--_-_----_-____-___-___-__--_-_--___-__-___-__--_-_-_-_-____-------_----
__-____---_-__--_____---______--_---_--_-___-_--_--__-_---__----_-----____--
_--_--_--__-_----__-_--_-----__-__---__-_--_______-____-__--____--__-----__-
__-_--_____----_--__--_--__---_-__-_-_-___--__-_--__-_____-----__-_--_-_-_--
-__-___-_-__-_-__-__------__---__---__-_---__--_----__--_---_-___-____-___-_
_-_--_-_--__-__--___---_-_--_----_-__--___-_---__--___-_-_---_-_-_____--__-_
-__--_---__-______-_-----_-_----_-___-__--_-__-__--_--_------_-_-___--______
0029名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/05/02(木) 07:05:59.49ID:7S7Ff96d
____-_-__-_------_-____-_---_______-_-__--_---_-_---_--__---_--___--___--_--
-__-_-__--___-___--_---_-___--____-_--__-_----__--_____---_-___--_-----_-_--
_-___-_--__-__-___--_-_-_-_--------__-__-__-__-_-___------_-___-____--_---_-
-_-_-_----____-__----__---__-_-___-__--_____---__----__-_-____-_-__----__---
_----_--_-__-_____-___----_-____-_-_-___----_____--_----__-_--__-__-----__--
_-__-___--_-__--_____--_-___-----__--_-_____-_-____--_----_---_-_-___-------
-__--_------___----_-__-_-_-_--____--__--_-__-____-_-__--__-___-_-_-_--_-_--
_-__----_-__-_-_-__---___-_--__----____-----__-_--_--___--____---_-____-_--_
_--__-___-____---------_-----______--_-_--__-----_-___-_-_-_-___--_-____--__
-------_-_-__--______---_______--_-____-_---_--_--_-__-__---_-_-_-__--__-_--
_____--_--_--_-_----_____--__-__-__--__--_--_-__--__-__-_-_-_-_--__---__----
--_-____-___--___-_-_-__--_---_---___-_-_____--_--_-_--_----___-_---__--_--_
-_-__-____-______-__---_____---__--_-_-__--_---_----____----__---_-_----_-_-
_--_-----_--___------__-_---________-_-_____-_-___-___-__---_--__-_--_--_---
_------_-__-__--___-___-_-_--_-_-___-----__--_--__-_-____-_--____-----___-_-
-_-_--__---__-__-_-____--__----_--_------_____-___-_---_____-____-__-----_--
__-__--_----____--___--------_-_-_------_--_______-_____--__--_-_-_--___-__-
___-_--___-_------__--___---____-_-__-__-_---__-----___----_--__--_-_-__-___
--___-____-__---_-_-__--_-_--_-_--_--____--_-_____---___--_-_----_--___--_--
__--___-_--_-__--_-_------____-___-_---_--_-_____--_----____---___----_--___
-----_--_____------_-_-_-__-___-_----_--___---_____-___-_-_-____-__---_--__-
_---_--_______----_----____----_______-_---_--__---__-_----_-___-_-_-__---__
_--_-_-_-----__--___-__-__--_-_-----__-__-____-_--__-_-__-_------_-__-_-____
--_--___-__----__-_-_-__--____-_-__-__-___--_-___-___--_------_--_--__---__-
_--___-__----__---___-----___--_-_-__---_--____-----_---_--___-_____--_-____
__-__----_---_--__-__-____-_---__-------____-_---_-__-___-_____--__---_--_-_
__--_-_-_---_---_______-____-_----__-_-_--_--_--___-_-____-__---_-__--_-----
_-_-------___-____---_---_-_-_-____-_-_--__--_---___--_-_-_-_--_--______-_-_
_-___---_-__---__-__--_--_-__---_-_--___-_----_--____-__-___-_-_---_--_-___-
--_--_-_-_---_-__-_-__-__-_--_--_-_-_-__-_-----_---_______---__-_--___-__-__
--_---__-_--_---__-_-_____-____-_-_-_--_-_-__-___-__--_-_--_--___--___------
---_-_--______-_--_--_-_-_---____---_-______----___-------___-__-_____-----_
-______--_-___--_-__----___--__---_---__-___-_-_-__-___-___-_--___----------
--_----__---_-___-__-____-_----_--__--_--_-__-----___-_-__--__-___-___-__--_
__--__-_--_--__---_-_-___-______----____----____-_---__-_-_---_-__--_-__----
--_-_--_--___-__-_-----___-__---___-__--_-----_--____--___-_____--_----_-___
_--_____-_-_--_---__-_--___----__-____-____-___-_--_--__-----_-___-_-_------
----___-_-_-___-_---_-_--_----_-_-___---_----__----_______-__---_--___-_____
-_-__-_-__---_----_-___-_--__--_---_-_---___----_____-_-_-_--_-__-____-___--
_-____-__---_--_-_---_--___-______--_-_-_____-_---___-_-------_---_--_-_-__-
_____-____---_--___---_--_____--_-__--_--___--__---_-____---_-_-_-----_--_--
_-_-_____-__-_-__---_-_-__--__--_---_-__-_---_-_-_---_--___--__--_-_-__-__--
--____--_-_----_____---_--______-__---_-----___-__-_-_-_-_--___-__---_-__---
---____--_--__-_---__-___-_--_---___-__--__--_-_-_-____-------____-___--_-_-
___----__-_---_-__----_-___----_--_-____-_-______-----__---__-__---____--__-
--_-----_-_-_-__---_-_----_--____--__-___-_-_---___--_____-----_-__-______-_
-----_--___-__-_--_---_-_--_____--_-_--__--_-___--__-_-__-_-_--__--____-_--_
-_____--_--__-_--___-----__-_----__--__-__---_--____-_--_--_-__-____---___--
-__--___----__--_--_______-_--___-__--_--_-----_--__-----_---____--__-_-____
___---__------_---_-_---__-_______-_-_-__---_---_-____----_-__--_---_____-__
0030名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/05/16(木) 07:05:18.67ID:+D/IafZh
----------__--____-_-----_-_--_______-__-____--_---__-__-__-_--__-_--_____--
_-_---__--______-----____--__-_-__-___-_--_-_-_-----_-_-_--_-----___--_-____
_---_-__-_-__-_-_--_-_-__-__-_---_---______--_-__---_------__-__-__-_-_--___
--_-_---__-__-__----_-_--__-___--_---___--_-__--_---_-__-_-_-__---____-___-_
-__--_-------___---_-__--__-_-_---_-___---_--_---__--__-__--_______-___-_-__
_-_-_--_-_-_-_-----_------________--_---_-__--___--____-_---__--____----____
-_---_-______-__-__-__--__---__-_-__--__--___-__----_-_-_-__---__--_--_---_-
_______---_____-_--___--_-----_-___---_-___--__--__-_-_-_---_----___---__---
__-______--_-__-_-__-__-___---_--_-----__---__-__-__----__--_--_-__-__-_----
_----_--____-_____--_------___---____-_-__---_-_---______-_-_--_--_-__-__---
_--_--_-__--___------_---_-----_-_____--__----__-__----__-______-__-__-___-_
--_-__-___-_--_---_____-_____--_--__-----_-_____------______---_-_-------___
-_-_-__--_-____--_-----____-_-__--_-_--____------___-___-_-_--____-_-__-----
_-___-_____---_-_-_____-__-___----___-___---_--_-_-----_-_---____-----__----
_____-_____-_---_-__-_-_--__--_----_-__-__-___-_-_-___---_-_--__--_-----_---
__--_--_-_-___-____---__------_-_---_-_-_--___-_---__-_-_--__-_--__-_-_-____
-_______---___--_--__---_-_--__-____-__-_-_-__-_____-_-_-_-_-------_---_----
--___-________-_----__-_--_---_-_-----__---__-_-_-_-_-__---__--______---__--
--___--___---_-___-__--_-_____--_-----___-_-----____--___--_--_-_-_--__---__
-_---_-__-_-_-_---_--_-_---_-_-_--____--_-_____-__-------_--_-__--_____-____
_-__----___--__-_-__----_____---___-____--_---_-----____-_--____-__--_---_--
__-_-_----___-_--___-_-_-__--__-_-____--_____--_---_------________--------_-
-_----____-_____--__--_-_---_-___---------__-__---__--_--__-__-_____--__-_-_
_-__-___-__--__-_-_-_-_---__-_-__-----_____--_--___---_-__--______---_------
-----____-__-_--___________-_-_----____-_--_--___--------_-__-_---___--__---
_-__---_--___--___-----_____--_-_--_-__--_-___------_--_______--___---_-_--_
-_-__-_--_-_-_-_--_----___-----_---___-___-_____-_-_---_--_______-___----_--
_--_-_-_-_-_-_-_-__-_-_-__-_--_--__--__-------_----_--_-_--__-____-_______-_
___-_-_-__-_--_-_-_--_-___-_-___-___--__--_-_-------__-_----_-_-_-_-__--__-_
__-_-----_-___-__-_-_---_----_--___--_--___-_-_---__--____-_---___-___--_-__
-___-_-_-___---__----_-__---_--____-__--__---__----_---__-__-__---___--_-___
-_-_---_--_-_--___----_--_--____-_--_--_-_-__----_____-__--__---______-_-_-_
--_-___---___---__-__---___--__-_--_-_--__---__-_-___--__-----___-_-_-__-_-_
-___------__--___-__-__-_--__-___-_------_-___-_---_-_-_-_-_-----_-_-_______
---_____--_--_--_-----_-___-_---__-___-__---_----__---_--__-______--___-_-__
-_______-____-__--_-_-_-_--_-_---_--_-_--__------__-_-___----_-_-___-_--__--
----_-_-__-_-_-_-_---__--_--___-_--__--__--___---__-_-_-__-__--_-__--__-_-__
----_-__--___-_-__-----__----_-_-_-___--_-____-_____---_-__-_-_-_-___---_--_
_-__------_--_-__----__-__-__---___--_---_-____-__---_--_-____-____---__-__-
-_-__--__-_-_-___-__-_--__--__-__----___--_--_-----___----_-___-_---__-__-__
-----____---___-_--__--____-__--_---____---_-__-_-_-____------___-_-----____
-_--_-_-__--__-__-_-_---_-__--______-----__-_-_--___-__-_---___-_----___---_
--_----__-__---_-_--___--____--_____-_-_-_-_---___-_--------__-_-___--___-__
---_-_-----_-_-__-_______--_____--_-__----_-__--_--_-_-_-_-_-___---_-_-__-_-
_-__-______-_-_-_-___--___-_-__---___----_-_--_---_---___--___--_--_-_--_---
_-_-_-___---___-__---________-_-----_-_---__---_--_--_--__-_---___--___-_-_-
_-_-__-_-_-__--___-_--______-___--_-___--_-----__----_--__-_-_---_-_-__-_---
_--_--__---__-----___--__-___-_----___---__-_-----_-__--_---_____-_____-_-__
-_-__---_--_-_---_----_---__--___-_-_-___-_____----_---__--___-___-__-_-___-
___-___-_-_-____-_-_---_---_________--_-__--_-_-_----__------__--_-_--_-_---
0031名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/05/30(木) 07:09:11.77ID:kMMKUDjy
---__--____-__-_-_-_-__------___-__-___-______-_-__--__--_-_--_----_----_-_-
_-_-_-----_--_-_______-____-_---_----__-_-__---_-_-_-----____-__--___-_--_-_
_--____--_-_-_---_---__--___-_____--_____---__---____-_-_----_---_--__-_-_--
_--_--_-____---___-_-_---__-_--_-_____-___--___-_-_-_---___--_-_---_-----__-
__---_-____---_-_-___-_-_-_--__------___-_--___-_---_---___-----__-___-_-___
--_-__--_--_-___----__---__-_------____-_______-_--_--_-__--___-_-_-__--_--_
-_-_--_---_--_----_-__---_--___-____-_-_-_-___--_-_-_--________-_--_-_-_-_--
-_-__-_------_-_----___-____-__-_-_-_-_--_--__-_-______---__----__-__----___
---_----_-__-__-____--__-_-____-_----_----_-_____-_-_--_-----____-_-_-__-_-_
___-_---------____--_-_-__-__-__--__--_-___---_-_-_--___-__---__-_--_--__-__
---__----__-_--__-_-_________-----___-_-_-----___-__--_-_--_-_-_-______-----
__________-----_--____-__--___-______----_--__---_--_-_---_-_------_----_-__
--_-----___--_---_____-___-____-_------_---_-_-----_--_____-_____-__---_-___
---__--__-_-___-_-_-_____---__-_-___----_--__-__-_-_--_-_---_---__-_--_-___-
_-____-__-_--___-_-----__-__-_--__-___-_-_---_-__-_--_----___-_---_----__-__
__-_-_____--_---__-_____---_----___--_--___-----_-__-_-___--_--__---_--__-_-
_-_------____-__----__-______---__--_-___--_------_--__-_____-----_-__-_-___
___----_-_--_-_-_---___--_-__-----_____--___------____--___----___-___--__-_
--___-_--_____----__---_------_--_--__--_----___-_--_______-__-_-_____-_---_
-__-__---__-___-------________--_--__--_----_--__--_-___-______--_-_--_-_---
__-_--_-_-_--_-__-__-_---___-_--_-_-_-_-__-_---_-_-_---_--_-___--_-__-___--_
-_--__---_-__--__-___-__-----_____--_-__-_----_-__-_-____-__--_-__-__-_-----
-_--__-_-__----_-____--_--_-_____---___--______---_-_--_---_----_--_--__-___
__--___--_--_-__------_--_-_-_-_-___--_-____-____-_-___--_-__--___-----_--_-
___-__-_---_-___-______-_--___-__--__-_-------__-__-___--__-_--_-_-_--------
--_-___--__-----__-___-___-__-_-_-__-__-_-__--__---_---_-____-_-__----__----
---_--_-__-__-__-___-_--___--___-_--__-_-_-_--_--__-_-_----__-_---_-_--_-___
__---_------_----____--_-___-_---__-____-___------__-__--_-_---___--_____-__
___-_-___-__-____-_--_--___-___-_----__-------_----_--_--_-_-_-_--__-_-_-___
--__---_--____--_----___-_--__-_-____-_--_----_--__---_-___-_____-__-_-_-_--
-_-____-_--__-_-____--_-___--_-___-_--_--____-___----__------_-__-_---__----
-_---_-___---__-_--_____--_-__----__---__-_-____--_____--__-------____-_---_
_---__-----______--_-____--___--_-_-_-_----_-_-_--__-__---__-__-_---_-_--___
_-__--_-___---_-_---_-------_-____-__-_-----___--_-_---________--____-_-_--_
-_--_-____--_--___-__--____-_-_-_-_-_---_-_-_____---____--_-___-_-------_---
-_--_--____--__-_--_--_--_____----_----___---__---__--___--__---__-____--___
__-____-_-_-___-_---_--__-__-__---_---_-_-____--____---_-_---_-__--_-_-_----
__-_-------___----_-___---_-___---___-__--_-__--_--_-____---_-____-___---_-_
__-__-_-_-__-_-__-__--_--__--_----__-_--_--_____--_----_--__-_--_-____--__--
----____---___-_-_--___--_-_--_---___-_-___--_--____--__-_-----_-___-____---
-__--__---_______-__-_______--_---____-_--_-_----_--_--__--_--_--_-_--__----
-_-_----_--________-_-_____---__-__-_-_--_-___--_____-----_-_------__-_--_--
-_____---_---_-_-_-_-_-_-___-_-__---___----__--___-____--___-_-_-__--_------
_-_---____--_--_____-__-___-_-_-_--_--_---__-_---_-----_-_-_-__-_-__-_-__-_-
----__-_-_--__-_------____--____---____---__-_-_---_-___--_-__-____--_---___
___--_______-_-_--____-___-_---_---_-__----_--_--___-_------____-----_--__-_
_-__---__-___-_____---___-___--__--_--_--__-----__-----_-_-_-__-_---___-_-_-
__-_-_--_-_--_---__-_-____-_--_--_----_---_-_----_-___________--_---_-__--__
--_---__--___-__--_-__---__-____---_-----__-__---___---__--_-_--__-_--______
-----__--__--_-_--__-____-_--_-_-_-_-_-__-_-_-________-_-__--_--_---__---_--
0032名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/06/13(木) 07:12:50.47ID:8hiR9kE6
-___-_--_--_-_-_-_-_-_--_--_-___-____-__--_-_---_---_---_--_____--___---_-__
__-_-_-_--__-__--_--___------___--__--___--__-___---_-__-__-_-_--___----_--_
_-_--__-_--_-__-----_-_-_---______-_--_-_-_--__--_--____---_-_----______--__
_-_____----_--------_____-------___-_____------_-_____---_-___-__-__--_--___
----_-_--_____--_-_--_--__-_---_-_--_--________-__-_-_----__-_--__--_-_-__-_
____-__---_-------_------___-____-__---____-----_----_-__-___-__-_---_______
__--_-_-----__-_-___-_-----_-_---__--____-_----_____----___-___-_-_----_____
-_-_----_--__-_-_--_-_-----___---_____-_--__---_-__-___---__--_____--__-_-__
--_--_____-__-_____--_--__-_---__--_--_----_-__--_--____-___-__-_--_-----__-
_-_-____-_-____-_-_-----_-------____________-_-_------__------_-_--_-_--____
-__-------_--___--__-____-_-___-__--_-_-____-_-_------_--____--_-_-___---_-_
_----_--_____-_--__-__--__-----__-___-_-__------_-__-__-_-__-_--__-__--_-__-
-__-__-___-----_-___-_-_----_-_--_-_-_-------__--__-_-__-___-_--__-_-_-_____
_-_-_-_--_-_---_____---_---_-____-___----_-__--------_--__-_-____--___-__-__
---_-_---___--_-____----_-_-_-___-____--_-_--_--_-____---___--___-_-__-_----
_-______----__-_-_--_-____----__-_----_-_--_---_-_-_--_--_--__-____-_-_-___-
--__-_-_--_-_-_-_-_-__-__-_-__--___-_---_-_-_----___--_-----_-________-_---_
__-__--__-__-----___--_--_-___-___-__-__-__----_----__-_--_-___-__-----__-_-
_-_--_--__-__---____--_-_----__-__-----___--_--_-___----___-___--_---_-_____
-_-_-_--___-_--_-_-__-_--_---_-___-__----_--_--_-__--__-__----_-___-____--__
--_------_____-___-__--_---__----_-__-_--_-__-_-_-_-___--__--__-__--_--__-__
_--_-__-_-_--_-----_--_-_____-__-____-__-_---_--__-__--_-__-__-__----_-_-_--
_-_--__--_-_---_--_-____------_--______--__-____--_-_----_-_---____-_-_-___-
-_--___--__----____-___-----__-_-___-_--__-_-_-_----_-_-_____--_--___--_--_-
-__-_-_--________--__-_-____--_----__-__-_-____---__--_--_--_----____-------
__--_--_-__--__-______-__--_-__--_---------_-----__--_-__--___----_________-
--_-___---_---_---____--_--___-___---_-__-__--_-___--__-__-__-_---___-_--_--
_-_-_--___-__---_--__-_-_---_----___--__-__-_-__--__-__-_-__--_--_----__-___
___---__-------___-------__--_--_--____-___-_-_-----__-_--_-_____--____-____
_--_-_-_--___-_-_--_---__--___----__--_-__--_---_--_---_-____-_____-_-_-_-__
_--__---__--_--_--_-__-_---_-__-_-__-__---__-__--___-___-_-_______----_-----
-_----_-_--_-_--_--_---__-__-__-_____-____--____--___--_---__-_-_-__---_---_
-__---_--___--___--__--_-____----_-____-_--_-_--_------__--_--_____-_--__-__
__--_-_-_____-_----__--____-_---_-_-_---__-----_--___------_____--__-__--___
----__-____----__-_--__---_-__-_---_--__----___-__-_--___-__-___-_---___--__
_-__-___-_----_-___-_--_-___--_---__--_---_-_-_--_____--_-_-___-___-----_--_
-___----_-___-___-___---_---_--_-----___-_-_---_-____-_-__--_---_-_---______
-__-__-__-__----____--___-___-_--_-__-__-__-___---__---__--------__----__-_-
_-___-_--_--__--_-__--_---__-__-_--_--_-__--___-_-__---_--_---___-_-__-__--_
_____----__-__-_---_-___-_-__-_-_-____---___-_-_---_-__----_--__---___-_----
__---___-----__-__-----__--_--_--__-__-_--__-___-__--__-_-___-_--__--_-__-_-
-_--__----_--____-____---__-_---__-____-_-_-_--___-_--_----_____----_-_--_-_
-__-_----____-----_--__---__-_--_-___-___--___-_-_--__---___-_____--_-_-_---
__----__--____________---_---__----___--_---_---_--__--__--_-___--_-_----___
--_____----_----_____-__-__-----_-__-___-_--_----_-_--___-____---__---_--___
-______-_-__-----_-_--__---_-__-___-_-_---_-_---_-__---_--_--__--____---____
-__-----___---___-__-_-__--_--___-___----_-__-_-__-____--_--_---__-_-_--_--_
--__---_--_--_---_-_-__--_-__-___---_-_--_-___--_--___--__---_-______--__-__
__-_-__-___-_--___-_----_--___-__---__-_-------_--------___-______--_--_____
__-_--__--__--__-__---_--_-_---___-_-_--__--___---_-__--_-_-__-_-___--__-_--
0033名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/06/27(木) 07:09:13.78ID:BpfLKty1
_---_-___-__-__-___--_-_---_-_--_-----___---_-_______-__-__--------_--____-_
_______--___-_-_-_--_---_-___-----_-_-_----___---_--___--_--_-___-_-_--__-_-
--____-_-----__----_--___-_-__-----------____-___----_----___-__________-___
-__-_-_______-__-_-__-_----_----_-_----_-_-__---___--------__-___-_-_-__-___
_--_--__-__-_-__-__-__-__---_--_-__-___--___-_-_-___-__---____-_-------_----
_--___---_______--_-_-_--_-_--_-_-__---_--__-----___---___--_--_----____-___
_---__-_-_-__----_----_--______-__----_-__-_-__-----___-_--__--__-_-____--__
__--_---_--_-__-__-_---____-_-_-_-__---_--_--___-_-__--__-_---_-_--_--_-____
__--____-__-_--_-__--__------___-_-__-__-_-___---___-----_______-------__---
_--___-_-_-____-___-_-_-__----___-___-_---__-___-__-__-_-_-_--_----------_--
___---__-_-_-__________-__---_------___------_-_-_--______--_----_--___-_---
-_-_----_-__---_--__-____-____-_---______---_----_-__------_---___-_-____-__
_---_-__-_--_-__-__----_-__-----______--_-__---_-----_--_-_-__-___-_____-_-_
___-_----__--_----___---___--__-----_-___-_________-_--_-____--_-_--_--_----
__---__--_--_--_--_----__-_----_-_--___--___--_-__-____--_-_--___--____--___
--_-_-_-----__-__--__-_--__-________-__--_---_-___-_--__-_-_----_-_-__---__-
-_-_-_____-_----__-__--_-----_-_--__-__---_---__---___-_--_-___-__-__---____
-_-_---__--_-_-_-_-______-_--__-----__-________---_-__-_-_-----__----__-_-_-
---___---___--_--_---_---_--__---____-_-___-__-----__--_--____-____--__--___
---____-__----__--_--___-_-_---__-__---_-----__---_______-__---__-_-_---____
-____-_-_-___-__--------_-_----_____-_____-_---__-_---_--_-__--__--___---__-
-_-____--___----__-__-_-_--__--_--_____--__---__--_-_-__--__--__--_-__-_----
--_----____--_---_-_-__-_-_____-__-__---_-____--__-_--_--_--______----_---_-
_-__-___--___-___-______-__-_-__-__----__--_-_--__--_--------_-_---__-_--_--
___-___----_-_-_---__--__----__-----_-_-_--_____--____--_-_-_--_--_--____-__
___--__----_-___--_-_-__-_-----_-_-_-_-_--__--_--__-_--__-_-___-__-___--__--
-_____-_____--__-___-___-_-_---__--__--_-_----____-----_--_-__-----_---__-_-
_-__-_-__---__-____--_-_-_-_-_--_-_____--_---__-____---__---_--_-___------_-
______-_--___--___---_-___---_----___----_-_-__---_-_-___--_--___-_--_----__
__-_____-_-_-_--_-_-_-------_----_-_-_-__-_-_-_-___--_--_____--__--_--___-_-
-__---_-_____--_____-_-__--_-__-_-_-_------_-__----_-_--__--__-___--__-_-_--
-_-_--___-__--_-_-_____-_---____-__-__---_-__-__--_---__-__--_--___---_-----
_-_--_-_----__--__--__-_-_-__-___--_---___--__---__-__-_--__-__-_-___----__-
-__-_-_--_--_----___-___-_______-___---_-_--_-__--_--____-_----__---__-_----
_____-___-__----___--_____-_-----_-_--_---__-_--_-----_-_-__--___---__---___
_-__--__-_-_-_-_-_-_-__---__-_-_-____--_-_-___--_---__-_--__-__----_---___--
---_------_-____-_---_-___-_--____-_-_------___--___--__---_-_-______--__-__
____-_--_____-_--_-___-___-_-__---__-____--_---___-_-__--------__---_-_-----
--------_--_-------_-___-_--_--___----_____-___-____--_-____--____-_____---_
-_-_--__--___-__---_-_-_------_--__--_-_----__-_---_--_-__-_--______-_______
_------_-_-_--_-__-___----__---_-__--__-___-__---___--_-____--_-_-___-__-_--
___-_-__-------_-----__--__--___-_-_______-__--_---__-_-_----__--_-_-_____--
__-__--__-_-_-________-___-__-__---_--__-----_-_-_-_--__-----_---_-_--__--_-
--_-_--__-----_--__---___-__--___--__-_--__--____--______-_---___--_---__--_
----_______---_-__-______-_---_____--__-_------_-_-_-__-____---_---_-_---_--
_---__-_----_---___-__---_____-______---_--__--____-----___-_-__-----_--_-__
--___--_------___-__---__--__---___--__-__-____-_-__--___--__-_---_-_-__-_--
__-_____--_-__-_---_-_____-__-___-___-_----_-_-----_--___------_-__-_-__----
_-----_-__-__-____---__------__-_-_-__--________--_------_--__----_--_______
--__________-----____--_-__--__-_--_--___--_-___-__-__---------_--____-_----
0034名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/07/11(木) 07:10:41.57ID:w34RzxMG
-_-_--_---__-__--_--_____-__---__-_--_-_-_-_-_-_-_-____---___----_-_-__-_-_-
-__---_-_--_-_____-----__-___-____-__---_____--__--__---_-___-_----_---_-_--
__--__---_--___--__---___-_-___-__-_--___----____-_------__----__-_--____--_
-_-__-_-___-_--_--___-_--_-___--__-___-_-__--__-----____-___--_---_-_--_----
-_____-_-_-----__--_-_--__-___--_-_----_-____-_-_-----_-__---______--____---
-___--_-_--___-_-_----_-___------__----_-_--_---_-______--__---_--_-________
-----_-_-_-___-__----__-----__-_--_---___---____--_--___-__-____--___--_-___
____---__--____-_-_-__-__--_-----_--_--_----__-__-_-__--_-_--__--__-___---__
-__-_--_---__--____-__-_-____-_-__----_--_-__-_-_----___-__-_--_-__--__--_--
-_--__---_-____-_-_--__-------__-----_-__-___-___--_____-__--__---__--__--__
----_--_-_-___-__-__-__--_-_--_-___-_--_--_--_-__-_-_--_-_--__-___--_--____-
__--_--_-_-__-_-__--____---___----_--__--_--___-_-_-_--___-_--__--_---____--
--_---__-__-_-____---__----_________--__-_---__-----__-_--_--__-_---_-___--_
-__-_---_--_-__-____-______--__--_-___--__--_--__--__--__---_-_---__---_--_-
_-_-_-_-_-__-_--__-_--__-_----_--_-__-----_--_--__--_-_--____-_-_-_-__-_____
_____-----___-___----_-----___-__----__-__-__--___-_---__-_-_____--___------
--_----_-___-_-_-__-_-_-__-_--_---____--_-_-__----__---_-___-__-_--_-__--___
__-_--___-_---_-__---_--___--_---___--_--_--_____-___--___--_-_-_---_--_--__
------__--_--____----_-_____--_---_--__---___---___-_-_---__-_____-__--_-___
---_--__--__--___-_-_-_____-_---___----_-__--__--_-_--_-___--_--____---_--__
-__-___-_--__---___-____---_-__-_-_--_--_--_____----__-_---_----___--_-_-__-
------__--_-___-_-_____-_---_-__-__-__----_-_-_-____-_---_---_--_-_---______
--_-_-__-_-____--_-__----_-__-___-_--_-__--_-__--__-_-_-_--_-___----_-__--_-
____--_-___-_-_-_-_---_--_-_--_-_-_-_-----_-__-___-____--_---___-_-____-----
_--__---____------__-__--__-__-____-_-___-_-__--_---_-___---__----_-_-_--__-
_------_------_-___-__-____-__--_-____-_--__---_-_-__--___--___-----_-__-___
-_-__--_-_-_-_------_-_--___--____------_-__--____-____-----_--_--_______-__
---___-_____------_-_---_--______---__--____-_-_-___--_-__---__-__-_-_-_----
---_--___----__-___--_--__-____-_-_---______--__-__-_-_-__---__-_-_----__---
________-__----__-_-_-_-_--_____-_--_---_-_-_-----__-_--__--__-_-_--__----_-
________-___--_-_---__-_-_-_----_--____-___---___-_----_-_-___--_-_---_-----
__--__-----_____--___----_-_------__-_____-___-_-----__-_--_-_--__-__-_--___
-_--______-___--____--_---_-_____---__---_--______--_-_-----__---_--_--__---
_--__-______--_-____-_-_----___-_--_---____-_-__-_----_-_---_----_-____----_
_-_----_-_-_-_-_-___----_-__-_----__---_-_---___---__-__---__-_________-_--_
_-------__-_-__-_--_-_-__-__-___--_-_-_---_--_____-__-___-__---_-_-_-_-__---
__--_-_-__--_--_--_--__--____----___-_--__-__-_-____--_-_--_-_----__-_-_-_-_
--_--__-__---_-_____---__--_-_____---__-----______-_-_-_-_____----_-_-_-----
-____-__-___-_-____-__-_---___-----_--__---_-_-_----__--___-_-__--_-_-_--_--
--_-__-___-_--_-_____----___---_-_--___--__--________-_--------____----_--_-
-----_--_-----____--_----____-___-_-_-____--_-_-__---__-__-_-_--_--___-___-_
_-__--__-_-_--____--__--__--_-___-_-----__----__---_-__--_-_-_-_-_----______
____-_-__--___-_-_-_-__--____----___--_-_---__---___-___--_--_----_-__---_--
___--_-_--_--_--_-_____-_-_---_-___-_---___-_--_-__--__-_--_-__-___--_-_----
_------____--_______-__--__---_--_--_-_-_------_------_______-___-___---_-__
____---____---____-__-_-_-_--_-----_--__--_-_--_--_-__-_-_-__--_____--_---_-
_-___--_-_-___--___--__--_--__-_-______---__---__--_------_--_-_-_-__--_-_-_
-__-__--______--_-_-_____--_-___---_------_-______-------__-----__--_---____
_-_--_-_---_--_--____-_-__--_---___---_-_-_-________--__-_---__---_____-----
_-_____-_--___-_----__---____-___-___-__----_-_--___-__--__--_-_--_------_--
0035名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/08/01(木) 07:16:03.65ID:4ms1IcYW
-____-----_---_---__-_-______--___----__-_-___-__-_----___-_-__-_---_---___-
-__--___-_-_-_-_-_--_-_--____--_-----__-_-____-_-___-__--_--_---___----__-_-
----___---__--_-_-___--_-__-----_------_-______--____-__-____-_--__--__-__--
_-_-_-___---_-------__-__---___-_-_--___----__--_______-_-_-___-_-_--_----__
_--_--___-_-__----__-_-------_---_____----__-_--____---___--_-_-___-_-__-___
_-__---_-_-----_--__-_---_---__----_---_-___--_-_-__-____-__-_____-_-__--___
-_____---___---__----------_---___-_-__-____---_-_-_--__--_____-_---___--___
-_-----_____-___--_-__---__--_-_---------____--_------__-__-____-___-____-__
__--__---___--__--___-___-_-_---_-__---_-____----__-_------___-_--_-_-_-_-__
_--__---_--___--__________--_---__--__-__-_--_--_-_--_--__-__----_----__-_-_
---________-___---_-_---_--__---____-_-__--_--_-___-__-_-_------__-___---_--
__-___-_--_----------_-___-__---___-___-__-_---_-__---_-___-_-___-___---__--
__---__--_--_-__-----___-__----_----___--_-_--_-__-_--___-__-__---__-__-____
__-_---__---___---_-_---____-_-__-___-_-__-__---__---__-_---___----_----____
_-_--_-_-_-___-_---_-_-_-_---__-_--_______--___-__-__----_-__---__---_-_--_-
__----__-__-_--__-___-__---___-_-_____----__--_-__--__--___-_-_-_--_----_---
-_-__-_-__----___------_-_-__--_-__-__--_--__-__-__-_-_-___----_-__-_-__--__
----_----_-_---__--_-_-_-_____--_-___-__--___----_-_-____-__--_____-_--_--_-
-----__-_-_----_-_-__---_--______--____-_-____-_____---____-__--__--------_-
__-_--_---__-__--__-__-_____-_---__--_-_-----_-__--_--_____-_--____--__-----
__--____--_-_-___--__-_--____-___-__-__--_-_--__--_---_-__-------_-___---_--
_________-_-_-----____-____-_-_----_----_---_-___--------_________-__-------
__-__--_______-----_-__-_-____-____-_---_-_-----___-_-------__--__-___-_----
____-__-_-__---__---_---____--___--_--_----_--_---______-_-__-___------__--_
-___---__----__-_--_-_-_-_-_-_-_-__-_-_____----__-_-_--_--____--__---_-_--__
---__-_--_--____-_--__-_--_-___----__-___-__----__-_-_-_-_-__---__-_--__-_-_
-_----_-_---_--___-__---___-----__---__-__-___-____--_--_-__-----____--_____
-_-_--_-__-__---_----__---__-_-______----___-_--__--_--_-_--__-_-_--___-_-__
_-__------___--__--__----_-___-------_-___--__-__--_-_-__-__--_--_-______-__
_----_--__----_-_-__-__--_--__-____-_-_---_-_-_----___-________-__--__-_----
___---__-___-_-___---_-------__-___--___-_--_----_-__-__-_----____-___--_--_
-__--___----_--_--__-__--___-__-__-_--_-__---_------__-__--__-_-_____--__--_
____----______-_-_---_-_--_-_--_--___--__--_---__-__-__---_---_____-_-_--_--
___----_-_----_--___-__-___----_____--__--_--_--__--_-__-__-__--_--__---_-__
__-_----___----_-_--_-_--_---___--______--_-_--_____--____----___-__----_-_-
__-___------_--__--_---__-_-___-___---_--___-_-_--___--__----____--____--_--
-____-____--____-_--_--_----_------__-___-_----____---__---___-__-__---___--
__--_--_--__-_-----_------__-__-__-_-__---__--__-_--__---_-__-__-___-__-____
-___-----_---_-_-_--___---_---___-______---___---__-_----__---__-_-__-_-____
_-__-__-___---__-_-_-_--_--__-__-__-__--_-_-_--__-__-_-_--__--_----___--_---
---__---_____---_____-__-_--_-_---___---_-_-__---___-_--_-_--_--_-_---_-____
___----___-___-_---____-----_-------___---_-_____--_-______--_--__---__--__-
-__---_-_-_-_--__--__----__---_-_-__-_-_____--__-_------______-____--___----
----_---__---____---_---_-__--_-_-______--_---___-____----_--___---____--___
-__--___-__-------_--_-____---__--_--_-_-__-----_-___-___-__-_--_-__--____-_
-__-_-_-__-_-_-_--_----____-__----_--_-_-_-__-_-________--_-_---____---_----
___-_-__-_-_-__---__-__-__--_-___-_____---_-__--_----_--____-_-__--_--------
_---_--_______--____-_-__--__-_-_____--_-----_--__---_--_--_--__-___-_--_---
--_-_-__-_--_-----____-___--__________--_-___----_-_-_--__-___-_----_----_--
-__-_--___-_----___--____---------_--_-_-_----_____--_-____-__-_---_-___-___
0036名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/08/22(木) 07:07:57.34ID:N8TDDUfH
--~~~----~~-~~~--~-~~~-~-~~--~~~~--~~~---~-~~~~--~~~-~~----~~-----~----~-~~-
~~~~-~~~~~~------~~--~----~~--~---~~-~--~-~-~-~~~~-~~---~~~~~---~--~-~-~~---
---~--~~-~~-~-~~~~~-~~~~-----~~~--~~--~~-~--~-~-~-~----~-~~~-~-----~-~-~-~~~
-~~~------~~~~~~~------~-~~~-~--~~~-~--~--~~~~~-~~~-~~--~----------~~-~-~~~~
~~~--~~~~---~~---~-~--~----~~~--~~----~~--~~-~----~---~~-~~--~-~-~~--~~~~~~~
-~-~-~~~~-~--~~~-~~~~~--~~~~--~----~---~-~-~----~~~-~~~~~--~~-----~~-~-~----
~-~-~~---~-~---~~~-~~~-~~~---~~-~-------~~~-~~-~~~~---~~~---~--~~-~--~~-~--~
~-~~~~-~-~-~---~~~~-~~-----~--~~---~~~~~~~~---~~-~--~~-~--~-~~-~-~-~------~-
~~~--~~--~~~~-~~~-~~~-~~--~--~~~-~~~---~---~----~--~~----~~----~-~---~~--~~~
~~---~-----~~~~--~-~~-~~----~-~-~-~~~~~-~~--~~~-~-~--~-~---~~~~-~-~~---~-~--
---~--~~--~~-~-~-~~~--~--~~~--~------~~~~-~----~--~-~~-~~--~~~--~~~~~~--~-~~
----~--~~-~---~~------~~~--~~~--~~-----~--~~~~~---~-~~-~~~~~~~-~~~---~~--~~~
-~~~~~~~---~-~~~--~~~~~~~~~----~-~~-~---~---~--~-~-~~-~-~--~~--~---~~--~----
-~-~~~-~~~~~-~--~~~-~-~~~--~-~---~~~--~~~~~-~--~--~-~-~~----~~-------~-~~---
-~-~----~~------~~~~--~-~~------~~~~--~--~-~~~---~~~-~~~~-~~~~---~~~-~~-~-~-
~~~---~-~~--~~-~-~~---~~--~~--~-~~~~~~~~--~------~~-~~~--~~--~-~--~-~~-~----
---~-~-~~~--~-~~-~~~-~--~~-~~~~-~-~~-~~~~~~-~~---------~~-----~~~---~~--~~--
-~~--~--~-~---~~~~---~~-----~--~~-~~~-~~-~-~--~---~---~-~--~~---~~~-~~~~~~~~
~~~--~~-~~-----~-~--~~-~---~~~-~~~~~-~~--~~--~--~~-~-~~~~-~-~------~-~~--~--
---~~~~~-~~~--~-~-~--~~~-~~-~-~~---~--------~----~~~~~-~~--~--~-~~-~~~~~--~-
~--~~-~~-~~-~~----~-~~-~~------~~-~~-~~-~~-~~---~---~--~-~-~--~~~-~~~-~-~-~-
~~~~-~-~~--~-----~~~~--~-~-~~----~---~~~--~--~~~---~-~~~-~~-~-~-~--~---~~~-~
-~-~~~--~~~~---~~~---~~-~-~--~~-~~~-~~--~--~~-~---~~~--~----~~-~--~-----~~~~
~~~-~~~~----~~-~-~-~--~~~--~~-----~-~--~~~--~--~-~~~~~~--~-~~--------~~-~~-~
~-~~-~~-~---~----~~~~---~----~~--~--~---~~~-~--~~~-~~~-~--~~~-~~--~~~-~-~--~
-~~--~--~~--~~~~~-~---~--~--~~-~--~-~--~~--~-~~~--~--~~~~~--~~~~---~~--~--~-
~~-~-~-~-~--~--~-~--~~~-------~~~----~~~~~~~-~~---~~--~~~~~~~~~-~----~----~-
~~--~-~~-~---~~---~--~~~~--~-~--~-~---~~--~~-~~--~~-~----~~~~-~~~-----~~~~-~
------~~----~--~-~~~~~~~~~-~--~~-~~~------~-~--~~--~-~----~~~~~-~~-~~--~~~-~
~--~~-~~~--~-~~~-~~--~-~~--~~~-~-~---~-~--~~~~~~~-~~--~----~------~~--~-~~--
~~~-~-~~----~--~-~~-~~----~-~~-~~~-~--~-~-~--~~~~---~-~-~~~---~--~~~~-~--~--
-~---~-~~-~-~-~-~-----~--~~-~~-~-~---~~~~~~-~~-~~--~-~~-~~~~~-~--~--~-~--~--
~~~-~~-~----~~-~~~-~---~--~-~--~--~~~~---~-~~~----~~~~-~---~-~~~--~~~~~-----
-~------~~~-~~~~--~~-~~-~--~-~-~~-~~~--~~---~-~~~~-~~~~---~--~-~----~--~~~--
~-~--~~-~---~--~~--~~----~-~--~~~~--~~--~~--~~--~~~~-----~-~-~~~--~~-~~~-~-~
-~-~~-~-~~-~~-~--~~~~~-~~~-~~~~~----~~~~-~-~~-~~--~-~------~-~--~~------~---
~~~~--~---~~~----~-~~~~~~-~~-~~----~---~~~~~~~--~~~--------~~~--~---~~~~----
~-~~-~-~~~~~----~~--~-~~-~---~----~-~~~~-~~~~~~~~--~--~--~---~~---~~-~~-----
-~~~-~~---~~----~--~~--~--~~~--~-~-~~--~---~-~--~~~~~-~--~~~---~~-~--~-~~~-~
~-~~~~~--~~~------~--~~---~~~--~-~~~~~~--~~~~-~~---~---------~-~~-~--~-~~-~~
-~~~~~-~~-~----~-~---~-~~-~---~~~--~---~~----~--~-~~~~-~-~~~----~--~~~~~-~-~
-~~-------~--~~~~--~-~-~~~~~--~~-~~---~--~---~-~~~---~-~--~~~~~~-~~-~-~--~-~
-~~~~-~~-~---~--~--~-~~-~~-~-~-~~~~--~~~~--~-~~-~---~----~~-~-----~----~~~~~
~-----~---~-~-~----~~~~~~~--~--~~-~-~~~--~~~~~---~~~--~-~~~--~-~---~-~~--~-~
~-~---~--~~~~~-~~--~--~~~~-~-~~-~~---~--~~~-~~-~~-~---~----~---~~--~~~----~~
--~~~-~~~-~-~~~~~~-----~-~~--~~~~---~~-~----~-~-~~---~~---~-~---~-~~~---~~~-
-~~~--~~-~---~--~~-~---~--~~~~-~~--~-~~-~~---~~--~~--~~~~--~--~------~~~~~-~
~--~--~------~---~~--~~-~~~~~----~-~~~-----~--~---~~~-~--~-~~~--~-~~~~~~~~~~
~-~~--~~-~~-~~~~~---~~-~-----~~---~-~-~--~~~~~-~---~-~-~~-----~~~~--~--~~--~
-~---~-~---~------~~~-~--~-~~---~~-~-~~--~~-~~~~~--~-~~---~---~~~~~~-~-~-~~~
0037名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/09/12(木) 07:07:12.70ID:xNvLby5H
~--~--~---~~--~-~--~~~-~-~-~--~~-~--~~---~~-~~-~--~--~~~--~--~~--~-~~~~-~-~~
~~--~--~-~-~~~~---~-~~~~~--~~-~---~~~-~~~-~~-~--~~~-~~-~---~~----~~-~-------
-~~~--~~~-~~~~~-~~-~~---~~-~~--~-----~~~--~-----~-~~~~~---~--~----~-~-~~~-~-
~~~~-~~~~--~~~-~~~~-~-----~~----~-~~-~~~~-~-----~----~~--~---~~-~-~--~~---~~
~~~~~-----~~~-~---~~~~-~----~-~~~~-~~--~-~~~~~---~-~-~-----~~--~~--~~-~--~--
~~~~~--~----~-~-~~-~~--~--~~----~---~--~~~~-~-~------~~~~-~-~-~~-~----~~~~~~
-~~-----~-~~~-~~~--~------~-~~~-~~-~~-~~~-~-~---~~~-~--~--~~~~----~~----~~~~
-~~-~~---~~-~~-~-~~---~--~-~~------~-~~~~-~-----~~~~-~~-~~~~~--~~--~--~~-~--
~~-~~-~~~~~~--~-~~-~~~~----~~--~~~~--~----~~---~--~~---~-~----~~~-~----~~~--
~~-~~~---~~~~~~-~-~~~-~-~~--~~~~----~~-~~-~~----~~-~--~-~~------~~~----~----
~~~~~~--~----~~-~~-~~---~~-~~-~~-~~~~--~-~-~-~--~-~---~-~--~-----~-~~-~~~---
-----~~--~~~----~-~~--~--~~--~--~~--~~~~--~~-~~-~--~-~~~--~~~~----~~-~-~-~~~
-~~--~------~---~---~~--~-~~~----~--~----~-~-~---~-~~~~~~~~-~~~~-~~~~--~~~~~
-~-~-~-~-~--~-~~~~---~~-~~--~~--~~~~~~~-~-----~-~-~~~~--~~~-~---~~------~--~
-~--~~~-~-~---~-~-~~~~--~-~-~-~~--~---~~~-~~~-------~~-~~~~~~~~---~~--~--~--
--~~-~-~~~---~~-~-~--~-~----~--~~--~~~-~~~--~~-----~--~~-~-~-~--~~-~-~~~~-~~
--~~~-~-~-~-~~-~-~---~-~---~~~~-~-~-~~~---~----~~~~-----~-~-~-~~---~~~-~~~-~
~~---~~~~~~~~---~~~-~~---~~--~---~--~~-~--~~-~-~~-~~-~--~---~--~~--~~~~-----
~~~---~~~-~--~~-~~-~--~--~--~-~-~--~~-~--~-~~-~-~~-~~~~~----~--~~~----~~-~--
~--~-~~~~--~---~-~---~~-~~~-~---~~~~----~~~~-~-------~~~--~~--~~~-~--~~~~-~-
~~--~-~--~~~~~---~--~-~------~~-~---~-~---~-~--~~-~~-~~-~--~~~-~-~-~~~-~~-~~
----~-~---~--~--~--~~~~-~-~~-~-~~~~~----~~-~--~~~--~-~~~~--~-~~-~--~-~-~--~~
~----~-~~~~--~~~-~~~--~~--~~~---~~-~-~--~~-~-~~~~---~~-~--~-~~-~~~--------~-
--~~~-~~~-----~~-~~-~-~-~~-----~-~~----~~---~-~~~~-~--~-~-~~~~~--~~~-~-~~---
-~-~~~~~-~~~~~~~---~--~~---~----~-~---~~-----~~-~--~-~-~-~~~~----~--~-~-~~~~
~-~-----~---~---~~~~---~~~~-----~-~--~---~~~~~--~-~-~~-~-~-~~~--~-~~-~~~-~~~
-~~-~--~~---~---~--~~----~~~~~--~~-~~--~~~~~~~~--~~~------~~---~~~~~~--~----
-~-~-~~~~~~--~-~-~~~-~--~~-~---~~-~-~~~--~--~~~--~~~-~---~----~-~-~~-~~-----
~~~---~~-~~~~~-~-~---~-------~~--~---~-~~---~~-~-----~--~~~~~--~~-~~-~~~~-~~
--~-~~~-~--~~--~~-~-~----~-~~~~~---~~~~~--~------~~-~~--~-~----~-~-~~-~~-~~~
~-~-~~--~--~~~-~~~-~~~-~~~~~-~-~--~~~---~--~~~~-----~---~-~-~---~-~~~-~-----
--~~---~--~~----~~---~-~~-~~-~--~--~~---~~~-----~-~-~~-~---~~~~~~-~-~~-~~~~~
~~--~-~-~-~~~~~~~--~---~~--~-~~-~-----~-~-~---~~~-~-------~~~~~~----~~~--~~~
-~~~-~~~~~-~--~-~~-~~--~---~~----~~-~~----~--~~-~--~-~~---~-~~-~--~~~~~~----
--~-~-~--~~-~--~--~~~~~---~~~---~~-~~-~~-~-~-~~~~---~-~-~~~~-~---~----~-~-~-
~-~-~~~-~----~~~~~-~----~~---~----~~~~--~-~--~~~~---~~-~---~~~~~---~-~-~-~-~
~~-~~~-~-~-~~~~-----~-~~--~~-~-~-~-~---~--~~~~~~-~~-~--~~~---~~---~~-----~--
~~--~~~~~~~----~~~~--~~--~-~~---~-~----~~~--~--~-~~~~-~--~~-~---~~--~~-~----
~~~-~~~~--~~~-~--~--~~~~---~-~~~~-~---~~-~----~~~~--~----------~~-~--~~~~--~
~~~-~~-----~--~-~~~~--~~~~--~~--~~-~~~----~~~-~~~~---~~--~~-------~-~~~~----
~~~~~--~-~--~-~~~~~~---~~--~~~-~~--~~-~~~--~--~~---~~-~-~-~~-------~~----~--
~~~------~-~----~-------~~~-~~~-~--~-~~-~~~~~----~--~~~~-~~~~~~-~--~~----~~~
--~~-~-~-~~------~-~---~-~~-~---~--~-~-~--~~~~---~~-~~-~~-~~-~~-~~-~-~-~~-~~
~~---~~~-~-~~~~-~~--~--~-~-~-~--~-~----~~~~~~-~~~-~----~---~~-~---~--~~-~-~-
~~-~--~~~----~-~~-~--~~---~~~~-~~--~-~~~~-~~~~~~-~-~~~-~----------~-~~-~----
--~--~~-~~~~--~-~--~-~~-~~~-~-~-~~-~---~-~~-~~-~~--~~~--~---~~--~-~~--~~----
-~~-~--~~~~~--~---~~-~-~-~~-~---~~~-------~~~~--~~-----~~~-~---~~~-~~--~-~~~
~~~~---~--~~~~~--~~~~----~-~~-~----~~-~-~-~---~----~~~---~-~~--~~--~~-~~~~--
~~--~~~~-~~-~~~~~--~~~~--~---~---~-~-~~~---~-~~-~~~~----~~--~-~~-~~---------
~---~~~-~---~~~-~~~~--~~~~~-~---~~~~~-~-~--~~~---~-~~---------~--~~~~---~~--
0038名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/10/02(水) 07:11:31.89ID:n003y7pD
--~~~-~~-~~--~---~~-~--~~~~-----~-~-----~~------~-~--~~~-~~--~~~~~~--~~~-~~~
~-~~----~~~~~-~~-~~---~~~-~~~~--~---~~~-~-~~--~----~--~-~--~~~--~--~--~-~-~-
-~-~-~~---~---~~~-~~~~~---~~~~-~~---~---~~~~---~~--~~~~----------~~~~~-~--~~
-~-~-~~----~--~--~~~~~~--~----~~-~~---~--~-~-~--~-~~~--~~~---~~~~---~-~~-~~~
-~~-~---~~~-~~-~~~---~-~---~~~-~-~---~-~~~-~-~~--~--~---~~--~~~--~--~~~--~-~
~--~~~~-~-----~-~-~-~~----~~-~~----~-~-~--~~~~~~~--~~~-~-~~--~~--~~-~--~~---
~-~~~-~~-~-~---~-~---~----~~~~~~~~----~-~~~--~~~---~-~~---~-~-~~~-~~~--~----
------~---~~--~-~--~~-~~~~~--~~--~~--~-~~--~--~-~-~---~--~~-~~~~-~-~~-~-~~~~
~-~---~~~-~~~-~-~~~~-~~~--~~----~~-~-~---~-~-~-~-~-~~---~--~--~-~--~-~--~~-~
~~---~-~--~~~~-~~-~~-~-~~~~~--~-~----~-~---~~~-~~~---~~-~----~~--~~--~~-~---
~-~~~~~-~-~-~--~-~-~---~~-~~-~--~--~-~--~-~~~~-~~-~----~~~~~~~-~-~~---------
~--~~-~-~~---~~-~~-~-~---~--~----~~~---~~-~~~-~~~~--~----~~~~--~-~~~---~-~-~
---~~~--~-~-~-~~~~--~--~--~-~~~------~~-~~-~----~~~-~-~--~~~~~~~~~~--~~-----
~-~~-~--~--~~~~-~-~-~~~-~~----~--~~--~-~-~--~-~--~~-~-~-~--~~-~---~-~-~-~-~~
~~----~-~-~--~~~~---~~--~~--~-~~-~--~~~~--~--~-~---~-~~-~~~--~-~~~~--~~---~-
-~~-~~-~~-~~----------~~~~-~~~-~-~---~-~--~~-~--~-~~--~~-~~~~--~~~--~--~-~-~
-~~--~--~-~~~-~-~~~-~~~---~-~~~~-~-~-----~~~~--~~~--~-~-~--~~---~--~~--~--~-
-~-~-~~------~--~~~~-~~---~-~~~--~-~-~~-~~~--~~~----~~~~-~~~-~~~-~~~--------
-~~~---~----~--~-~-~--~~~~~-~~~~~---~---~~---~-~----~~~--~~~~---~~~~~----~~~
-~~-~~~~-~~~--~~--~~~~-~-----~-~--~~~----~-~~-~-----~~--~--~~-~---~-~~-~-~~~
-----~-~---~~~~~~--~---~~---~-~~--~~-~---~-~~-~-----~~~~-~~~~--~~-~~~~-~~-~-
-~~-~~--~-~-~~--~-~--~~---~-~--~--~-~--~~-~--~---~-~~~-~-~-~~~-~--~~-~-~~~-~
~---~~-~~-~~~-~--~~~~~-~~~-~--~~-~---~~~~---~~---~-----~--~~-~~~~-~----~-~--
--~~--~-~-~-~--~----~~~~~-~~-----~----~-~-~~~~~-~--~~~-~--~--~~~--~~~-~-~~-~
-~~--~----~---~~~~~---~~~---~~~~~~~~~--~---~-~~~-----~~---~-~~-~~-~---~-~-~~
--~~~~~~~~-~~~-~~~~---~~-~-~~~~-----~~~---~-~-~---~--~~~~~--~~--~-------~---
-~-~-~~-~~--~-~------~~~-~~~~~~---~~~---~~--~-~-----~-~---~~~~~---~-~--~~~~~
~~~---~~~-~~~---~----------~-~-~-~~-~-~~~-~---~--~~~-~~~-~-~-~-~-~~~--~-~-~~
--~--~---~~~-~-~-~-~~--~--~-~~-~~~-~~-~-~~~--~~~-------~~--~--~-~-~-~~~~~--~
~-~--~~--~--~~~-----~~----~~~~~~-~~---~-~~~-~-------~~~---~~-~--~~-~~-~-~~~~
-~~--~-~-~-~---~-----~~~-~~~-----~~~~~~-~-~-~~~~~-~--~--~~~-----~--~~~--~-~~
--~~~--~--~~--~--~~~--~-~~--~~~--~~---~---~~--~~-~-----~-~--~~-~-~-~~~~-~~~~
--~-~~----~~~~---~~~~-~~~-~-~--~~~~-----~~~~~--~--~-~~-~~--~-~--~--~-~--~~--
-~-~-~~~-------~~-~~~~-~~--~~--~~-~~-~~~-~--~~~-~~~~--~~---~~---~---~--~~---
--~---~-~-~--~~--~~~-~~~~~~~-~~-~~-~---~~--~---~~--~~--~~--~----~~-~-~~--~~-
~-~~~-~~--~~-----~~--~-~~~-~-~~---~-~---~-~~~--~~~-~~--~--~~~-~-~-~-~-~-~---
------~--~-~-~~-~~~-~-~-~~--~~--~~~~-~--~--~-~~~-~~--~~~~~--~---~~~-----~~~-
----~--~---~--~----~----~~-~~--~~---~---~--~~~~~~~~-~~~---~~-~-~~~~~~~-~~-~~
~--~~~---~~--~~-~~-~-~~~~--~----~--~----~~~~~----~-~--~-~~~~~~~~~~------~--~
-----~~-~-~--~~~~-~~--~-~-~-~-~~~-~~-~--~~~-~--~~-~~~~--~--~-~--~--~~~~-----
~-~~~-~--~~---~--~--~-~~~-~--~-~~---~-~-~--~~-~-----~--~~-~~~--~-~~--~~~-~~~
~~~-~~-~~~--~-~-~--~-~~~-~~~~~-~~~----~~--~~~--~-~--~-~~---~~~------~-~-----
~-~----~-~-~-~~~---~-~~~------~--~~~-~~-~-~--~-~~~-~-~~~-~~-~--~~--~-~--~-~~
~-~-~~~~~~~~--~---~~-~-~~~--------~~-~~--~~-----~-~----~-~~-~~-~~-~-~~~--~-~
------~---~~~~-~-~~~~--~~~--~~~-~~---~--~~~~~-~-~-~-~-~~-~-~~~~----~----~~--
~~~~---~~-~-~~---~~---~-~~~~~--~--~~~~~--~-~---~-~-~------~-~~-~-~-~-~-~-~~-
~~~~~--~--~--~~----~~~-~----~~~~-------~~---~~-~~~--~~~----~~-~-~~--~~~~~~--
--~~--~-~~~-~-~~~-~~-~--~~--------~~~~--~~--~-~~~------~~-~----~~--~~~~-~~~~
-~~-~~~~~-~--~~---~~-~---~-~---~~~~~~--~----~--~---~--~---~~~~-~---~-~~-~~~~
~--~-~--~~~~~~--~-~~~~~~~-~~--~----~~-~~-~~~---~~-~~---~----~---~~---~-~~---
0039名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/10/16(水) 07:02:01.39ID:dLUWLNeS
~-~----~~-~-~~~-~--~~-~-~~-~~-~---~--~~~~--~-~~-~~--~~~~-~--~~~~---~---~----
-~~-~--~--~--~-~~~-----~~-~-~~~----~~~~-~~-~--~~-~~~-~-~~~~---~-~-~-~~--~---
----------~---~~--~~-~~~-----~-~---~~~-~~~~~~--~--~~-~~--~~~~~~~~-~~-~~---~~
---~~--~--~--~~~---------~-~----~~~~~-~~--~~~~~~-~---~-~--~~--~~~~~~~~---~~~
---~~-~~~---~---~-~~-~-~--~-~~~-~~-~--~~~-~~~~-~~~~-~-~~----~~--~-----~-~~--
---~~--~--------~-~~--~~~~~~--~~---~~~--~~~-~-~~~--~~-~-~-~-~-~~~~~-~~----~-
-~~~~-~-~~~~~---~~--~~--~~-~~--~~--~-~--~-~----~--~~~---~--~--~--~--~~-~-~~~
----~~-~~~~-~-~---~~----~~--~~-~~-~-~~-~~-~~--~--~----~-~~~~-~~~~~-~----~--~
-~~~~-~~~-~~----~-~~----~~~-~-~~~~-~~--~--~-~~--~--~-~---~~~-~-~--~--~~~----
~~---~-~---~--~~~-~----~----~--~-~-~--~~-~~--~~~~~~--~--~-~-~-~-~-~~~~~~--~~
~--~--~--~--~~~~-~--~-----~-~-~-~---~~~~--~--~--~~~~-~~~---~--~~~~~~--~~~--~
~~---~~-~~~-~-~--~--~~---~~-~~~~~-~-~~~~---~-~--~~~~-~~---~~--~--~--~---~---
~-~-~---~~~--~-~-~~--~~~~~-~-~~~--~~----~-~~~~-~--~~-~~---~-~~~----~--~~----
---~~-~~--~-~~--~--~-~--~-~~~~-~~----~~-~-~--~~--~-----~~~~~-~~---~~~--~-~~~
~------~-~---~-~~-~~~~-~--~~---~--~-~~-~-~----~~-~~~--~~~-~~--~~-~~~~--~--~~
~----~-~~----~~~~~---~--~~----~--~-~~~~~-~~~~~~~~---~--~-~~-----~--~-~~~--~~
---~~~-------~-~-~~~----~--~---~~~~-----~--~--~~~~~-~~-~--~~--~~~-~~~~~~~~-~
~~~-~~-~~----~~---~~--~~~-~-~~~-~~--~---~---~~~----~~~~-~~~~~-~-----~~-----~
~~-----~-~-~~~~~--~~-~---~-~--~--~-~~~--~~-~-~-~---~-~~~~~~~~--~~---~--~-~--
---~~-~~-~~~-~~-~~-~--~-~--~~-~-~--~----~~~-~---~--~~~-~-~~-~--~--~-~---~~~~
--~~~-~--~-~-~-~-~---~------~~~-~~~--~-~-~~~-~-~-~-~-~-~~~--~-~-~~---~~-~-~~
--~-~-~~--~---~~~-~-~~--~--~--~--~~~~-~-~~~----~--~~~----~~~~-~~--~---~~-~~~
----~--~-~---~--~--~--~~~-~-~~---~~--~-~--~-~~~~~----~~~~-~~---~~-~~~~-~-~~~
---~-~-~-~~---~~~~-~--~-~~~~-~--~--------~-~-~--~~~~~~-~-~~--~-~-~~--~-~~~-~
~---~-~~-~~~~~~-~--~~---~-~-----~~-~~~~~---~--~~--~------~~~----~-~~~--~~~~~
-~~--~~~-~-~----~-~~----~~~-~-~~~-~~~-~~~~---~~~-~~~-~--~--~~~~-~---~-------
-~----~~---~-~-~--------~~-~-~-~-~~~~~~~~~-~~~-~~~-~-~-~-~~-~-~~-~~-~----~--
~~--~~---------~~~~~--~-~-~-~-~-~~-~-~~----~-~---~~~~~~~-~-~-~-~-~~--~~~-~--
~-~~--~~---~~~~~~~~---~-~--~--~~~--~--~-~~~-~-~~~------~-~~-~~---~-~-~--~--~
-~~-~~---~~~~~~~--~~-~~-~~-~-~-~~~~~~-~------~~~-----~----~-~-~--~~-~--~-~--
-~--~---~-~-~-~-~~-~~--~~--~--~-~~~--~-~~-~-~~~~~--~-~-~~--~~~------~~-~-~-~
~--~~~-~-~-~~--~-~~--~-~--~~------~~--~-~----~---~~-~~-~--~-~~~~~-~-~--~~~~~
~~-~-----~~--~-~-~~~--~--~-~---~~------~---~-~~~~-~-~~-~---~-~~~~~~--~~-~~~~
-~~-~--~~------~~--~~~---~~--~---~-----~-~--~~~----~~~~~~~-~-~-~~-~~~~~-~~-~
~~~~~~~~-~--~-~-----~--~~--~~--~---~~-~-~~~--~-~~~~~---~-~~~~---------~~--~~
-~-~~-~-~~-~--~~~----~-~~---~~--~~~-~-~~---~~~~-~~-~----~~-~~~~~--~-----~~--
-~~--~~---~--~-~-~~-~-~~-~~~-~~~---~--~~~--~---~~--~~-~~~~-~~~~-~--~-----~--
~-~~~-~~~~~~-~-~--~--~--~-~~-~-~~~~~~-~----------~~~~-~~-----~-~--~~~~----~-
-~~~~~-~~---~-~-----~----~--~-~~-~--~~~--~~~---~-~~--~~-~-~~--~~--~-~-~~-~~~
--~~~~~~--~~--~-~~~~------~~~--~-~~~-~-~--~-~-~-~~~---~--~--~---~--~--~-~~~~
---~~~-~---~-~~---~~--~~-~~~-~~--~-~-~-~~~-~--~~~~--~--~-~~~-~~~~------~~---
~~~--~~~-~~~~-~--~~---~----~-~---~--~~-~--~~~~-~~~-~~~~~---~-~~~-~--------~-
~~----~~--~-~-~-~-~~~~~-~~--~~~----~--~~~~--~~--~~-~---~---~~--~~~~~-~---~--
~--~-~~~~~~~~~-~-~~-~------~~--~-~~~-~~~--~~-~~~--~-----~-~---~~~-~---~--~--
~-~~~~-~-----~~-----~~~--~~~~~--~--~~~~-~-~-~~~--~~~-~---~-~--~--~--~~~-~---
-~-~~--~--~--~------~-~~~~----~~~~--~--~~~-~~----~~~---~-~~~~-~~-~-~~~-~-~-~
~-~~------~~~~--~~~--~-~-~-~~---~~~~~-~~-~~--~---~-~~--~-~~~--~~~-~~-~------
~~~~~~--~~-~--~----~------~~~~~~-~~---~--~---~---~--~~~~~--~~--~~-~~~~~--~--
~~~~--~-~-~-~~~----~---~~~~~-~-~~------~~-~~~--~~-~~-~-~---~--~--~~~----~-~~
~~~~~---~-~~~-~----~-~~-~-~-------~~-~-~-~~~--~--~~---~~--~-~-~----~~~~~~~-~
0040名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/10/31(木) 07:04:26.15ID:TJx3FlT7
-~~~~~----~~-~~----~------~~----~-~~~~~---~~~-~~~-~~~~-~-~-~-~---~-~~----~~~
-~-~--~-~-~-~~---~-~~~----~-~~-~---~~~~~~~--~--~--~--~~~~--~-~-~~~----~~~--~
~-~--~--~-~~~--~--~-~~-~~-~~~-~~~-~-~--~--~--~~--~---~~~--~-~-~~~--~~-~-~---
~~-~-~--~~----~-~~~~-~-----~~~~~~-~-~~~~-----~-~--~~--~-~-~----~~-~~~-~-~~--
~~--~-~-~~-~~~~~~~-~~-~~~-----~~~~---~-~~--~~-~~-~--------~---~--~-~--~~~~--
~---~---~~~~~-~------~-~---~~~~~~--~-~-~-~--~~~-~~~-~~-~--~~~~~~---~--~~----
-~~-~-~-~~~~~~---~~---~--~~-~~~-~-~~~----~----~-~~~~-~~---~---~-~--~--~~~-~-
------~~~--~~----~--~-~~-~~-~~~~--~~~--~~~~~~~--~--~--~-~~---~~~------~~~~-~
-~~--~~~~~-~-~-~~--~-~-~-~---~~-~--~-~-~----~~~~~-~-----~~~~~--~~-~~-~~-----
-~---~~~~-~~-~------~~~~-~~~~~~-~~~---------~-~~~~~---~~~~~--~-~~~-~-----~--
~~-~----~~-~~--~----~--~~~-~-~~~~-~~~~~~~-~-~~-----~--~~---~~~~~~----~-~----
~~~-~~---~~-~~~--~~~-~~----~-~--~-~~~-~~~----~~-~--~~~---~-~--~-~-~---~---~~
--~~--~---~-~-~-~-~-~----~-~~--~--~~~-~-~~---~~--~~--~--~~--~~-~~~~~-~--~~~~
-~---~----~-~~~--~--~~~~----~----~-~~-~~~-~~--~--~~~-~-~-~~--~-~-~-~~--~~~~~
~~-~~---~~~--~~~~------~----~--~~-~---~~~-~~--~----~-~~~---~~~-~~~-~~---~~~~
~--~~~--~--~~~~~--~--~~---~--~--~~------~-~-~---~~~~--~~~~~---~~-~~~~-~--~-~
--~-~~~~~~~~~~-~~-~~-~~~-~----~~-~~~-~~--~--~~~-~---~~--~----~---~-----~--~-
---~~----~~~~~~~~~-~--~-----~~~~~~~~~~-~~--~~~-----~~--~~-~-~--~---~~--~----
~~~-~~-~-~~~~~~~---~~--~~-~---~~----~--~~----~~~-~-~-~~~-~-~--~~~---~-~-----
---~---~~~----~--~~~---~---~~---~~~~~~~--~-~-~~-~~-~----~-~~~~~-~~-~-~--~~-~
~~-~-~~~~~-~~--~~--~--~-~~-~----~~~--~-~---~~~-~--~~--~~~~~--~-~--~~-~------
~-~---~-~~--~-----~~~--~--~~~~-~---~~~---~----~~~--~----~-~~~-~~~~~~-~--~~~~
---~-~~~-~~~-~~~---~---~-~-~~--~~~--~~--~~~--~-~-~---~~~--~--~~~--~~---~~-~-
-~--~-~~~~-~-~-~~-~~~~~~~-~~-~-~~~~~~~~--~----~----~-~-----~~-~-------~-~~--
--~-~-~~-~---~~-~~~~~-~~~---~------~---~--~~-------~--~~~~~~~~-~~~--~~--~~~~
-~---~-~~--~~~-~--~-~~~~--~-~~-~~-~-~~~~-~~--~-------~~~---~~~~-----~~~---~~
-~-~-~~-~~-~--~-~~-~---~~----~~-~~--~~------~~~--~~~--~~~~--~--~~-~---~~~-~~
-~-~~-~----~---~--~-~--~-----~~-~-~~-~~~-~~-~-~~-----~-~-~~~~~-~~~~-~~-~-~-~
~~~-~--~~~--~~~~~~--~--~-~-~-~------~~~~--~---~--~~~---~~-~--~~-~--~--~-~-~~
-~----~-~----~-~--~--~~~--~--~-~~-~-~--~----~--~~-~~-~~~~-~~~~~~~~--~-~~~-~-
~-~~--~--~~~~-~~-~-~---~--~~--~~~-~-~--~-~-~~~~~~-~~~~-~-~--~--------~-~~---
~-~~~--~--~-~~-~-~~-~----~---~~--~~~--~~~~~~~~-~-~--~~~---~-~---~~-~-~--~---
~~-~--~-~~~~~--~~~--~-~---~~---~~~-----~~-----~----~~~-~-~~~-~-~~-~-~~~---~~
~-~~---~--~~--~~---~--~~--~---~~~~---~~~-----~~-~~~~---~--~~-~-~~---~~~-~~~~
-~~~---~~~------~--~---~~--~~~---~---~~-~--~-~--~~~--~~~--~--~~~~-~~~--~~~~~
~---~~~~~~~~-~~~---~--~-~~--~--~~-~~~~-~--~~-~~--~--~~-~-~~-~~------~~------
~--~---~-~---~~-~----~~~-~~~~~~~~-~~~~~-~~-~~--~~~~--~-----~~-~---~~-----~--
-~~~-~-~~-~~~~~~~~--~~~~----~~-~-~----~--~--~---~-~~-~~----~--~~---~--~~~-~-
~-~--~-~-~--~~~~~-~-~~--~~~~-~~--~-~--~~--~~--~~~~--~~---~-~~--~--------~-~~
~~--~~----~---~~~-~-~~--~----~~~~~--~~~----~~-~~-~--~~---~---~~~--~~--~-~~~~
~~~--~-~~--~~~~~------~----~-~~---~~---~----~~~---~---~~-~~~~-~~~-~~---~~~~~
~-~-~~-~-~-~-~-~-~~---~~~~~~~----~~~~~--~-~--~~-~~--~--~~-~---~-----~~-~~---
~~~-~~~-~~---~~----~~~~~~~-~~-~~~~-~--------~~-~~-~~---~-~~----~~-~~--~-----
----~~--~---~~----~~-~-~-~-~-~~~~~-~~-~-~~---~~---~-~~--~~~~~----~~~~-~-~-~-
----~~--~--~---~~~---~--~~---~~-~----~-~---~~~-~~--~-~-~--~~~-~~--~~~~~~~~~~
-~----------~~-~--~--~-~--~--~~~-~~~~--~--~-~~~~~~-~~-~--~-~~~~-~-~-~-~~-~-~
---~--~~~~--~--~-~-~~~~--~-~---~~-~--~~-~~---~~--~~~~---~-~~~~-------~-~~~~~
~~-~~-~~-~--~-~~-~--~---~~---~~-~-~~~~---~--~--~~~~-~~~~--~-~---~---~~-~~---
~~~-~~-~~~~~----~-~~-~-~~-~~~~~--~-~--~~----~--~-~-~----~-~~--~-~--~~~----~-
~~~~-~~-~~--~-~~---~~~~--~--~---~~~---~-~~~--~~---~~~~~~~~------~--~----~~--
0041名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/11/14(木) 07:10:37.12ID:ad9lhHDy
-~--~~--~~~-~-~--~-~~--~--~~~~~-~~-~-~~---~~~-~~-~---~--~~~-----~-~~--~-~-~-
---~-~-~~~-----~~~~~---~--~~---~-~~-~~---~---~~--~--~-~~-~~~~-~~~~--~~~---~~
~~~-~-~~~~-~---~---~--~~~~~--~-~--~--~~----~~--~-~~~~--~-~--~~-~~---~----~~~
-~~~~--~----~---~---~-~--~-----~-~~~-~~~~~~~~~~~---~~--~-~~-~~--~~--~~~----~
~--~~--~~~-~----~~~~--~~--~~-~~~~-~---~----~~~~~--~-~-~~----~--~---~-~-~-~~~
~-~-------~~~~~-~-~--~~--~~-~~--~~~~~-~~-------~-~-~~-~--~~~~-~-~--~-~~~-~--
~~-~~~-~~~-~---~-~~---~~-~--~~--~---~~-~~-~~~-~-~~~-~~-~~-~-----~-~---~~----
~~~~~~---~~---~~~~~----~~-~-~~-~~~~-~~-~~--~~~~~-~------~~---~-~--~-~-------
~-~-----~~~-~~-~-~~~~-~--~--~~~-~~--~-~~~~---~-~~--~-~---~~----~~~-~-~~~----
~--~----~~~--~----~~-~~~-~------~~~-~-~-~--~~~---~~----~~~-~~~-~~~~~---~~~-~
~-~~~~------~--~--~~-~-~~~---~~------~---~~-~~--~~~~-~~-~~~--~-~-~~---~-~~~~
~-~~~~--~-----~~~--~-~---~~--~----~-~~-~~~~~~--~---~~~----~~~-~---~~~~--~-~~
~~~~~--~-~~~~~~-~----~-~--~-~~---~--~-~~~--~~~-~~~--~----~-~--~~~~~-----~---
-----~-~~-~-~-~--~~~~~~-~~~-~-~-~-~--~-~--~-~~-~--~--~~-~~~------~-~--~~~~-~
~~-~~-~~~~~--~-~~~~~~~-~---~-~-~~-~----~~~~----~~~~----~~--~-----~-~---~-~--
----~--~--~---~-~~-~-~--~-~----~~~~~~~---~-~~~--~-~~-~--~----~~-~-~~~~-~~~~~
~-~~~~~~-~~---~~-~-~~~-~~~--~~~--~----~--~----~~-~---~-~~~~----~~-~-~~~-----
-~---~~-~~-~-~--~~-~~~~~~-~-~--~~~~---~-~--~~~~--~~~------~~~-~~-~----~--~--
-~~---~---~--~~-~-~~~~---~-~~--~~~~---~----~~~-~-~----~--~~~~~~~~~~-~--~--~-
-~---~~~--~~~~---~---~~~-~~--~~~--~--~~~~-~-~--~-----~---~~-~~-~~-~~~~--~~--
~-~~~~~--~-~----~~~~~~-------~-~----~---~-~-~~-~--~~~~~~~----~-~~--~~--~-~~~
---~~~~----~~~-~~~--~~-~~---~--~~~~--~--~-~-~-~------~~-~~~-~--~-~~-~~-~~~--
~~-------~--~~-~-~---~~~~-~~~~~-~~-~-~-~~~~~~~~~------~-~~--~~-~-~-~---~----
~~~----~~-~-~-~~-~-~~-~---~~~-~-~---~-~-~-~-~-~~-~~-~~~~-----~-~-~------~~~~
-~~~-----~~~~~~-~-~~-~--~~--~~---~-~~~~~-~~~~----~----~~--~-~----~~-~~-~--~-
--~~~-~~-------~~-~--~-~----~~--~-~-~-~-~-~~-~~~~~-~-~~--~---~~~~~~-~~--~~--
~-~---~~~-~-~-~-~~~--~--------~---~-~~~~~---~~-~-~-~~--~-~~-~~~~~---~-~--~~~
-~-~~~-~~-~-----~-~~~~--~~-~----~~~-~--~~-~-~-~~--~---~~~~~~~~---~-~~-----~-
~~~~~--~-~~-~~--~----~~~~~-~-------~~~--~~~--~~~~~--~~--~-~~~-~---~--~--~---
-~~-~---~~-----~~--~--~-~--~-~~~~----~~~-~~~~-~--~~-~~---~--~~~~~~~--~-~-~--
~~~--~~~-~-~-~~---~---~---~--~~~---~--~~-~--~~--~~~~-~-~~~-~~----~~~~-~--~--
~~~-~----~~-~~-~~----~~-~~--~~~~-----~~----~~--~~-~-~---~-~~--~--~-~~~--~~~~
-~-~~-~~~~---~~~-~~-~~--~~-~--~----~-~---~--~--~~~~~-~~~-----~~~--~-~~-~~---
~~---------~~--~~~~--~-~-~-~~~~~-~~-~--~--~--~~--~~~-~--~~---~~-~~--~~~-~-~-
-~--~--~--~~~~--~--~~-~~~~~~--~--~-~~~~--~~~--~-~------~-~--~-~-~-~~~~--~~--
-~~~~~~~~-~~-----~-~~~-~--~~--~---~~----~-~~~----~-~---~-~~~-~~-~-~-~--~~-~-
~-~--~--~-~-~--~--~~----~~~~-~-~~---~-~~~~-~-~~~~-~---~----~-~~-~-~~--~~-~~-
~-~~~~~-~~-~---~-~--~~--~~--~-~----~-~~~-~~~~~~--~~-~~-~--~--~--~~-~------~-
~---~~--~~~---~---~~~~-~--~-~-~~~~-~---~-~~~-~~-~-~~~~-~~~---~~~--~-~-------
---~--~--~---~----~--~~~~------~~~-~~--~~~-~~~-~--~~~~~-~--~~-~--~~-~~~~~--~
-~--~--~----~~-~----~~-~~~~----~~~-~~~--~--~-~~~---~~~~-~--~~-~--~--~~-~~-~~
~---~--~~------~~-~~~-~-~~~~-~~-~--~--~---~~--~~-~---~--~~-~~---~~~-~~~~~--~
~---~--~-~-~---~-~~~~--~~----~-~-~~-~---~-~~-~---~~~-~~---~~~~~~~~~~--~-~---
---~-----~--~~-----~~~~---~-~~~~~--~~~~--~~---~-------~~~~~~---~~-~~~~~~~-~~
---~-~~~-~--~----~~-~~~~~-~~--~-~-~~--~~~~~~~~~~~-------~---~~~~-------~-~-~
~~~~----~~~----~~--~-~~--~----~--~-~~~-~~-~~~--~--~------~~~-~-~~-~~~-~-~-~~
~~--~-~-~~-~~~~~~----~-----~~~~~-~--~--~~-~---~~~--~--~---~~-~-~-~--~~~~~---
~~~-~~~-~-~~-~---~~---~--------~~----~~-~~~--~~-~~---~~--~~~~~~-~~-~-~-~~---
-~----~--~-------~~-~~-~~~~-~----~~~~~--~~~~--~~~~--~~-~--~~--~-~-~---~~-~~~
-~-~---~~~~--~-~-~---~~~-~~--~---~---~---~-~~~~---~---~-~~~---~~-~~~~~~~~--~
0042名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/11/28(木) 07:17:26.34ID:G0qTeWSH
~-~-~-~~----~~---~~~~~~-~----~~~-~--~~~-------~~~~-~--~---~---~-~~~~-~~~--~~
~----~~---~--~~~--~~---~----~~-----~~~-~~~~--~-~~~-~-~~-~~~-~~-~~~-~~--~---~
----~~---~---~~~-~~~~--~-~---~----~-~~~~~-~~---~~~~~~-~-~--~-~~~-~--~--~-~-~
-~~--~-~~-~~~~-~~--~-~-~~~~~--~---~~--~-~~-~~-~~--~-~-------~~~--~-~--~~~---
-~~~~~--~~---~~~--~~~~----~---~~-~~~~-~-~-----~~-~~---~--~~-~-~~~----~--~~~-
~~~--~-~~~~---~-~--~--~-------~~~-~---~--~---~-~-~~~~---~~~~~-~~-~-~-~--~~~~
-~----~~~~~~~---~~-~-~-~---~--~---~~~~~~~-~~-~~-~-~--~~~--~-~--~-~--~-~--~--
~~----~~~-----~~-~--~~--~--~-~~---~~~--~-~-~----~-~-~~~-~--~~~---~-~~~~-~~~~
~~~~~~--~--~--~---~~-~~~--~-----~~---~--~----~----~-~~~-~~-~~-~~-~~~~-~~--~~
~---------~-~~-~-~~-~~~~~~----~~~~-~~-~-~~---~---~-~-~~~-~----~~~-~---~-~~~~
~~----~-----~~-~-~-~~--~~-~~~----~~~~-~~--~~-~--~~--~~-~-~~--~~--~~~-~-~~---
~~-~--~-----~~~~--~-~-----~~~~~~~--~~~~~~--~~-~----~-~-~----~~~~--~~~~--~---
-~~-----~--~~~-~~-~~~-----~~~-~-~-----~~~~~----~-~~~-~~~~-----~~~--~--~-~~~~
~-----~--~~~~~~--~~-~--~-~--~-~~~~-~-~-~-~--~-~--~~--~~-~-~~~-~---~-~~~--~--
~~~-~~--~~~-~-~--~~~---~----~-~~-~~~~~----~~-~~-~-~~-~--~~-~---~-~~----~-~--
-~~~~-~-~--~~----~~---~-----~----~~-~~~-~--~-~~~~~~-~~-~---~--~--~~~~---~~~~
~-~-~-~~~---~~~-~~-~~~-~-~---~~~~~-~------~-~~---~~~---~---~~-~--~-~~--~~-~-
------~--~-~~~~-~-~~~~--~-~~-~---~-~--~~~~~-~~~-~~--~-~~~-~~~----~--~----~~-
~~-~~-------~-~~~---~-~~~~-~~~--~~~~-~-~-~--~---~-~~--~-~---~~---~~~~--~--~~
~-~---~---~---~~~~-~~---~~~--~--~--~---~-~-~~~~~-~-~~-~~~--~--~~~~~---~~-~--
~----~---~-~-~--~~----~-~~-~-~-~-~-----~-~-~-~~~~~~-~~~--~~----~~-~-~~-~~~~~
~--~~---~~--~~~~~-~-~~---~-~-------~~-~~--~-~-~-~--~--~-~--~-~~-~~-~-~~-~~~~
-~--~~~~~-~-~~-~-~~------~~--~-~~-~-~----~--~~~~~-~---~-~--~---~-~~~~~~-~~--
~~~-~~-~~-~~~~-~--~~~~-~~~-~~--~-~--~~------~~~~~------~-~~---~-~-~--~~-----
-~~~-~~~~-~-~-----~-~~--~------~~--~--~~~-~~--~~-~~~-~--~---~-~~---~~-~~~-~~
~~~----~~---~~~----~-~--~-~~--~~--~~-~~-~-~~~~~--~--~~~-~--~~-~-~--~~--~~---
-~-~~--~--~--~~-~-~-~~~~~-~~~~-~-~-~--~-~~-~~---~~~-~------~---~-~~~~~---~--
--~-~---~--~-~---~~~~-~~~~---~-~~~------~-~---~~~~~-~~~~~-~~~~----~~~-~---~-
~~~~~-~~-~~~~~~-~--~~-~~-~-~----~~-~-~~~~~~-~------~--~-~~-------~---~-~--~-
-~---~~-~~~~~~--~-~-~---~~~----~~~~-~~---~--~-~-~------~~-~~-~~-~---~~~--~~~
~~-~~------~-~-~~~--~~~~--~---~~---~-~-~~~-~~~-~-~~~-~---~-~~----~-~~~--~~--
~-~~-~~~-~-----~~-~------~~~~-~~~-~---~-~~-~--~--~--~~-~~~----~-~-~-~-~~-~~~
--~-~-~-~~~---~~~-~-~~-~~~----~~~-~~~~-------~~~~-~~~---~~-~-~~---~-~~-~----
-~-~~--~-~~~-~-~~~-~-~-------~~----~--~~-~~~--~-~----~~~-~-~--~~-~--~~~~~-~~
~----~--~~~~-~~-~-~~-~-----~~--~~~~-~-~~-~--~~--~~--~~--~~--~-~~-~~--~~-~---
~-~~--~~-~~-~-~----~~-~--~---~~~~--~-~--~~~-~--~~-----~~-~-~~-~~~~~--~-~---~
--~~-~-~-~-~~-~----~-~~----~---~~~--~~--~-~~-~--~~~~~~----~-~~~~~--~~-~--~-~
~~~-~~~~~~~~-~---~~~-~-~~~~-----~~~-------~~-~-~----~~--~-~~-----~~-~--~~~--
---~----~-~----~~~--~-~~~~~-~-----~~-~~~~~~--~----~~~~-----~~-~-~-~~~~~-~-~~
-~~-~~---~~-~-~--~~~~~~-~-~~-~---~~~~~~-~~--~~~~--~--~---~~----------~~-~-~-
----~-~-~-~-~~--~--~-~~~~~---~-~-----~~--~--~--~~-~~-~~~~-~~-~~-~--~~-~-~-~~
~---~~~-~--~-~-~-~~-~-~-~~-~~~-~--~~~~-~----~~~-~--~~~~---~-~~-~----~----~~-
~~-~--~---~-~~---~-~--~~---~~~--~~--~--~~~---~~~~~~~~~-----~~~-~-~~~-~---~--
-~~~-~~~-~~-~---~----~~-~-~~~-~-~--~--~~~~~~~--~~~--~-~--~----~~--~~--~--~--
~~-----~-~~-~~~----~--~~~~---~~~-~-~~~~---~-~~----~-----~-~~~~----~-~~~-~~~~
----~~~-~--~----~-~~~~-~-~-~~~--~~~~~-~~~--~-~---~-~~~--~-~-~--~-~---~~~~---
~-~~-~-~-~~--~-~---~~~~----~-~-~~~--~---~---~~--~~--~-~---~~~-~~~~~---~~--~~
~-~-~~-~~~~~-~~~~-~~--~------~-~-~-~-~-~-~~-~--~-~-~~--~~--~---~~-----~~~-~-
~-~~---~--~--~~~~~~~-~~----~-~-~-~--~----~~~~-~~~~~--~----~~--~--~-~~---~~-~
-~~-~~~-~-~~---~-~-~------~--~~~-~~~---~~~-~--~-~~-~--~~~--~~~-~--~--~~--~-~
0043名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/12/12(木) 07:06:30.19ID:tlfCw58G
-~~~~~--~-~-~~-~~~~--~~~-----~---~~-------~~~~~-~--~~-~~--~-~-~~~~--~~~-----
-~----~~~~---~--~~--~~~--~-~--~~--~~~-~----~--~-~~--~-~~--~~--~~~~~---~~~-~~
~----~~~-~---~~~-~~----~-~---~~-~~---~---~~~~---~~~-~-~~--~~~~~-~~-~--~---~~
---~--~-~~-~~~-~~-~-~~~-~-~-~---~---~~~-~---~-~--~-~-~~--~-~-~-~~~-~-~---~~~
-~~-~~~~-~-~~~~~~~~-~-~~--------~~-~--~----~----~-~-~---~~~-~~-~--~~~~--~~--
-~~---~-~-~--~~-~-~-~----~~-~-----~-~~-~-~--~~--~-~---~--~~~~~-~-~~~--~~~~~~
~--~~--~-----~~~-~~~~-~-----~----~-~~~---~~---~---~~~-~~~~~-~~---~~~--~~~~-~
~---~---~~-~--~-~---~-----~---~~--~~~-~~~-~-~---~~~~--~~~-~-~~~~-~---~~~~~-~
-~~-~~--~---~~-~-~-~-~-~-----~-~~~---~-~~~~~~~--~~-~----~-~~~~--~---~-~-~~-~
-~----~---~~~--~~--~---~~--~~~~-~-~~---~~~-~-----~-~--~~-~--~-~-~~~~~~~~~--~
~-~-~~~--~~~-----~----~~~~~~~~-~---~---~~~---~-~~--~-~~-~~---~-~-~~~-~~---~-
~-~-~-~-~~-~~~~~--~~~~-~---~~~~--~~-~-~~--~~--~~-~-~-~--~--~-~--------~~-~--
~~---~-~~~--~--~~~----~--~~~~-~~-~~~-----~~--~--~~-~-~----~--~~-~~--~~~~~--~
~-~~-~~~~~--~-~---~~~----~~~~-~~~-~~~~--~----~~~--~~---~--~~-~-~-~--~-~-----
--~~~----~---~~~~~~-~~~~~--~--~--~~-~--~~-~~~-~~----~-~--~-~~~~--~~--~--~---
---~~~~--~~~~-~~---~~-~~---~-~~---~~-~~~~----~-~-~~---~-~~--~--~~---~~--~~-~
---~--~----~----~-----~~--~~--~~~--~~~--~~~~-~-~-~---~~--~-~~~~~~~-~--~~~~~~
--~---~~~~---~-~~~~~~~--~-~~-~~--~~~~-------~~-~-~~-~-~--~~~--~-~---~-~-~~--
~--~-~-~~-~--~-~~~-------~~-~--~-~--~~--~~~--~-~~----~~--~~~~~-~~-----~~~~~~
~~---~~-~~~~-~-~-~~~-~---~---~--~-~~~~----~~~~--~-~-~-----~~~-~-~~---~~--~-~
~-~-~----~~~-~-~~--~~-~~---~-~~~---~~~--------~~~~---~~-~--~-~-~~-~~~--~-~~~
-~--~--~--~-------~~~~-~~~~---~~~--~-~-~--~-~~~~--~~--~~--~~~--~~~~--~--~~~-
~~~---~--~-~~-~~--~~---~~~~-~-~--~-~-~~-~~~----~----~-~~---~~~-~--~~---~-~~~
~-~-~-~~~~~~~--~-~---~~---~-~--~~-~-~~~--~~~----~----~~~~~~--~-~---~-~---~~-
-----~~-~-~~--~-~-~~~~~~~~~-~~-~---~-~----~--~~----~-~-~~------~~~--~~~-~~~~
-~--~~~~--~~-~~~--~--~----~~-~~---~~~~----~----~-~--~--~~~~---~~-~~~-~~-~~~-
-~-~-~---~--~~~---~~--~-~-~-~~--~----~~~---~-~~--~~-~~--~--~~~~-~~~--~-~-~~~
~--~-~~---~--~-~~---~--~~~~~~-~~--~--~-~~-~~~---~-~-~~-~--~-~~--~~---~-~-~~-
--~~~~~~~~--~~---~~~-~----~~-~--~~--~--~-~-~-~~~~-~-~~~-~~---~~---~~-------~
-~-----~~~--~--~~~---~--~-~-~~------~---~---~~~~~-~~~-~~-~--~~~-~~-~--~~~~~~
~-~-~-~--~-~~--~-~-~--~---~~~-~~---~-~~~~--~---~-~-~-~~--~~--~~~~--~~-~~~---
-~~----~-~~~-----~-~-~~----~----~-~---~---~~~--~~~~~~--~~~~--~~-~~~~~~-~--~~
~~-~-~~---~--~~~---~~-~-~~~~~~~--~--~~~~-~-~-~~-~~-~~~---~--~---~~-----~----
~~--~-~-~-~~~~-~~~~-~~-~~-~--~~~-~~~-~~-~-~-----~--~----~--~-~-~-~~~~-------
~----~----~~~--~--~~~-~~~~-~--~~-----~~--~~----~-~~~~~~-~--~~----~-~~~~-~-~~
-~--~~-~-~--~-~~~~----~~~~~-~--~~-~~--~-~~-~-~---~--~~~~~--~~~--~---~~-~----
---~-~---------~--~~~-~~-~~~~~~~~~-~-~--~-----~~--~~-~-~--~~-~~~~~--~~-~~~--
--~--~--~~--~~----~~-~~-~~---~~~-----~~~~~-~~-~-~~--~~--~~--~~-~~-~-~~--~--~
---------~---~~-~--~----~~~~~~~~-~~~~~~~-~~-~~-~~~~~--~~--~-~~~----~~-----~-
~~~~--~~--~-~~~~--~~-~---~---~~-~---~~-~-~--~~---~-~~-~~--~-~--~~~~--~--~-~-
~-------~~~~-~~-~~-~~--~--~-~--~~--~~-~~~~~~~~-~-~-~----~---~~~~----~~---~-~
~~~----~~--~~--~~-~-~~~-~-~-~~--~--~~~~--~~~~-~~~---~------~~---~~-~~-~~----
-~--~--~~~~~~~---~~----~~~~~--~-~--~-~-~~~--~-~---~~--~---~----~~--~~~~-~~-~
~~--~-~~~--~~----~~---~----~--~-~-~~-~-~---~--~-~-~-~~~-~-~~~-~~-~-~--~~~~-~
--~-~~-~-~~-~~~--~-~-~~~--~~-~~~~~----~~-~------~--~-~~~--~-~--~~~---~-~-~~-
--~~----~--~~-~--~~--~~---~~~~----~-~~-~~~~--~~--~-~~~-~-~-~~---~~--~~~-~~--
---~~---~~-~-~--~~-~~---~~~~-~-----~-~-~~~---~--~~~~~~~---~~~-~~~---~~~----~
~~-~-~~~----~--~--~--~~~~-------~~-~-~-~--~~-~--~~--~-~-~~~~~~-~~-~-~--~--~~
-~~-~----~~~~----~~~--~-~~~-~-~~-~----~~~-~~-~-~---~~~~---~~~---~--~~~~---~-
--~-~-~~~-~~-~~-~-~~-~--~-~--~~~~~--~---~-~~-~~--~-~-~~~~-~~--~~---~~-------
0044名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2019/12/26(木) 07:06:06.05ID:zthMb7TT
~---~~~-~~--~-~~~----~--~-~~~~--~--~~~~~-~-~~~--~~-~-~-~---~-~-~----~-~-~-~-
~~----~~-~--~-~~--~-~~~~~~--~-~-~~-~~--~-~-~~-~~-----~~~--~~----~-~-~~~----~
~-~~~~~~~-~~~---~~-~~-~~-~--~-~-~-~----~--~-~-~---~--~-~-~~~-~--~-~---~--~-~
-----~----~--~~~-~~~~-~---~-~~~-~~~~---~-~~~--~--~-~~~-~~~~~--~---~~-~-~-~--
~----~~-~--~~--~-~-~-~~--~~-~~--~~~~~---~~-~---~~-~-~~~~-~-~--~~------~--~~~
~-~~~---~--~--~--~~~-~-~--~-~~~~-~~-~-~~~~--~~~--~~--~-~~-~~-----~~----~~---
--~-~~~---~--~--~~~-~~---~~-~--~~---~~---~~--~~-~--~~--~~----~--~~~~--~~~~~~
-~-~---~~~~-~-~~-~~~---~~-~~~---~-~~--~~~~--~-~---~--~~---~~-~---~~-~--~--~~
~-~~~~--~---~-~~-~-~~~---~-~-~~~~~~~-~---~~~-~-----~-~---~--~---~~~~-~~~----
~-~-~--~~-~~--~-~---~-~~~~~-~~-~~----~--~---~--~~~~-~-~--~~~~~-~------~-~~~-
~~~--~-~~~----~--~~~-~-~~~~--~--~~----~~-~~-~-~--~--~-~~~-----~~~~----~-~-~~
-----~~-~-~~---~--~~--~~---~-~----~~~--~~~--~~~~-~~--~~-~~~~-~--~~~--~-~--~~
~--~--~--~~-~-~---~--~~~-~~~-~~-~---~~~~--~-~~-~~--~-~---~-~~--~-~--~~~---~~
~~----~--~~~~~-~~~~-~---~~-~--~--~----~-~~---~~-~~---~~~~--~~-~~-~--~-~-~~--
~~~----~~~--~~~~~--~-~----~-~---~~~-~--~~~-~-~----~~~~---~-~---~--~--~~~~-~~
----~~~-~--~~~~-~~~-~-~-~----~~--~--~--~~~-~~-~-~~~~~-~~~---~~-----~--~~~---
~-~--~--~----~~--~~~~~-~~-~----~-~-~--~-~-----~-----~~-~~~-~~-~-~~~~~-~~-~~~
-~-~-~--~~--~~--~~-~--~~~--~~~~--~--~-~~-~~~-~~~~~~~~--~--~--~-----~--~~----
~--~-~~-~-~-~-~~~--~--~~~~~~--~-~-----~~~~--~~------~~~-~~--~~~---~~~-~--~--
~---~-~~--~~--~~~~---~---~-~~~-~-~~-~--~~-~~~--~~~-~~--~--~~-~---~~------~~~
~~~---~-~-~-~~~~-~~-~~~~~----~---~-~~-~-~--~---~---~-~--~~---~~-~~~~-----~~~
-~--~~~--------~-~~--~~~-~-~---~-~~~-~-~~----~~--~~~-~-~~~~-----~~-~~~~-~-~~
-~~~-~-~----~~~~-~~~-~~~~~--~~-~----~---~~~~~~-~-~--~-~-~--~~~--~~-~--------
~~~---~~-~~-----~-~--~~~---~-~--~~~~-~-~~~~-~~---~~~~-~~----~-~-~~-~---~-~--
~~---~--~~~----~-~~~~~-~--~---~~----~~-~-~---~~-----~~~~~--~-~--~~-~-~~-~~~~
--~~-~~-~-~--~~---~-~~------~--~-~~~~--~-~~~~~---~-~-~-~~-~~~~~--~~-~~-~----
-~~~~~~~--~~~-~~~-~~----~-~~----~-~-----~-~--~~~~-~-~--~~~~~---~~~--~-~-----
~-~~--~~---~~~~----~------~--~~-~--~~~~-~-~----~-~--~-~-~-~~~~~~~-~~~-~-~--~
~~~~~~~~-~-~----~--~-~--~~~---~-----~---~--~-~-~~~-~~-~~~--~-~-~~~---~--~~~-
~~--~-~--~-~-~~--~~---~~~~--~-~~~~~---~--~-~~~-~~~---~~----~-~----~~~-~~--~-
-~~-----~~~~--~---~-~-~~~~~-~--~~~----~---~~-~~~-~~---~~-~~~-~---~~-~~~---~-
~~~~--~----~--~---~-~~--~--~~~-~~--~~-~-~~~-~~~--~----~~-~-~~--~~---~-~~--~~
-~~-~~~~~--~~--~~--~~~-~~--~~~--~~~~---~~~~~~-~---~-----~---~---~-~--~-~~---
--~~-~~--~---~~-~-~~-~--~--~~--~--~--~-~--~~-~-~~~-~-~-~~~~~--~-~--~~~-~-~--
~~-~-~~~~~-~-~----~~~~-~----~~-~~~------~-~~----~~-~~---~-~~-~~--~~-~---~-~~
-~~~~~-----------~~---~--~~~----~~~~~~--~~~~~~-~~~-~-~--~---~~~~---~-~~--~~-
~~~--~-~-~~~-~-----~~--~-~-~-~-~~-~-~-~---~-~---~~-~---~-~-~~---~~~~-~-~-~~~
---~~~---~~~---~~-~~~~--~-~~~~~~~-~-~-----~----~~-~~~--~~--~---~~~~-~-~--~--
---~-~~~~~-~~-~-~~-~--~~-~-~-~---~~-~-~--~~~~---~~--~~~~~--~-~~--~----~-~---
-~---~~---~~~~~~~~~~~~--~---~--~-~~-~-~--~~---~~-~~------~-~--~~-~~~--~--~-~
--~--~--~~-~--~-~~~-~~~-------~~~-~--~~-~--~~~~--~-~~-~~-~~-~--~--~~~~--~~--
-~~~~-~-~-~-------~--~~~---~--~~~-~--~--~~~-~~-~----~-~~-~~-~~---~~~-~-~~-~~
-~-~~--~---~-~~~~~-~~~----~---~-~-~-~~---~---~~~~-~~---~---~~-~~~-~--~--~~~~
~~~~--~--~~-~~--~~-----~-~-~-~~-~--~----~~~~~~~-~-~--~~~-~--~~~--~--~---~--~
--~~-----~-~~-~-~--~-~--~~~--~-~-~-~-~~--~~~-~-~~----~~~~~------~~~~~~--~~~-
-~-~~~---~~~~~---~-~--~~~~~~~~~--~~~-~~---~----~-~---~~~----~--~~---~~-~--~-
-~-~~~-~~-~~-~~--~~~-------~~-~------~~--~~-~~----~~~~-~~~~~~---~~-~-~----~~
---~~~~~~-~~~---~~---~-~---~-~-----~~~-~-~~~---~~-~-~~--~~~~~--~----~~-~-~~-
~-~~---~~~~~~~----~-~-~~~-~~---~~~~~-~~-~---~-------~~~~~~~-~-~-----~~-~----
~--~~--~~-~~---~~-~-~-~~---~~-~~-~~~-~-~~-~-----~~--~~--~-~--~--~~~~--~-~-~-
0045名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2020/01/09(木) 07:17:27.92ID:R3FzRF/8
~~~~---~-~---~~--~-~-~-~-~-~~~~-~-~~~-~~~-~---~~----~~~-~--~---~--~---~~-~-~
~~~~-~~-~~-~--~-~~-~-~~---~-~-~~~~-~~-~-~~---~---~~----~-~~~~--~--~-~-----~-
~-~~-~~~~------~--~~~--~~-~-~--~~~-~-~--~~~-~-~---~~~--~~---~~--~----~-~~-~~
-~~--~---~--~~~~--~--~-----~~--~--~~~~-~-~-~~~-~~~~~~-----~~~--~--~-~~~--~-~
--~~-~-~~~-~~~~--~------~~---~~-~~~~--~~~-~~~~~-~~~-~-~-~--~--~----~~~------
--~~---~--~----~----~~--~~~~-~~~----~~-~~~~-~~~~~~-~~~~----~~--~~~-~---~-~--
-~---~~--~--~-~--~-~~-~---~-----~~~~~-~~~~-~~~~---~~~-~-~~-----~-~-~~~~~-~--
-~--~---~-~~~~~-~-----~----~~~---~~-~~---~-~~----~~~-~-~~--~~~~-~-~--~~~~-~~
------~~~~-~--~~--~~-----~--~-~-~---~~-~~-~---~~~~--~~-~-~~-~-~~-~-~-~~~~-~~
~~-~-~~~--~-~---~~-~~-~~-~--~~~~~-~~----~--~~~-~--------~-~~~--~~--~~-~~-~--
-~~--~-~~-~--~~~--~-~~-~--~~--~~-~~--~~-~-~~-~---~~-~-~-~--~~~~----~-----~~~
~~~~~-~-~~-~~--~~-~~-~-----~-~----~-~~-~-~~-~~-~~----~--~-----~-~-~~~--~~-~~
~~~~-~--~~~~~~~-~--~~~~~~-~~-~~---------~-~~~~~--~-----~~-~----~~~~----~----
~----~~----~~~---~~-----~~~~~-~~~~~~~~-~-~-~~~-~~-~----~-~~-~~--~---~~---~--
-~~-~-~--~~--~---~~--~~--~---~--~~----~--~~----~--~~~~-~-~~~~~-~~-~-~-~~~-~~
----~~~---~~~--~-~-~~---~~~~-~~~--~-~~~----~--~~-~~~~-~~~-~-----~--~~-~-~-~-
~--~--~---~-~-~~~--~~~~~~~~-~-~-----~----~-~-~--~~-~--~-~~-~--~~~-~~~--~-~~-
-~-~-~-~~-~----~----~~~--~-~~~--~-~~~~-~~-~---~-~~-~~--~~--~~---~-~-~~-~~~--
~----~------~-~~~~~---~---~-~-~~~----~-~-~-~-~~~~--~-~~-~-~~--~~-~-~~-~~~~-~
-~~--~~~--~--~--~~---~-~-~-~-~~~-~~~-~~-~-----~--~~~--~~--~-~~~-~-~~-~-~~---
~-----~-~~~~~-~~~~-~-~-~-~~-~~---~-~---~-~~-~-~--~--~---~~-~-~-~~~-~~~---~--
~--~~---~~--~~~-~~----~~~--~~~-~~-~-~-~~---~~~-~--~---~~----~~-~-~~~~---~-~-
-~-~~~-~---~-~--~-~~-~~~~--~~~~--~~~-~----~~-~~-~~~~--~----~-~-~~~----~--~--
~-~--~~-~-~-~~~~--~---~~~---~-~~~~~--~~--~~-~~-~------~-~~~--~--~-~-~~~-~---
-~-~---~~~~~-~~--~---~-~---~~~-~~~~~-----~~~-~-~-~~-~--~~--~~----~~--~~-~-~-
-~~~~~--~~-~--~---~-~--~~-~~~--~~-~--~~--~~~-~~-~----~~-~~-~--~~-~~--~--~---
-~---~-~~-~--~~-~-~~-~~~---~-~-~~--~~~-~-~~--~-~~--~~--~---~--~~--~~---~-~~~
~~-~---~-~-----~~-~~-~~~-~~-~~----~---~~--~-~------~~~~~~---~~~~-~-~~~--~-~~
~-~~-~-~~~-~~-~---~--~--~----~-~-~~~----~~-~-~~---~~----~~-~~~--~~~-~~~~-~--
---~~~~--~-~-~~-~--~-~-~~~~--~~-~-~-~--~--~---~-~~~~-~~--~~-~-~--~~-~-~~----
~-~--~-~~---~-~~~~-----~~~~~----~~~-~~~~--~-~~~~---~~-~--~--~~~-~---~--~--~-
-~~~~~~----~--~~~~~-~-~-~----~~--~--~~~~-~-~--~~~~---~~~--~-~-~~~~---~------
-~-~--~--~~---~--~-~-~~-~~-~~-~--~~~~~-~~-----~~~-~~---~-~-~~~~-~----~--~-~~
~~----~---~~~-~~--~-~-~~~~~-------~-~------~-~--~-~~~~~-~~---~~~~-~-~~--~~~~
~~~~--~~-~~-~~~--~~~--~~-~----~~-----~-~--~-~-~~~~-~----~-~-~-~~--~--~---~~~
~~~-~-~~-~~~-~~--~~~--~~---~-~--~~-----~~-~~~~--~-------~-~~~~------~-~-~~~~
--~~~--~--~--~~~-~-~---~------~~~-~~~~~-~--~-~~-~~~~-~~-~-~~---~~~---~~~----
~~~-~~~-~---~~---~--~--~~--~-~~~-~-~~-~~~~--~-------~-~~~--~-~~~~---~-~~--~-
~~---~~-~~~---~-~~~~~-~~~----~-~~-~--~~-~~---~-~--~-----~--~~~-~~~~~--~--~--
--~~~~~~--~~~~~-~~~~~~~-~~-~-~~--~~-~---~-~-----~-~-~----~~~~--~~-----~-----
--~--~---~-----~-~~~-----~--~-~~-----~~~~~-~~~---~~--~~~---~~~~-~~-~~~~-~~~~
-~-~~~~--~--~~----~~---~~-~~-~~-~~-~---~~~----~~~~~~~--~--~~---~-~~-~-~--~--
-~-~-~~-~~~~~~---~~~------~~~-~~~~--~----~---~~~-~~---~-~-~~-~~~----~~~--~--
-~~-~~~~~-~~-~~--~~------~~~-~-----~~-~---~~~-----~~~~--~~~~---~-~~~--~~~---
---~~--~~~-~-~~---~-~~~-~~-~----~-~---~-~~-~~~-~-~~~--~~~---~-~~-~~~-~----~-
---~~-~~---~-~~-~----~--~-~~-~~---~~~~~~---~~--~~~~--~--~-~~~~---~---~~-~-~~
-~~----~-~~~~-~-~~~~~~-~-~---~-~~--~~-~--~-~--~-----~~--~~-~-~~-~--~--~~~-~-
--~----~~~~~--~----~~~~~~-~~~~--~~---~~---~-~---~~----~--~~~~--~-~~~-~--~-~~
~-~--~~-~~-~--~~-~---~-~~---~~~---~~-~----~-----~~-~-~~-~~~~~-~~~~---~~~-~--
~~-~~---~~--~-~-~-~~-~---~-~---~-~--~--~---~~~-~--~~~-~~~~-~-~~--~~---~~-~-~
0046名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2020/01/30(木) 07:14:04.01ID:aCS/YXTs
-~--~~~--~~~-~-~-~---~~~-~~-~~-~--~~-~~~~~-~~~-~--~--~~--~~--~----~-------~~
~~--~--~-~-~~-~--~--~--~-~~~~~~-~-~~----~-~-~-~~~~~---~~--~~-~~~~---~-~-----
--~~~--~~~-~~--~~--~~-~--~~~~~~---~----~~~~---~-~~--~-~~~~--~-----~---~~--~~
~-~~~-~~~-~~--~~-~-~-~~~~-----~--~----~-~--~~~----~-~~----~--~-~~~~-~--~~-~~
-~~~--~-~~-----~~~--~~~--------~--~~~~-~-~-~-~-~~--~~----~-~~~~~~~~~-----~~~
~~~----~---~~-~~-~~-~~~---~--~--~~~-~~---~~---~--~~-~~-~-~--~~---~-~~~---~~~
-~--~~-~~----~~-~-~-~~---~-~-~~--~---~~-~---~--~~~--~~~~~--~---~---~~~~-~~~~
~-~~-~~--~-~-~--~--~~--~~~--~~~------~~-~----~~~-~-~----~---~-~~~~~~--~-~~~~
~~~~~~~-~---~-~-~--~-~~--~~~--~-~~-~~-~-~--~-~~-~~--~~--------~--~~-----~~~~
~~--~-~~-~~~------~~~-~~-~~--~~---~--~--~--~-~~~------~~-~~~~--~-~~--~~~~--~
-~~~-~---~~----~--~~~---~--~~~~-~--~-~~~----~--~~--~~-~-~~~~-~--~~~~-~~---~-
~~-~~~-~--~-~~---~~-~-~--~~~-~~~--~-~~-~-~~~-~~--~-~~--~---~-~~-~-~-----~---
-~-~~~--~~-~~-~~-~~~~~~~-~---~--~~------~--~--~--~~-~---~--~--~~~~~~~--~~---
~~~-~--~~~--~-~~-----~~~~~-~---~~~--~~-~-~~~~---~--~--~~---~~--~-~--~-~-~-~-
~--~~--~-~--~~~---~-~~-~~~-~~~--~--~~-~~---~-~----~~-~---~-~--~~~~--~--~-~~~
~~---~~----~~-~-----~~---~~~~~~--~---~~-~~-~~-~~~~-~~~-~--~---~--~~----~-~~~
~--~~~--~~~~~~~~~~-~-~-~-~-~~-------~~~-~~~-----~-~-----~~~-~--~~-~-~~--~---
-~~-~---~~~-~~-~----~~-~~--~~~~~-~----~~--~~~~-~~-~-~---~--~~-~-~~~--~--~---
-~~------~--~~-----~-~~~---~~---~~~-~---~~~~~-~~~~~--~~-~--~-~~-~-~-~---~~~~
~~~~~-~~-~-~~------~-~--~~~~--------~~-~---~~~~~~~~--~~--~~~-~--~~~---~---~-
~----~~-~~~-~~--~-~--~-~-~-~-~~----~-~--~~-~~-~-~--~~~-~-~~-~-~~~---~-~-~~--
--~-~~-~~-~~~~~~----~~~-~----~--~~-~-~-~~~~---~~~~-~-----~--~~~-~--~~---~~--
-~-~-~------~~-~-~~-----~-~---~-~-~~~~-~~~~-~~---~-~~-~~~~--~-~-~~~----~-~~~
--~~-~-~~~~---~--~~~~-~----~-~-~-~~----~~-~-~~~-~---~-~~----~~~----~--~~~~~~
-~------~~--~-----~~~-~~-~----~~~-~~---~~~-~~~--~~~~~~--~-~--~~~-~~-~--~-~~-
~--~~~~~~-~~~-~---~-~----~-~---~~~-~~~~~---~----~~-~-~-----~~~-~~-~-~---~-~~
~----~~--~---~~-~~~-~---~-~~~-----~~~--~--~-~~~--~~~--~-~~-~-~~--~-~-~-~~-~~
~---~-~~-~~~---~~~-~-~--~-~~~------~~-~~~~--~----~--~-~-~-~~~~--~--~-~-~-~~~
-~-~--~~-~~---~--~~~~-~-~~-~~--~-~~~-~---~~--~~---~-~-~~~-~~~-~----~-~--~-~-
---~----~~----~--~~-~~--~~~~---~~~---~~-~-----~~-~--~~~~-~-~-~-~-~~~~~~-~~-~
~~~~--~~~-~-----~~~-~-~--~-~~~-~-~-~--~~~-~---~~~~~-~~--~---~-~---~--~--~~--
----~----~-~-~~~----~-~-~~--~~~----~~~~-~~-~-~~--~~~-~-~~--~~~~-~-~----~~-~~
~~-~~--~---~--~---~-~~--~--~-~--~~~~~-~-~~~~----~-~~~-~----~--~~--~~~~~~~---
-~~~~-~--~-~~~----~~~-~~~~~~~--~--~~~~~~---~~--~~---~-~~-~-~-~-----~------~-
~-~~---~~-~~~---~~-~~-~~~~~~-~---~---~---~~~~---~-~~----~----~--~~----~~~~~~
--~~~~-----~~---~-~--~-~---~~~-~~~-~~--~~~-----~~-~-~~~-~-~~~~-~--~~~-~---~-
~------~~~--~--~-~~~~--~~~-~~--~~--~~~-~~----~-~-~-~~---~-~~~~-------~~~-~~~
~~~~~-~-~-~-~-~-~-~~~~----~~~---~~~-~~--~--~~--~--~-~~-----~~~~-~--~---~-~--
~~~~--~~~~~--~-~~----~----~~~~-~-~--~~~-~~-~-~-~-----~--~--~~~~------~~~--~~
~~-~-~~-~---~-~-----~--~--~~-~~~-~~~--~~~~~~-------~~~~~~~-~-~~~~~------~---
---~-~-~---~~~~~-~------~~-~----~~---~~~~-~~~-~~-~~---~~~~~--~~~~-----~-~~-~
---~~~~---~~~~-~~-~-~~~----~~--~-~~~-~~~-~~--~~--~---~---~~--~-~-~~---~--~~-
--~~~~~~~---~--~--~-~-~-----~~-~~~-~~--~-~-~~~-~-----~~-~-~~-~-~~-~-~~----~~
~----~--~~~~~---~-~-~-~-~~~~~-~-~--~--------~-~---~~~~~--~-~~-~~~~--~~~-~--~
~------~-~-~-~~----~--~~~~--~-~-~-~~~--~~~--~~-~-~-~~~~~----~~~-~--~-~~~--~-
~~--~-----~~~~--~~~~-~-~~~~~-~~~~~~~---~--~~~--~-------~-~------~--~~~---~~~
~--~~-~-~-~~~~~---~~~--~~~--~~--~-~~-----~~~-~~~--------~~~--~~-~-~-~--~~-~-
~-~-~~~~---~-~-~-~--~~~~~--~--~~~~~-~-~-~-~~----~--~~~-~---~-~---~-~--~-~-~-
~~---~-~~-~~~~~---~-~~~-----~-~~-~~~-~---~-~~~-~--~~---~~~-~~-------~~---~~~
~~--~--~~---~~~~~~-~-----~---~~~~----~~~~~~~~--~~-~-~~~--~--~-~-~--~~-----~-
0047名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2020/02/13(木) 07:13:10.55ID:ScvWsgqX
-~-~-~~~~~~~-~~~--~---~-----~~-~-~~~~-~----~--~-~--~~~----~~~-~-~-~~-~~--~--
~-~----~-~~--~~~~~~~~~-~~~-~--~---~----~~--~~~---~--~--~-~~---~~~~-~~--~~---
----~--~~~~-~-~~~~--~~~~-~~~---~~~~--~~~----~~---~-~-~~~~~~-~---~---~-----~-
--~~~~~---~~---~--~---~--~~~-~-~~~~~--~--~-~--~--~~-~-----~~~--~~~-~~~~~---~
~--~-~~~--~-~---~~~~~----~~~-~~~~--~~~--~----~~~~~~~--~-----~~~---~~----~~--
~~-~-~-~--~-~-~----~-~-~~~~~~~~~~~~~~----~-~~~-~~-----~~~------~~~-----~--~-
-~-~-~~-~~~-----~~---~-~~--~~~---~~-~-~~~~----~-~~~~~~-~--~~~~~-~----~--~---
-~~-~----~-~-~--~~~----~~~-~-~~~----~~--~~~-~~-~--~~-~-----~-~~-~~~~--~--~~~
~--~~~--~---~~-~-~~~-~~-~~---~~---~--~-~~~--~-~~--~-~-~-~---~~~-~--~--~-~-~~
~--------~~~~~---~---~~--~-~~~-~------~--~~-~~~-~~~~~-----~-~~~-~~~-~--~~~~~
---~-~~--~~~~-----~~~~--~~~-~------~~-~~~-~~~~--~-~---~~~~--~~--~~~---~-~~--
~-~~~---~-~------~~~~~~~~~~~~-~-~--~---~~~----~~--~-~--~~~~----~~---~~~~----
----~~--~~-~-~~--~~--~-~---~~~--~--~---~-~----~---~~~-~~--~~~~---~~-~~~~~~~~
~-~--~--~-~-------~~--~-----~~~--~~~~~-~~--~-~---~~---~~~~~-~~-~~~-~-~~~~~--
~-~~--~---~~-~~-~~~~-~~-----~~---~-~~--~~-~~------~~~-~~~~-~-~-~~~~~---~----
~~--~--~-~---~-~~~~-~~-~------~-~---~~~~~~~-~~~---~~-~--~-~~~~--~-~~~----~--
~---~~~~~~--~~--~~~----~~-~~-----~~~~~~~~~--~~----~-~-~--~-~~---~~-~~---~---
--~~~~-------~~~---~~~~---~-~~---~~~--~~---~~~~--~~--~---~~~~~-~-~~--~--~~~-
~~-~~-~-~~~~-~-~-~-~-~~~~~-~~~-~---~---~~~-~~~-~~--~--~----~-~-~~-------~---
~--~~~----~~~~~~~-----~--~~--~~--~----~--~~------~-~~~~~-~~-~--~~~~~-~~-~--~
-~~-~~-~~-~~~-~~~-~~~~-----~~-~-~-~~~-~-----~-~~-~-~-~~~~-~~-----~----~~----
~--~~~-~-~~~-~-~~-~-~~-~~--~~~----~~--~------~--~~~--~~-~~~~-~~-~--~---~--~-
-~---~-~-~--~~~~--~--~~~-~~~--~-~-~~-~~--~~---~-~~~-~-~~-----~~~~-----~~~~--
~-~--~-~~~-----~~------~-~-~-~-~~--~----~~-~-~~~~~~-~~~----~-~~~-~~-~---~~~~
~~-~-~~~~-~~~~~----~-~~~~---~~---~~-~-~~-------~~-~--~~~~~~~~--~--~------~--
~----~-~~---~~~~----~----~~~-~~~-~~--~-~-~-~~-~~-~-~----~---~--~-~-~~~~~~-~~
~--~-~-~-~~---~~-~~~--~~-~~-~-~~-~---~~~--~~~~--~~----~~-----~~-~--~~~~~----
-~-~~-~~-~-----~~-~-~-~-~-~~-~-~-~--~~~~~-~~~-~~----~-~~--~~~-----~~-~~--~--
---~---~--~-~~~~-~~~-~--~~------~~-----~-~--~~~-~~~~~--~~~----~~~~-~-~~~--~~
~-~--~~~~~~-~~~~--~--~-~~-~~-~-~-~-~~--------~~-~~~~-~-~~--~~--~~-~---~-----
---~~--~---~------~-~~~-~---~-~~~-~-~-~~~-~~~~~~~~----~-~~~~-----~~~--~-~-~~
----~--~--~---~~~~--~~~~~----~-~~--~~~~~---~-~-~-~~--~-~~--~-~-~~~-----~~~~~
~~~~-~--~--~~-~~--~--~~-~--~~------~---~-~--~~-~--~-~~~~-~~-~~~--~-~~----~~~
~-~~---~~~--~~-~~--~-~~~-~--~~~-~~--~~--~~-~-~~~~~-~~---~-~--~--~-~----~----
~~-~~-~----~~~~-~--~~--~-~~~-~----~----~----~~~~~~~~-~~~--~-~-~---~~~~----~-
-~~-~~-~--~~---~~~--~-~~~~-~-~--~~-~---~---~~~--~~~-~---~-~--~~-~--~-~-~--~~
~~~--~~~--~-~~~--------~-~~~~~~~-~~~-~-~~~---~~~-~~~-~~-----~-~----~--~-~---
---~-~-~--~------~-~~~~--~--~~--~----~-~~~~-~-~--~~-~-~~--~~-~~-~~-~-~~-~~~~
~~~----~-~~~---~~--~-~--~~~~~--~~~~~~---~----~~--~~--~--~~~---~-~-~~~~~-----
----~~-~~~~--~~-~-~~-~~-~~~~~----~-~~-~~~-----~----~-~~-~~~~~--~~---~-----~~
~~--~~~~-~-~~----~~~-----~~~~~-~--~~-~~~~-~~--~~--~--~-~--~---~-~~~---~--~--
~~-~-~~-~-~~--~~--~-~~~--~----~-~-~----~~--~~---~---~-~~--~~-~~~---~-~~~-~~~
~-~-~-~-~~~~~~--~---~~--~----~~~-~-~-~-~-~~---~-~--~~--~~-~------~~~~---~~~~
~-~~-~~~~-~-~-~~~----~----~~~--~--~~---~~--~--~-~--~-~-~~~~~-~~~-~--~-~---~-
~~~---~~-~-~~--~--~----~---~-~~~----~--~~-~-~~~~-~----~--~--~~-~~-~~-~-~~~~~
-~~~~~---~---~~-~~~~~~----~-~~~~--~~----~~-----~~---~----~~-~~~~~~-~~-~---~-
~~----~~-~-~---~~~-~~----~~~-----~~~~~~~~~---~~-~~--~~~~~-~-~--~~~------~---
-~--~---~--~-~~-~~---~~~~--~-~--~~~~--~~~---~~---~---~~~-~~---~~---~-~~~~-~~
-~~---~~~-~--~~--~~~-~~~~-~----~-~~~-~--~--~-~--~----~--~---~~-~~~---~~-~~~~
-~~--~~----~-~--~-~---~-~~---~-~-~-~~----~~~~~~~-~---~---~-~-~~-~~---~~~~~~~
0048名無しさん@お腹いっぱい。
垢版 |
2020/02/27(木) 07:13:58.49ID:8NbM99Xo
~-~---~~--~--~-~~~~~~~--~-~---~--~~~~----~-~---~~-~~~~-------~~--~~-~~~~~--~
~~--~~~---~~---------~~~~~~----~-~~-~~--~~~----~-~---~~-~~~~~~-~---~--~~~-~~
---~-~~-~-~---~-~~---~--~~~-~~--~~-~~--~-~--~-~~-~-----~--~~~-~~~-~~---~~~~~
~~-~~~~~---~----~~~~~-~~-~~~~--~~~--~-~~-~--------~-~~~~-~~--~----~--~-~~---
-~~~----~~--~-~~~-~~----~~~---~~-----~~-~~-~-~~~----~---~~-~-~~~~~---~-~-~~~
-~~~~~-~-~-~--~--~-~--~~--~-~~~~~~~~~~~--~~-~-~~--~~--~--~-~-~~-------~-----
~-~~~-~~---~~-~--~-~~--~-~---~~~--~~-~~-~~~-~~-~~----~--~~~-~--~~-~~------~-
---~~-~--~-~~--~~~-~~-~~-~-~~~-~----~-~--~-~~----~~--~~~~~-~~-~~~~--~---~---
~~~~~-~----~--~--~~~~------~~~~~---~~----~-~~~~-~---~~----~~----~--~~~~~~-~~
---~~-~----~-~--~--~~---~---~---~--~~~~~~~~~-~--~--~~~~---~~-~~-~~~-~-~-~~-~
~~~---~~-~~~-~~~--~~~~---~-----~~---~--~--~~~--~~~~----~~--~-~---~~~~---~-~~
-~-~~~-~--~~---~-~~-~~~-~~~~--~--~~~~-~~-~--~~--~~-~~~-~-~----~--~-----~~---
---~---~---~---~~~-~--~~-~--~-~~~~~-~~--~~---~-~--~~~-~~--~---~~--~-~~~~~-~~
-~~~~-~~--~----~-~~-~--~~--~-~---~~---~~~~~-~~---~---~-~~~~~---~----~~--~~~~
~~---~~~--~--~--~~~~-~--~~-~~~--~---~--~-~---~~-~-~-~-----~~~-~--~-~~~-~~-~~
~~---~------~--~-~~--~----~--~--~~~~~~~-~---~~~~~--~~-~~~~-~-~~---~-~~-~--~~
-~~---~-~~~~-----~-~~~----~~-~~~~-~-~~--~~~~-~-----~-~-~-~~~-~~--~~~~-----~-
--~~~~~~-~---~~~--~~-~-~~~-~~~--~-~-----~~-~-----~-~-~---~~--~-~--~-~--~~~~~
~~--------~-~~~~~~~-~~~-~~~---~-~--------~~~-~~~--~~-~-~----~-~~~-~~~~~----~
-~~~-~~~~-~----~~-~~-~-~~~~------~-----~---~~-~--~~--~-~~--~~~~~---~~--~~-~~
~~~-~~--~--~-~---~-~~~~-~~--~-~-~----~---~-~~~--~~--~-~~~--~--~~-----~~~~~~-
--~----~-----~---~~~~~-~-~~~----~~-~~~--~~-~-~~-~-~~~---~~----~~~---~~~-~~~~
~~-~~~~~--~~-~-~~~-~-~--~~~-~~--~~--~---~-~~-~~--~~---~~----~~---~-~-~-~----
~---~-~~~~~-~~~---~~~~--~-~~~~~~-~~-----~---~--~~~~---~~~-~~-----~--~---~~--
~~~~-~-----~~~~-~~-~~~~~~~~~~-----~-~--~~~-----~~--~~~--~--~---~---~~~----~-
---~~--~----~~-~~---~----~-~--~------~~~~~~~~-~~~-~-~--~~--~-~-~~~~-~--~~~~~
~-~~-~~-~--~---~----~--~~-~~~-~~~~~-~--~~-~~~~--~-~-~~~~~~--~~---~---~------
~---~---~~----~~~~~-~---~~-~-~--~~----~~~~~~-~--~---~-~~~-~-~~~-~~-~~~-~----
--~~~--~--~-~---~-~~-~~-~--~~---~-~--~~~~-~~~---~-~~~-~---~---~-~~~-~~~-~--~
-~~--~~--~~--~~--~~-~--~----~-~--~---~~---~~-~-~~~~---~-~-~-~~-~~~~-~-~~--~~
--~~---~~-~-~~~~-~~~----~--~--~~-~~~---~-~~---~-~~--~----~~~~~~~--~~-----~~~
--~--~~~~~~~-~-~-~~~~-~-~~-~--~~-~~~-~-~~~~--~~--------~-~~--~-~~-~~--------
---~~~-----~~~~~--~-~-~~--~---~--~~~~~---~~--~~-~~-~~-~~~~~--~~---~~---~--~-
~-~~~~~-~-~~----~~-----~~~~~~~-~~----~~-~--~~~~-------~~~-----~~---~~~~~~---
~~~~~---~-----~~~~-~~--~-~-~~-~~~~~~~~----~-~-~-~-----~----~~-~~-~---~~~~---
---~-~-------~--~~---~--~~~~-~-~--~~~--~~~~-~--~~-~~-~-~~~~--~-~~~~~-~~-~---
~--~~-~~---~~--~--~~~~-~-~~-~-~-~~-~---~-----~----~-~--~-~~---~-~~~~~-~-~~~~
~-~-----~~~---~~-~~~~~-~---~---~------~-~~-~~~~~-~---~-~-~~~--~~~--~~---~~~~
-~~-~-~~~~~~~~~--~~~~~---~~~--~~~~----~-~~-~-~~--~--~----~~~---~-~-~--------
~~--~-~--~~~--~-~-~-~~-~~~~~--~~~~-~---~~-~~~~~~----~-~~------~-~---~-~--~--
~~----~-~~~-~~--~-~~-~~-~~~----~~~~~-~--~~-~-~-~~~-~~-~----~~---~~--~~------
~---~~~~-~---~~~-~~---~~-~-~~----~-~~~-~~---~~-~~~~~-----~-~--~~~~--~-~--~--
~--~~~~---~--~~~-~~--~~~-~-----~~--~~~-----~~~-~~-~--~~--~~---~~---~~--~-~~~
---~--~~~-~~~---~~~~~~--~~-~~~-------~----~---~~~-~~-~--~-~~-~-~--~-~--~~~~~
~~~~~~~---~-~-----~-~~--~~---~~~~~-~-~-~--~--~--~~~~~~--~--~~-~--~----~~--~-
-~-~-~~-~--~-~~--~~~---~-~~~-~~-~~~-------~--~-~---~~~----~~~-~~~~----~-~~~~
~~~--~--~--------~~~-~~~-~--~-~-~~-~~~-~-~~--~~~--~-~-~---~~--~~-~~~--~-~-~-
~~~~--~~~~-~-~-~--~~--~~---~~~------~-~~~----~~~---~~----~--~~-----~-~~~~~~~
~~~~~-~~-~~~~-~-----~~~~-~~--~-~--~~--~-~--~---~~-----~~~-~-~--~----~~~~--~-
~~~---~-~----~-~~-~~-~--~~--~~~----~-~---~~~~~~~~-------~--~-~~~-~~-~-~-~~-~
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています

ニューススポーツなんでも実況