X



トップページパン(仮)
42コメント172KB
無塩パンについて [無断転載禁止]©2ch.net
0001名無しさん@お腹いっぱい。2017/07/05(水) 01:53:38.40ID:UMPGYMhe
語ろうぜ
0002名無しさん@お腹いっぱい。2017/07/05(水) 06:13:13.40ID:I0KoeKyR
----___--__-_--__---__-_---_-_--__--____-_----__-___--_--___----__--_______-
-_--_---___-__--__--___-____--_-_--__---------_-_-_---___-__--_______----___
_-_--_-_-__--_-_-_-__--__---______-_--__---__----_-__-_----__-_-__----___-__
-____--_-__-__--____--___--_-_-_--_---_-_-_-__----___-_-__-_--__-_--__--_---
_--_________-__-__----_--_-_-_----_-_-__--_---__---___--_-_-_--_----_-____-_
---_-__-_-______---__----___------____-_---_-__-__----_-_-___----_-____--___
-_-----_-_____-_-___--__-_----_-_--__-_-_--_-____-_--__-_---_--__---_-__-___
--_-_---_-___--____---_-_-_-__---_-_-_-_-_---__-_-___-----_--_--_________--_
__--_-_______-__------__--_---_-_-_--_--__-_-____-_--_--_-_-_-__--____-_----
-______-___--__----__-_--__--_--___-___-_---_-_---_-_-____--_---__-_-_-_----
---_-_--_-_______--_---__-----__--__--__-_----_-__-_-_--____--__-___-____---
_--__--_---_--_-__-_-_--_-__-_----_-__-___-_-__-_---______--__------_-___-__
-__-__-__--___-__-_-_---_-_-----__-___----___--_-_-_--__-_____---_-_--_-_-_-
--___-----___----_-__---_________--_--_---__--__-__-_------___-__-_-_-__--__
_-_---_-----_-_-_--____--__-_-__----_-__-__-----__-__-_-_-_____-_---___-_-__
-___---------_-__-___--____-_--________-__---_---___-_---_--_-__-_-_-_-_---_
_____--__-_--_--__--____---__---_--__-----___---_--__-___----__--__-_---____
__---_---_-__-_-_-__-____-__----_-__-_____-_--_--_---------___--___--_-_-___
_-_--__-_--________-___-___---__-_--_----_____--_------_-___-----_-_-__--_--
________----_-__-_-_--___----_-__----__-_---_--_--_---_---_----______-__-___
_-_-------__-__--_-_-__--____-_-______--_----______-____----_-_--__-_----_--
-_--_-_-___---_-__---______--_-__--_--__-_-_-___-__-__-------__---______----
--_-_---_--_--__-_--_-_--__----__---_-___--_-___--__-_--___--__-__-_______--
__-_--_--_------____--_____--__--____--__-_-_-_____----__--_--__----_-___---
------_____-_-_____-----__-_--__-_____-__-__-__-_-____--__-------___--_-----
__-_--___-_-_-_-__-_-_-__-___---_---_-_---____--_-_--______-_-------__-_-_--
__-___--__-__-----_-__--_--__-____-------__-___-_---_-_-_-___---___-__-_-_--
-_-__--_-_-_---__---_---__-____--___-_-___--_-_---__-_____-----__-_----_-___
-___--___-__---__-_---_---_--_---_---_---_-____-_-__-__--__-__---_--_-______
----___---__---___-___---____-_-__--_--__-_--_---_-_--_--_-_--__--____-__-__
-------__--_--_--__--__--_--___-_-----_-----__--___-__-_______-____---______
-_-__--_-_--_--_---_---_--___-_-__-__------_-_________----_-_____---___-_--_
-_-__-_--__-__--_-_--____-----___-__-_____-_---__-_-_-_-_--_-_--_--__-_---_-
_--__-_-_-_-_-____-_--___--__----__-_--___-__-_--______---__----_-----_--__-
__-_-_---___-_____-_--_-_--_---__-_--_____---___-_----__-_-_-__----___-_----
____--___-_-_----_-__-__-_------__--__-_-_-_-__----_--___-_-----__-__-____-_
___-_-__-_----_--_-_---_--__-_--___--_-_-____-_------_-__-___---_-_-_-___-__
____-__-_----_-_--_-__-_--_-----_-__-_-_____--_-------_---___-______--__--__
___--_--_-__-_-__-___----_--__--__-____-----_-_-_-_--_---__-_-___-_-----____
_---_-_--__-__------_--_-_---_--_--___-_-__-__-___--___-__-_--_-_-_-__-___-_
-_-_-_-__-_--_-__-_-_--__----_-___----_-_-_--_-____-_-____-__-___----__-_---
_--____-_----__-__-----_--_---____-__---__-__------__-__--__-_-_--__-_-_____
_--__---_-__--_-_-_---__-__-__--__-__-_-___----___-_-----_---_-____-____-_--
--_______---_-_-_-_-____----___---_--_-___----___----_----__--__-_-__---____
-__-__-_--_--------___---_--_---_----_____-__-___---__-__--__-_____-_---____
_--_--_-_-_--__-_---_-_-__---___-_---__--__-_--______-__-_-__-_-_--__-__----
__--_--_--___--_--__-___-_--__-__-_---___----_-___--__-_-___--_----_-_--__-_
----__-_--__-_-_-_--__-----___-___-_--_--__-___-__--_-__-_-__-_-_-_--____---
___----__-__----_-__---_--_____----___---__________---___--_-__----_---__---
----__--_--_--__----__--____-____-_--_--_-_-___-----_---___-___________-----
0005名無しさん@お腹いっぱい。2017/07/19(水) 07:36:34.81ID:G7IfJICZ
-_-_--_-_-___-_--_--_--_-____-_-__-_----_--________--__-_--_--_-_---___---_-
--_--_---_------__--_--____-__-_____--_-_--__-___-__----______-___---___----
_---_------_---___-_----___-_-------__----_-_____-_____--__-__-_____-____-_-
-____-___-___-___-_-_---_-__-__-_------__--__----___-_-___-----_----__-__-_-
_-____--___-__-_-_-__---_--_-__-___---_--_-_----______-__--__---_-_-_---_---
_--_-_-_-_----_-__--_____-_-_-_----_-__--_--___-_---____-__--_-_-_-___-__---
____-----______-_---_--_____-_---_____--____-_----__-_---_-_-____-_---------
--_____--_---_-_-___-_--____---_---_-__-__--_---_-_-_-__---_____-_-_-_--__--
__-_-_--__-_____--__----_-_-------_-___-_-_--_---____-_---____---_-_-__--___
_____---_-__-__-----_--_-__-----___--___-_--__-_-_-____-__-__-__---___------
_----_-_-___--_-_---_-_-__---_-___--_--_-___---_-___-----____-_-__---____-__
_-__---_-___-_-_--__---_----_____-----__--___-_____-_--__--_-_---___-_---_-_
_-_-_-_-_-__-_----__---___-_--_______-_----_--__--_--_-__-___-------___-_-__
-_-----_----_-_-___-_---_--_--_-__---_--______---_-_-_--___-_______---___-__
--_-_-__--_--___-___----__--__--__-_-_--____-_---_-___-__-----_-___-__-_--_-
-__-__-___--_-_---___-__-----_----_--_-__-__-__-___--_-____----___-_-__---_-
___-_-__--____---_-__-_---______--_--_--_--_-_-_-_--_-_____-__---__------_--
--___---_-_-____----____---_--____-__-____----_-_--__-_--__--___-__----_--_-
_--__-----___-_--_---___-_-_---_--___-_-_-_--__-_-_-__--___-___-_----_--____
-__---_-__------_---_--_-_--__-_____-__--_-__--___-_--_-_-__----____-_-___-_
_-_------_-____-------____-__-_-------___-_____--_---_-__-_---__-____-___-__
___-_-___----__-_-__--_---_-__----_-__-_-___-___-__-_------__-_-___-_-_--_--
_--_-____-_____-_-__----__-_----__--_-_---__-__-_-_---__---_--__--___-_--_-_
_--__-__-_-___--__-____-__-_-__--__-_-__-__---__-_-----__-_------__---__-_--
-__-____-__-_--_---__----____---__----_-___-__---__-____--_--------_____--__
----_---_-__----__-_--__-___-_-_-_--__-_--_-_---__------_______-__-__--_____
____---__---____---_-_______-_--_---__----__---____---_-_____--_-__------_--
_-__-___-_---__-_--_----_-_-__--_---_--__-_-___-_-__--_-__--__-_-__---__-_-_
---_-____-_--_--_-______--_-____-------_-_---_-___--____-___--_---_---__-__-
-_-__---_-_--_-_-_--___--_-----___--__--__-_---___--_--___-_--____-____--_-_
-_--___----______--_----___-__-_---__--______--_----__-_-_-____----__-_-_---
-_----_-_-___--_--_--_--_-_-___--_-__-_-_-_-_---_---___--_--_______-__--__-_
-__-_--____-__-____-_--_-__-----__-----_--_____-__--___-_--__---_---_--__--_
_-_____---__---_-_--___-_-_--_-____--___-__----_--_--__-_--__--_-_-__--_-_--
-__--_----__--_-----__--__---_____---_-_-_----_-___-__________-__--_-_--_-_-
_-___-_--__-__-__--____-_----____-____-_-_--_-_-_-_----_--___-----_-__-_----
_---_--__----_-_-_---___--___-_-_---__-___---___---____--_---_____-____---_-
__---__-___-__-_-____-_---_____-----_-___---__--_____-__-_-----__--_-_------
__-___-_--_-_-----___-_--_-_--_--_--_-_------_--__--_-_-_-__-_______---_____
_-__--_-_-__--_---_---_-__----_----__-------__-___-________--_--______--_-__
--_---_--_-_--____------____-_-_-__-____-___-___--__-_--_-____-___-_--------
_-__----_-___-_--_----_---___--_--_-_-___--_-_-_-___--_--_-_---__-__-_-_____
-_---________-_-_-_---___-_----_-__-_-_---__-___------_--___--___-_--___--_-
-__-_-__-_--_--_-_-__--__-_--__-__-____-____-_---_-_-__---------__--_-__-__-
____-__-__--__--__-_-_-_-_--___-_-_-_-_---_-_-----_--__--_-___-_-____--_----
__-_---_-_-__-_-__-______----_-__----___-----___-__-_--_-_-__--____------__-
_-_-_-_--__--_________--_-_-___---_-_-__--___-_-----_-_-_---__--_-_---_-_--_
___--__-___--__--____--_--_-_-_--_----_-_---___---____-_--_---_-_-___--_--__
_____--____--_-_--_____---_-_----_--_--_--_--_-___-_--_____---_-__--__-_----
--________-----__---_-__---_-__-_--__----___-___-__-__-------__-_-_--___--__
0006名無しさん@お腹いっぱい。2017/07/26(水) 07:53:31.69ID:1jn6oJVh
__-______--_--_-_--__-_-----__-___-____-___--_----_------_---_-_-__-_-__-_-_
-__-_____---__--_----__-_-___----_____--__---__-_--__-___--__---__------__-_
___------_--------_----__--__--__--_-____-_---_-_-_-_--____-_____--____-____
______--_-_---_-__-___--_------__________-__---__--_--_----____-__-------_--
--_-----_-_-__-__---__-_--__-_____--__--_----______----__----__-__-_-_-__-__
-_____---_--_--_-__-__-___-______--_____-_-_------__-___---__---_----__-----
-___----____-_-_______--_---_-__-__--__-__-_--_----__----__--_-_--__--__-_--
__----____------_____-_--__-_--------_-__---_-_-___--______---_-_-____-_--__
-------___-_-----_-_-_---__---__------__---____-______-__--___--_--_________
-__---_----_-_-_-_--__-_--__---_-_-_-_--_-___-____--___-_--____-___-_--__---
-------_____--__--_-_-___--__-__--__--__----__-_--_-_-___---_-_-_-____--__-_
__---_-----__-____-_-____-_---___-_--_-___---__---_-----_-_-_-_____--_-_--__
-_--___------__---_______---___-___-----_____-____-__--_-----__----_-____---
_-__--___---_---_-_---___-__-_-__-_--___---__-__------_----_--_-____-____-__
-__-_________----__------_______-_--__--____--__---__-_--_-_----_-_----__---
-_-__--___----___--_-_-------______---___------___--___-___-_-_-_--_-____--_
--_--_-____-__-__-_-_--_---_-_-_-_--_-_-________----_--__----_-____-_-_-_---
-_-_-___--_____-_-_-__--__-------_-__--_--_-_--__-_-____--____--_---__--_-_-
_----_-_-_-_----_-_-_-_______-_--______--_-_-__---_--___--_---___--___-_----
--_---__--_-___-_-_-___-__--_---_-_-_---_-__-_-_----___--__-_--_--_-____-___
__-_______-___---___---_---_-____-_-_-_____---_--_-_--_--------__--_--_---__
__--_-_-____-__-_____-___--_-____-_--_--_-_---_----_-----------______--___--
______-_--_-_--__-______-__-_--___----___--_--_----_---__-_-_---__----__-_--
__---_---___---_-_------__--__-_--___---__--__-_--_-_-_--_--_________--_-___
--___----__---_-_-_--__--_-_-_-____--_--____-__-_-_-__-_-_--_----__-___--_-_
___-_---------____---___-__--_-_-_--_-_-_--_-_-_-_-_-____-_____-__----_--_-_
_--_--__-__--_----____-____-___---_-___-_--_--_--_---___--_-_-__-_-__---__--
_-__--_____--__-___-_---__-_-------___-_______-_-----_-__--___---_-_---__---
----_--_--__-_____-____-_-__-_---___--__--____-_-_-__---__-_--___-_---_-----
_--_----_--_--_____-__-__--_-__-_-__-_-_____----_____-__-__--_-__--------_--
--___----_-______--___-----__----______-_-____----__--_--__-_-__-_---_-_-_--
___--__-----__-__--_-___-__-_--__-_--_--_-___-----_____------__-__--__-_--__
__--__-_-__-_--_--_-__--___--_---___-__-__--__--_--_---___-__---_---_-_-__-_
-_____-__---_-_______----_-_-_----_-_----_-_----_--_-__--_-__--__-_____-_-_-
_---_---_-_-_-__-____----_--_-_-_-___---___--__-_-__--_-_-_--____--__-_---__
--_--_--_-_--___-_----___-__-___--_--_--_--_-_--_-______-_-____---__--_-__--
__--___-----_----_--_--___-_--_______-____----____-------_-__--__-___--___--
-__--__--_-__-__-__-_-_-____--_--__-__-_--_--__-__-----_-_----_--____-__---_
_--___-___---__--___-----_--_-_-__--____-___---_-__-_-----__--______-_-_----
-_-_---__---_____-_--_-_-__---____-__--_-_---_-_-_---__----__--__-_-_-_-____
--_---___--___---__---_-__--_--_-____--__--_-_-_____-_-_--_---_-_-__--_-__-_
_-----__-______-___--_-_--_-__----_----_-__--__--___-_-_-___----_---____-_-_
____-___-__-__-_-__-___---------___-_-__-_-_-__-----___--_---_____--_---_---
-__-_--_-___----___-__-_-__-_---__------_-__-_-_-_--__-___---__----_-__-____
-__--_---________-___--__----_----___---_--_-_-__-_---___-______----_---__--
-__-_-__-____--__--_-___-_-__--__-_-_-______-------___-----_--___-----_--__-
--_-_---_-----_----___-_--_---_-__---_-___-___-_-___-_____--__-___--_--_-___
-_---__----_-____-__-_-__-_---__-__-_---__-___-___-__-_-_--------___--___-_-
_-_-_----_-___-------_-__-_---_____---___-_--_-_-_-__________---_--_---_--__
_-_-__-__---_--__---__-___--_-____-----_---_---_-___-_____---_-_----___--___
0007名無しさん@お腹いっぱい。2017/07/29(土) 02:05:54.85ID:dZdBB2Xm
無塩パンさいこー
0009名無しさん@お腹いっぱい。2017/08/02(水) 00:48:18.13ID:2RliBfZj
無塩こそ至高
0011名無しさん@お腹いっぱい。2017/08/05(土) 23:02:10.07ID:wm4GM82y
俺には無縁なパン
なんちって
0012名無しさん@お腹いっぱい。2017/08/14(月) 20:36:39.54ID:Q/05+gys
☆ 日本人の婚姻数と出生数を増やしましょう。そのためには、公的年金と
生活保護を段階的に廃止して、満18歳以上の日本人に、ベーシックインカムの
導入は必須です。月額約60000円位ならば、廃止すれば財源的には可能です。
ベーシックインカム、でぜひググってみてください。お願い致します。☆☆
0013名無しさん@お腹いっぱい。2017/09/13(水) 07:31:34.75ID:YvTs73GN
-__---_-_----__-_-_---_-_---_--__-_-_------_-_-___-___-___-_-____-__-__-__-_
_____-----_-___-_---__---______------_-____--____-__-_-_--------__--___---__
----__-___---_-_--_---_-_-_-____-___--_-____-----_--__-___---_--___--_-____-
---__-_-_-___-__-_-_-______-_-__---_____-_--_--_--___---__-__------__-----_-
-___--_-_-_-__-__-_-___-_----_--___--_----_-____--__----_--_-__-_-_---___-__
____---_----_----___----___-__-_-___---_---_----__-__-_--_--______----______
____-______-_----_-_----_-_-___-____--___-___-------___---_--____--_---_----
__----------___-_---_-_-__-_-_--__-_--__-_-__-__-_-________-___--____-------
_---_---__-__-___---____--_--_-______-__----__---_--__-__---__-_---_-_-__-_-
__---__-------___-___--_--_-_--_-__---_----_______--_--__-___-__---_____-_--
-_-___-_-_---___--_--__-_-__---____----__-__--__---_____---___-------_____--
---________-___-__--____-_----___----_--_-_-__---_-__-_---_--_---_-____--_--
----__--__-___-_--__--__---_--__-_-_----__----____---_______---_--_--_-_____
---_--_-_--_-_-_---__-__-____-__--_-_-------_--_--__--__-_-_____--_-_-______
__-----__--_---------__--__-_______-_-----_--__-___-_--_-_-__-_--_-___-_____
-_----___--_---_--_____-_-____-_-----__-_-___-_-__-__---__--_----___-__--_-_
--__----___-__-_-_--_--__---__-_____----_-_-_--______---______---_------___-
----_----__----__-_______--__-_-_-____-___-_-__-_--_----___--__---____---_--
_-----_-____-_--_______--_-__---___----___--_--_____-_-____-___---_---------
--_------_----_-_-___--_____--___-__--_-_-____-_----___-___-___-__-__-_-----
____----_------____-_--_-__---__-_-_-________--____----_--__--_----____-_---
__---_--_-_-_-___-----__-______-__---_-_-_-----_-___--_-_-_--_--___--___-_-_
____-____--_---___-_-__-_---_---___--_-___---_--_____----_----_-____-_-_----
-_-___--_____---_--__-----_____-_--_____--__-_----__--_----_-----__--_____-_
_--_-_-_--__-_-_-_--____-___--__--__----__-_-----_-__-____--_-_--__-__-_-_--
___---------___-_-______--__-----_-___----__-----__----__---___--__-________
--_--___--__-__-____--_-___-__-_-__-___-_-__-_-_-_----_--_-__------_--__--_-
--__--_-___-_-----_-_-_--_-__-__-_--__--_-_____---_-----_-_____---_--___-___
___--_-_______----____________-_--___--_------_--_---_-_---____-_--_--------
_-__--___-____-_____-__-_-__------_---_-____-_-------__-_-___--__---_---__--
-__-__-____--_-_-____---___-_-_-_____--_-_--_--_-------_--_---_-____-_-_--_-
--_-__-__-_-_-_----__-_--____--_____-_-_--____---_-_--__-_--_-__--_--_-_--_-
___-__-----_-_-_--__----------__-_--_-_-_-_-______--_-_--___--__---_-_______
---__-_--_-__-____---_--_-______-_-___----_-___-__-___---_--_---_--___----_-
---__---_--__-_-____-__-____-_-_______-____-----_--_-_--_----__---__-_-_----
-_---__--_-____--__--__--___--____-----_--_-_---______-_---__-___--_-___----
-___-----__-__-_--____----____---_-_-_____-__-___---__--_-_-_-__-----__-_---
--_-_-_-______------_-_-__-----__-__---__-_-_---____-_--_-_____----___-__-_-
---___---__-_____----___---_______---_--__---__-__--__-----_-_---____---_-__
_-__-___--_-_----_-__--__-_-___--__--_--____--__--_---__-_--__--___----___--
___-__-----_-_-____-_---_-__-__--_-__--__---_-_--____-_--_--_--_--_--__-__-_
_--__--_-_--__-__-__-___-----______---_-_-__----__---__-_-_-----_---_-______
__-__----_-_____---____---_-------_--__-_-__________----------___-___--_-__-
-______--___----___--__-___-_-__-_-----__---__-__--___---___---_-_--_-_--_--
---_-____-__-_--__----_--____-____--_____--_--_--_----_--_-_--__-___----___-
---_--_-_-__---_------____--__-----_-__--_-_--__-____-_______----_-__-____-_
--____-__-_-__---_-_-____---_______---_--__-_--_--_----___---_----_-__---___
__--__-_______-_-__-----------_-____-____-_---_--__----__-_-_-_-____-__-----
___----_--_-----_--_--------_____-_--_--_-_____-_-__---___--____-____-_--___
-_-_-___--__-----_-_-__--____--_--___--_--__-__-_-_-----____-_-___-_--_--_-_
0015名無しさん@お腹いっぱい。2017/09/20(水) 07:31:09.52ID:mTkyChTs
_-_---_--_---____-__-_-__-__--__--__---_----_-__---__-_-____-___-----__--___
-_-____---__-___-__-__-_-_-_---_--___---_---_-_-_-___----__-_-___--__---__--
-__-__-_---_--_-_-_-_---_______--__-___---__-_--_-_-___-___-------_-____----
_-__--_--____--_----__--___--____-_-___--__--_--___------____--__-_--_---__-
-_-____-__--___--_----_--__--_-----_-____-__---____----_-_-_--___--__-_-__-_
-__--__----___--_-_--__--_-__--__-_-_-_-_---___--_-___-_____--_---_-_-_-_-_-
__----_--___--__-_--___----_----_--_-_____-__-___----__--_-__-___-_-__---__-
_---_--__-__-___--_-_-_-_-_---__----___-__--___-_---___-__---__-_-_--___--_-
-_-_____--_-__-__-_----_---_-__----__-_-__--___-_---_-_____--___--__-----_-_
__-__-____---_-_-_-___--_-_---_-_-_-_-----_-__-_-_-_-__--____-_--_-_---_-__-
-----___--_-_-___-_---_-___---_-----__----___-__--___-___--_--___-__--___-__
-__-_--__-_--_-----_----______-_______-___--______--__-____-_-------_-------
--____-__-_-__--_--_--_-_-_---_--_-__--__---_--___-----__-_--_-_-_____-_-___
__--_-__-_---_-_-_-__-___--------__--_________-_-____-_-___-_---_--_-_------
--_-_--___--__-_--_-_---__-___---_--_-________--__-_-_____--_---__----_---_-
_--__---___--__--_----__--_____-____---___-_-_--_-----_-_--__-__---_-_-___-_
--_-__-_____-------_--_____--_-___--___-_----__---_---_-_____-___--_-_-_-_--
-_--_--___--_--_--__-____--_-__-_____-_-_--_-_---_-____--___----_-_-___-----
---_-_-__-_----__-_-__--_----_-_--_--_-_-_-_______-_-___---__-_----__-___-__
__----_---_-____--_-___--__-__-_--_---_--_-_-__---_--____-_-_--_--___--___-_
_---_--___-___-_-_-_-_-___---_-__--_--__--___-__--_--__-___----__-_---___---
_-_--_____-___--_-_--_-----------_--_-__-_-___---___-_--_______-____-__-----
---_____-______--__-_---_--_--___------___----_____--_-__--____--__-_--_----
-_--_--_-_-_______-____-----__---_-___---_-------__--__-___--_-_---_-____-__
-____--__-_-----__-_--____---_--__----_-__----_-_-__---_-_--____-_-__-___-__
-__---__---_-__-_-____---_-----_--__--____-_-_-_----_-__----___-__-____--___
__--___-_-_-_----_-___-_-_-_---__---_---_____-__-_----_-_---__-_-_---______-
___-___-___---_-__-_-_____--_--_--_--_---_-__-____--____---_-__---_---_-----
----__------_-___-_____----_----_---_--____----_-_-_--__---__________-_-____
---_--__-__________-__-_-_-_--__-__-___-___----__-------_____-----_--_---_--
-_-_____-_--_-__--__-_-__--_______----_---_-_---___-_----_----_-_-----______
_--_---_-__-----__--_----_-__-___-_-____-_-_--__-_----_---_____-____-__--__-
-_---__-_-_----___-_--__--_-__---_---_-__-__-__-__-_--_-_--_--__-_--_-______
-__--__--___--_--___--_______-_---_----___---_-____-_----_---_--_-_--_--____
-_-___----_-___--_----_____-_---___---_-_--_-__-_--_--__----____---____--___
-___--_-_-_-___--__-___---_-----_--_-__-_-______--_--_-______---_--_---__---
_------______---____-_-__---__----_--___-_-__-_-_----_--_--___-___---_-___-_
__-__-__--__-_-_---______-____--_--_-__----_--_--___----__---_-__-_-__----_-
--___--___-_-__-_----_-___-_-_-___--_-----_-_-___--__---___-_---_--__-_-__-_
-_-____---__---_-___----__--_-__--_--_--_-__-___--_-_____----_-_--____---_-_
-__--_---__--_-----__--_-____-__--_-____-_--__-__-_---____-_--__--_---__-_-_
---__-___--_-__-_--_-_--_-__------___----_-___-_-__---_______--_---_---_____
_--___-_--____----__-__-__-______--_------___--_-__--__--_--____-_-_-_------
-_--___-_------------___----_-_____--_______--_-_--__-_-_------________-__-_
_-_-_-__-__-___-_-----_-___--__--_-_-___-_---__---_-___-_--_---__-__-----___
______-_-__-_-_-_--_----____--_____-------__--__--_--_______----_-_---_-_---
_-_--_-__--_-_--__--_----__-_____-_--_---_---_----_-__--____-_-__-___-__--__
__-_____--_-_____--_---__----__-__--_--___----_-_------__-_-___-_-_--_-___--
_-_--_-____--__--_-____---_--_-----_______---_---_--____-_-___----_---_-_-__
__-__-_--__-_-_--_---_-_--_-----_--__--_----___-_-_-____-___-_-___--_---____
0016名無しさん@お腹いっぱい。2017/11/09(木) 03:40:08.90ID:lz9gqBze
無塩パンこそ至高
0017名無しさん@お腹いっぱい。2018/12/06(木) 03:44:18.49ID:nJLUsRQI
塩無しだとおいしくないよね
0018名無しさん@お腹いっぱい。2019/04/10(水) 07:18:37.81ID:IHM6hQd4
__-_-__-----_---_--_----_--__--__--___-_-______-_--___-_-_--_-_---_-__--____
_-__-____-_-_-___-__-_-___-_--__-_-____---_-_----_-_-----_-___----_-__-_----
___-____-__-__-____-_--_-___---_---_-_-__-_--___--------__-----_-____-----__
-__---__-_----_-___-__-___----__--__-___--__-_-__---_-__--_--_---__--_-_-___
-___------_-_---__----____-_-_-__-__---__-___-_____--__-_----_-_-__--__--__-
-_----__----__-__-____-____-_--_-_-_______---__-_-__---_---_-_____--------_-
____--__--_--__--_____----_-___--_----__-_-__--_---_--_-______-_--__--_-_---
-----_-_--____----___-_____-__-----_-__-_-__----_____-_-_--___--_-____-_----
_-_-__-----__-_--_____-__-__--_-_----__-_--_-__-----_-__--_--__-_--_____--__
-__-___-__-_--_---_-_-__--_--_-_---___---_-__--_-__-_-_-__-_-_-----_____--__
___-_--_-_--_--___-----_-_-_------__-_-_-__-__--___---_---_-__-_-______-_-__
-__-____-_-_-_-_-_----_---__-_-____-_----_--_-----_-__----__-__-__-___-__-__
_--_-_---___-_____--_-__--_--_-_____--___---__-__-------___--_-_-__----__-_-
--__----__-_---_-____--_----__-_----____-____-___-------__-_-___-_--__-__-__
__-__---_-_-____-__-__-__--_--_-_-----_-_-__---_---_-______--_--_-_-_--__--_
-__-----_-----_____--_-_---_-____---_---_-___-____-____-_---_-_--____--__--_
__--___----__--_--__-__---__-_-__----__-------__-___-______----___-----_____
__--_--_____-__-_--____----_--_-_____-_-_-___--___--__--__-_-_---_--------_-
----_-_--_---_-_-_------__-_-_-___-_-____--___-__-___--_---__-_-__--_____--_
--__-__-_-____--_-_-___-__---_---_---_-_---_---__---_-___--_--____--_-__-___
-__-__----_---__-_--__-_-_--___--_---_-__-__-__--____--_--_--_____--___----_
-_-__-_-_-_--_--__---_-_--_-_-__--_-_--_---_____--_--_-__-_-___---__-_--____
-__-__---_-_-_--_--_--___----___------___-_--_----__-_---__-_____--_____-___
-__---__-------_-_--_-________-_-_-___-__-__-_---__-_-_-___-_-__--_--_---_--
_-__-__-----__-__---_-__--_-_--_--_---___--_--__-_-_--______-_--_--__-_-_-__
_-__----______-_______--____-_-_----____-__-__--__------__--_---_-----_---_-
_-__-__-___-------_-_-__-_____-_----_-_---__-__--__-__--__--__-_-_-___---_--
___-_----_-___--_-__--__--__--_-__--_--_-__-__--_-_-_--__-_____---_---_--__-
_____--------__---_---_-______--_---_-__-_--_--____--_-___-_-____--__-_---_-
___-__--______--_--___--_-____-_----_---_-_-___-_-__---__---_--_--_-_--_--_-
_--_-_-__-___--__--___-_-_-__--_--______--__----_-_--___-_-_-_--_--_-----__-
_---_--_____--_-__-__-_-_--__-__-_-_____--___-__-_-_---_----__------___---_-
_-__--______--_--__-__-_-_-_-_-_--_--__---_---_-____--__--_--__-_-_----_-_-_
______----_-----_-_--__-__--___--_--____-_---_-__---_______-_-_--__-_-----_-
__-____-_-_--_-_----___--_-__-__-_--__--_------______-_-_---_-_-__-----__-__
___-_-___--__--_--_-__-__-_--__-__------__--_-----_--_---___-__--___---_____
_--_----__-_-_-____--_--_-----_-_--__-_-_-___--_--___---_-__-___--_-____--__
--__--_-_-_----_---__-__-______--------__-___--_-__-_-_-_--__--_--__-_-_____
_--_-__--_-_--___--__---_--___-_-__---_------_____--___-----____-__-_--__-__
__-_---_-__-__---__---___-_--___-___---______-_----____--_----___----_-_---_
--___-_-____-____-_-_----_--__-__--___--__-_-_------___---_-----_--___-___-_
_-_--_-_-_---_-_--_--_-_--__-_--__-__---__-____--_-__-__-_-____-__---_----__
__-----___-___-___-_-_---_____----__-------_-_-_---______-__---_--__-_--___-
----_--------____-_-____--_----_--___-__--_---______---_---__---_____-______
-__-___-_-_--__-----______-__-_--___-_--_---_--__---_--_-__-___---_-_-__--_-
_-_-_---__--__--_--_-___-_____-______--_---__-_-_----_-_-___---_-_-_--_-_---
---___--____-__-_---____-___--__------_-_--_-_-___-__--_---_--_----__-___-__
-______-_-_______----__--___-----_-_--_-__-_-_-_-_--__-_--_---_-_-_-_---__--
----_--___-__----___------___----_---_---_-___----______-___-__-___-__--____
-__--____-_-________--_-----___-__--_-__-_---__---_---_---___-__--_---___---
0019名無しさん@お腹いっぱい。2019/05/01(水) 07:04:34.90ID:4QeZF710
-____-_-_-_----_-__-_--__-------__-__-_---__-__---____-__-___-__-_--____----
__-_------_-__--_-_--___-------_-______-_____--_---_-_-----_-________---_-__
__-----_---_--_--__-_-_-------_-_-__-_--____-__-__-_-_______-_--_-_---___-__
____-___________--_----__---__---__-_---_-_-----_-__-__-__-__---__---_-_----
_-__-_-_-_-----__--_-__--_--__--__-_____-_-___-__-_-_----_-_---_-__-_--__--_
_--------____-__-----_-__-__-_---_----_-____-__---_---_-__-___-_-_-______-__
-__-_-_--_--_---____--_--_--_-_-_______-_--_-___-_--___-----__-__-_---__---_
_-_-_-__----_--_---_-___--_-_--__-___-___-____-_--__-__--__-_-_--_--_--__---
_--_-__-_---__-______--____--__---____--_--_-_-___-__-_----_-_----__----__--
-_------_-----_-___---__----_-___-__---_______--___-_-__-__----__-__-__-__-_
-__---_-__--_-_-____-___-_---_-_-______---___--_-_-_------_--_-_---_--___-__
-_----_-_--_-___---_----__----___----_-_-________-_-__-__---___--_-____---__
--_-_-_-_-__--____--__-___-_--___---_-_-_---_____-__-_----____------___-_---
-__---_--_-_-__-__--___-_____---__-_-_---___-__-__--_-_--__---__-----_-_-__-
-_--_--_-__-____-_-_---__-______-_-__-----_-__--_-_-__---_-_-_-__--__----_-_
--__-________-_----_-_-__-_--_----_-____-___-_-_---_-___-_---_--_-----___-_-
----_-_--_---_-____-_-___-__--_-_-___--_---___--_--__-__-_-___--____-----_-_
_-__---__--__-_--____----___-___-___----_-__-_-_------___-_--___----_--__-__
__________-_____----_--_---__-_-_--_---___--_-____---__--__--_--__--------_-
-_----_--_-_--_-__--_-___--_-_-___________---_-----__-_--------_-___-__-____
__-__-_-__---____-_-_----___---____-_--___--_-__-----_-_----_-______-----__-
_-__-__-__-_---__--_---____---__---__-__-___-_-_--_--_-_-______--_---_---_--
--____----_--___---_--__-___-_-__---___-__----______--___-___---__---_----_-
---__---_--__----___-___-_----_-___-___--_----_-__-__-____---__--___--____--
_-_-----__-___-_--_------_--_--_-__---__-_---_-_-_________-____--__---__--__
----------_-_--_____-_----_-___-___---___--______--__-_-_-__-____-_-_---__--
_-_-__---__-_-__--__-___--__-_--_-_---__-_----___--___-___----_-___-_-_-_---
-__-___-___--__-__------_------____-_--_--__-__-_--__-_-__--__---____-_-_--_
_-_------_-_-_--__-__-_-____---__-_--_-__---_---_____-_-_-___-_-___--_---_-_
___--_--___-___-_----___-_---___-----_-_---__-_-__-_--_--_--_-___-__--_-__-_
-_---____-__-_-------_---____-_-__----_--__--_-___----_-_--__-__-__-__-_____
--_-_----________---_--__-_-_--_-_-__-____--_-_---_--___-___-___-_---_--_---
__-__--_---_--_-_-___-__---_-__--_-____-__-__----_-_--_-_-_-___-_-_---_--__-
_--__-__------___-____-___--__--_-___-_--__---_-___-_----___--_---_---___-_-
-_---_-_-_-_---------__--__-__--__-_-----_-_______---__-_-__--_____-__--____
_-___-_----__--__---__-__--_----___-_-----_____----__-_-____--_-_-____--__--
_____-___-_-_---_---__-__-____----__---_-_-_-_-_---_--__--_--_-__---_--_-___
---__-__-_-____-_---__-_---_--_-_-_-_-_----_--_-____-_--_----__-_-_____-___-
_--_-___--_---_----______-_-__-___-__--___--__------_-__--_-___-_-_-___-----
-_-__-_----__----___________-___--_--_--__-_-_-_---_--_-_--___----_---___-_-
---__---_-_-----_-_--__--_-___-___--_--_____----_----______-____--_-_-__--__
_-____----__---__----_---_-__--_---_-__---_-___-__---_-_-__-__-_____-_--_-__
___-_-___--_____-__-_-_-_---_-_--_-___-__---__--_--_-_---_-_--_-__-_-----__-
-__-__-____-__---_---_-_--____---_---__-__-___--__---__-_---_-___-_--_-__---
_--___-_--_-______-_-----___-____-____-__-_-_-------__--___--_---_--___-----
_-----_-_--__-__-_--_--____--__-_-_-__-_-__---__------__--_-____-_-__---____
_-_-____-_---_--_---_------_----_--__-_---____-__---_____-_______-__--_-__--
-__-__-_-__-__-__-----_--___-__-__---_--_--_---_-_-_-____---_--___---___-_-_
___-----____-_-____----_-__-_--__--__--__--_--_-__-__-_--_--__--_-__-__-_---
-_-_----_-_--__-----__---___-_-__-___-___-_-_---_-__-_--_-___--_---_____-__-
0020名無しさん@お腹いっぱい。2019/05/15(水) 07:14:20.25ID:PuZpiTgY
--_--_---___-_-__-_____-__--___-_-____-__-_---_--__----_-_-_--___-_---_---_-
-_-_--_----__-____-__-_-_--__-_-_--_-_---______--_-____-_-___-----_-_-_-_---
-------_---_____-__--______-_--_---__--_----_-_---_-___-____--__-_-__-__-_-_
-------___--______-___----_--______--_-_--_-___--_---_____-__--_--_--_-_--_-
__-_--___--_____---__-___---__---__-_---_---____--_----_-__-_-_----_-____--_
____-____-_-____--_----_--____-_--__---_---_----_---_-__----_-_____-_--_-_-_
--___--_---__-__-__--____-__-_--_-----_--__-_-___-__-_-__-_-___--_-_-_----_-
__-__--____--__-_----__-____--_-____--_-------_-_-_-_----___--_-___--_-_-_-_
_-___-_----_-_-__-_---___--__-_-__---__-_--_____-_----_---__--_--__--___-__-
____-_-_-_-_____--_--_-_-----__-_-________-_-__-_----_-__---_---__--__------
---_____--_-_-_-----__--__----_-_---__---__-___-__---____---_--_-___-____-__
-_----___-___-__-__-_--_-_--__--_---___-----_--_-___-_-_-_-_-___-_-_--__--__
__-___-__-__-_-_--_----__--_--__-_--_-_-___-_-__-----_--_-__-_____-__----_--
-___-_--_-__-_---_--__---___--__---_--__-_-_-___----_______-___-_-_----_---_
-----_-_----__-___-_-___-__-__-______-___-_--_-----_--_---__--__---__-____--
__----_--_-_-_-_-_-_--__--_--_----____-_-_-_-___----__--____--_-___-__---___
__-_-_--_-____----_--___-____-_-_----___-____------_----_-___--___--__--__--
--_-_-__--___-_-_-________--___-___----__-_-_-_--_--_---__-____--_---_------
--__-___--------__------___-_-_---_-__---__----_-_-___-____-__-__-___-___-__
-_-____---_-_-__--_--_--______---___--___-__-_-__-__--_-_-----_-_-_-_--__---
----_-__-__-__-_-----_____-__--_-_____-__-_____--_---__--_--_-_--_-__----_--
_-_-_--_-_---____-_--___-_---____________-_---__-----__--_-__-----_---__-_--
___--_-_---_-__-___-_-_____-_--__--__---_-_---___-___--_-_---___-_-------__-
-__----__-_-_---__-__-----_--___-__-__--_---__-_____-_-____-_-------___-_-__
-___-__---_--_-_---_--__---_--____-_-__-_____--__---_-_--____--_-_--_--_-__-
_--____------_--____--_-____--___-__-_-_--_----------____--__---__-___-_-___
--__---_--__--__--__-_-_---__-_-___-_______-_----_--_--_------_______--_-_-_
-_---__-__-___-_____--__-___----_-------__-____-_-___----_-_-_--_--__--___--
-___-____-----_-----____---_----_--______-___-____----_-__--__--_--_--_-_-__
--___-__-_----_--_---__--___---____-_-_-----____---__---____-----_-______-__
_____---___---__----_-__-__----___-_-----___-_-_--_--__-__-____-_--__----_-_
-___-_-_------_--__--__-----_-__-_-__--___-___-_-__--___--_--__--__-__-_-_-_
-_----_-____--__-_-_-__-_-_---_--_---------___--_-__--__--_--________-___-__
____-__---__-_---__-_-__--_--_-___----_-_--_---__-__-_-_--_-__-_-____-_-_---
__-___---__-_-_---__-__-__-____--_-____-_---_-_-_--_---_--_-___---_---__-_--
-__--_-_____--____---_---------___-_-_--____-_------_-__-___-____---____-_--
_-_---_--___-_-_______-_-_---_-_---_--____---_-___-___--__---_---_-_-__--_--
_--___-_---_---_______---__-_--_-_---_-__--____--__-_-__--_--__--_--__-__---
--_----_______--__-_--_----_-__-_-_-____-_---_-__---__--__-_-__-__-__--_---_
_--____-_-_--_---__-_-_-_-__-__-_---_--_-_-__---__---_--__--__-----___-_____
-_--__--__--__---____--_-_-__-_--___-_-__-----____-___---__--___-__---_--_--
_-__-_------_-_---_-___-____----_____--_-_--_-_-_--_____-__--__-__--_-_---_-
_-___----__-__--_-_____-___-__--_-_-----_-_--_---_-_--__-__--_-_--_-_-___-_-
-_-_--________-_---__---___-_-___---_----_-----__-----__-_____----______-_--
_--______---___-____-_-___-_---___--_-_-----__-------__-_-_-_-__--_---____--
-__--_--____--_---_-_-_-_---_-_--_-_____--__--___-__-_---__-_---_--___---___
_____---_--_--_--_---_--___-__--__-_--__--____--__-----____-_-_-_--_---__-__
-__-_____-_--____--___----_____--_-----__--_____-_----____-_-_-__-------_---
_-_--___---_--__--_-__-_-_--_--_-_--___-__-_--_----_---____-_-____---__-__-_
---__--_--_--_-_-___-_-----_-_-_-_-___---_-_-_-__-__---_____--_--_--____-___
0021名無しさん@お腹いっぱい。2019/05/29(水) 07:06:58.98ID:6L/pjosh
_-__----__--__-_--_-__--_--_____-_--_---__-_---_-_--___-_-__--__--_---__-___
---___---_-_---__-__---___-_-__-_----_-__-__---___-----_----_____--______-__
-____-_---_--__-_____---_-_----__--_--___-_----___-__----_-__---_--__-___-__
-_--_--_-_-_-_-_-_---___-__-_--_-___------_--_--___--____-_--___--_____-_--_
__--_---_---___-__--_-___-__---_---_-_-___---____--___---_____----_--_-_-_-_
-___-_----____----_----___--_-_----___----__--__-__-_____----_-_-_-____--___
-_-_--_-_-_-__-_--_--_-----_--_---_----___--_-__-___-__-____-__-__-__-__--__
_____-_____-_-_-_-_-_---_-_-_____-_--__-----_-_-______------__-__-_---------
___-___--_--_--__--_-_--__------_-____-_---_-__-__-____--_-----_-__-__-_-_-_
---_-_--__-___--_-__---_---_-_--_--__---______--__---___-__--_-_-__-_-_--___
-____---__-__----_---___---_--_-_____--_-_--__--_--____-_---__-__---___---__
_-__----_-___-____-_---__-----___-_--_--___--__--__--___-_---____-_---__--_-
_----___--__--_----_______-_-_--___--___-_---_______---__-__----_-_-__------
-_-_-__-_-_-_--___-_-_-___--___-_____-----___-__--_---_-__-_-_-----__---__--
_----_-_-__-__-__----__--_----______---__-___--__---_----_____-_-_-__---_-__
-__---_--___---_---__---___---_-___-____--_--___--___---_-----_-____-_-_-___
-_____-___-----_--_-_---___--_-____-__-----_--_-__-_---__-__-_---__-_-_-___-
_-____-_--_-__--_-_-_-_-_-_--_____-__-___-__---_--_-___----_---___---_----_-
_-__---_--_-____-_--_--__---_____----__---_-___--_--____------_-_____---___-
_--__-______-_---_--_--___--___--__-_--_--___-_---_--___-___-__--_---__-----
__--_---__-_-_-_-___--_--_-____---__-__--_-__-__-__-_-___-_-___-_-----_-----
_--_-_-_______-__-_-----____--__----___---___-_--_--______----_--__---_-_---
__-_--____-____-----___-_----__-__-_----___--__--____----____-----_-_-_-__--
--_-_-_---______--_---_-_-----___--_----___-_____--_---_____---_-_--___-_-__
-___--__-___-_-_--_-__-_------__-_-_--_-_-____--_--___-_-__---__-_-_--_--_-_
__-__---_-_---__-_-----___-___--_-_-_-___---_-_--_-__-__-_--__-_---__-___-_-
-__-__-__-__--__-____-__---____-_--___-_-_-__---_-_---_----_--_--__-_---__--
_---__-__-_-_--____-___-__---_-_-____---_-__-_--_-____--____--_--------_-_--
-__--_-__--_-----__--_---__-_--___-_----_--_____--___---__-_-_-___--_--_____
_-_-_--_-_-_-__---_---_-_-___--__-_--_-----__---__-____-_-__-__-_-____-_--_-
_-_---___-__-----__-_--___-_-__--______-----_--_-_-___-_-____--__---_--_-_--
-_-_--__-__-_-__--_-_--_-__--_-_---_-_-_--___--_-_---___--___-____--_--__--_
____-___---___-_-_-------__-____--__-_-_--_--_-_-____-____-_---_-_---_-_----
_---___---_----___--_---_--___--_-__----___----____-__--_-__-___-__---_-____
--_------___-_____-___-___--__----_-------_-____---_-_______--__--____----_-
__-_--_-____-___-_-___-_-----_--___---_-_--_-_-__---__---_-_--_-__--____-_--
--_-_--___--_-__-__---___----_____--__------_-_--____-____-___-_--_--_-__---
-___-_----__-_--__--_____------__--__-_-__-_--__--____---__-----_-___-___-_-
_-_---____--_--_----__-----___-__----_-_---_---_-_---_-__-___-__-___-_______
----_-__--_--_--____-_-___-__-----__---___-__---_______---_--__-_-__-_-_--_-
_---__-__----_--__--_-_-__--___-__-_---_--_---__---___--_-___-__-_-__-_-__-_
--____-----_--__-_---___-_-_-___-----_-_--___-___-_-___-_-_-_-____-_-__-----
__-__---_-_-__--___-_-___-____-_--__---_--_---_-_-_--_-__-_----_--___--___--
___-_____-___---_---_-----__-__-__-__-_-_----_-_--_-___-_--__-___--_-_-_----
_--_-_--___---_---___--_-___----___----_--_----___--____---_____--__-_-___-_
-_--_____-----_----__-__-__-__------___-_-___---__--_--_-_-_-_____--_-_-__-_
__---__-___-__----__-__-----_____-__-__-_----___----__--_-___--_-_-_-__---_-
---_-__--__-_------_-_--_-__-__-___--_---__-___-__-__-_-_-_-____---_---_-___
__---_-_-_--_-_--_____--__----____-_---_---__-_--_---__-_-_-_-__-__--____--_
--_--__--__-__--__--__--_-_-___--_--___-_---___-_---_-__-___--__---_-__---__
0022名無しさん@お腹いっぱい。2019/06/05(水) 07:13:21.19ID:M1wIDMgz
-_--_-_-____-_-_-_--_--__--_-___---_--__------_---___-_-_-_-_-____-_-__-_-__
_--___-___--_-_-__----____-_---___-_-_--_-__----__---_--_-_---_-_-_-_-__-___
-__--_-____-______-_-____-_-_-_---_---_-____--_--__--_--___---_---_--__-----
_--__--_---_---___-----_--___--_-__-_-__--_------__-_--_-_-_______--__-_____
-------_-__--_--_----_--__--________-_-_--_-_----_____--________----_--____-
_-----_--__--_-____-_-_-__-_----_-__--_-_-____--___-_-_-___-----_____----__-
_--_-_--___--_--____--_-_-_-_-_---_-_---_-__---_--_--_----_-___-_____--_____
___-___--_-__-____---_--_-_-__--_---_-__-_-----___-_---_--_____---_-___-_---
__-__-_-__-___--__--__-_-__-__---___-_--______----_--_----_-_-_---_-_-_---_-
____-_--____________---_--_-----___---____---_-_----__--_---___--__----_---_
---_-_------_-_--__-____-_------_______-__--____---_--_---____--_-_-____-_-_
____--_---_-_-_-__--_--_--_-__-___----__--_--_--__-_--___---__---____-_--___
_-_-__-__--_-----_-_--__--_-___-__-___--__--____-__-__----_--___---_-_--_-_-
----__--__-__--___--____-__--__--_-___--_-_-__--_--_--____-__-----_-_-__-_--
-_----_--_-_-_--___--_-___-__--___-__-__----_-_---__-__---___---_____-_---__
__-_---__---___-__----____-----_-_-_----___---__-_--------_--___-___________
-_____-__-__----__---________-__--___-----__---_--_--------__-__--_---_____-
_-_-_---__-_--_-___---__--___-_--___----_--__-__--_-_-_---------________-___
-__--___-__-_-_-__----_-_____-_-___---_____-____--_--_----------___--___----
__--_-_-_-_-__---_--_-_-__-___---___--__---___---_-_-____-__--_-__-----__-_-
__--_--_--____---_-_--_---_-__-__-_---_-___------_--_--_-___-_____--_-__-___
-----__--___-_--_--__---______--_-_____-___-____-_---__----__-__------_--__-
-_-___-_--___-__---_-_-__-_-----__-_-_-__-_---_____-_-_---_--_-___-_--___---
__-__-----_----_-__--___-__-----_-----____-___-_----_-___-__-_-____----_____
--_-_-_-_--_---_______-___--_-_-_____--_-----_---_---_-_-___-____-___-----_-
_-_-____--_----___--_-----___--_-____-__-----_-______---_------_-____-_-_-__
__-_-__-_-_-----_--___-_---_---____-_____-_-_----__---_-____-__-___--_-_----
__-_-_--_----___--____-__--_-__-_--__-_--__--__--_-__--___---__--__-_-----__
--__--_-_-_-____--_-_---_____-__-_-___--_---__--__--__-------_--_____---__-_
-_---__-___--_----_-_--_-__--___-__------___-__---_--__-_-______--_--__-_-__
_----____--_-_-_---__--__-__-____------_----___-_-___----___-__--___--__-_-_
_--_-_____----_--_----_--_-_-_-_-_--_-__-_--__-__--_-__--__-__--__---____-__
-__-_-_------_______-__--__---_-_-__-_____--__--___---__--__-___---------__-
_--_-_-_----__---__-_-----_____-__-___--------_-_-_-_-_---_____-_____-__--__
-----_-_--___-__-_--____--__-----__--__---__--_____--__-_-___--__----____-_-
-___-_-__-_-_---__---_---_-_-_---___-_---__-__---_-__-_---_-____-__---_-____
-_-__-_-_---_____--_-___---------__--________-___--__-___-_----_--_--__-_---
__-__---_-__--______--___----_----__-_-_-__--__--_---__-_-_-__-_-_---____---
__--_-___-_-_-_----__---_-_-__-__-_----__--____-_---_---__-_--_--_-____--___
__--___-___----_-__--_-_-__-___---_-_--_-_---__-_--___---___-_-_--___----__-
-__-_--___--_--__--_--___-_--__---____-_-__-_-____--___---_-_---__---___----
____----__----_---_------_---__-_-______-___---__-___-_----__-____-_-_-__-_-
--------_----______-__--_____--_-_-_--__-__-_-_-_----__-_-----______-___--__
_-_----_-___-___--__--_-_---_--__--__-_-__-_-____--------__-_-____-_-_---___
_-_--___-__---_--__-___-_-_--_-_----_--_---___---_-__--_-_______-_--__--__--
-_--_-_---__--__--__-_----_-__--_--____-_--_-_--_____-_--_-__-_-___--_-___--
-_____-___---_--____-__--___---____---_--_-__------__-___--__-_------____---
---__-_----_-______-___-_--_-_-_____-____-_-_----_----_-_-_-_--_--_--___--_-
__-___-_----_------__--____-___----___-__-_--__--_--__-__-_-----__--_-_-____
---_-__-__--_-_-_--__-_-__-____________-___---_---_----_-_-__---_--_----__--
0023名無しさん@お腹いっぱい。2019/06/12(水) 07:20:46.58ID:EktUYxjI
-_--_______--_______--___-------_-_-__------_--_---_--___-_-_-___--_----____
--_-_-_----_---_-__-_--__-_--____---__--__--_-__-__-__--_--______-_---____--
_-_---_-_--_-_---___-_-_----_--___--_-_____--_-___-_-_____------_-__--____--
_-_-_---_--__-_---___-_-----_____---_-_-__-___-_-_--__-_-__----___-_---____-
_-_--_____--__--___-_--__-___--_---___-_-----___-_____-__--_-_---_--_---_---
--_----_-__--___-_-___-_-__-___-__---_-___-_----_--____-__--_-----__--___--_
_-_-___--__---_-_-_-_--_----------_-__-_--__--__-__-____-___-___-__-___---_-
__-_-_-___-_-_-_----_---__--_-_--_-_--__--__-_-__---_--_----___--_-___-_____
----__--__---__--__-_-__-_____-___-____--____--__----_---__----__-_-__-_----
_-_---__-_________-_-_---___-_-____-__-_-__-___--_-_-----_---_---_---_-_----
_-----__--_---_-___-__--__-__----_--_____----__--___--__-__--_-___-___-_---_
___-_-_-_-_-__--_-_-_______-_-___------_--_--------_-___----___---_-__-_-___
----__-----_-_---______---___-_--____-_-__-_----_-___--_-____---__--___-_--_
_---_--____-_-_-_-_-_-_--_-__-__-_--_-_-___-_--_-_-__---___--_-_-----_-___-_
-_-_____-___-_-__--____--__------_-_-__-_--_-_---_--_-___-__--___-__----_---
__-_--___-_-__---___---_-____-__--__-_-_-___--______----_-----_-__-__-------
__-__-------____-__-_--___--___-_-__-_----_--_-------__-____--______-_-_-_--
--__-_-____----__--__--_-__-_---_---___-------_-_-__-_--_____-__--___-__--__
-_-__-__--_-_--_____--__---__--_-_--_-____-__-_--_-----___-__---___--_--__--
__-___-_-_-_----_----__-_--__-_-_-_----___-__--__-_----____----___--__--____
-_-_________--__----__--_-_-__--_-__-----_--____-___--_--_-_--_-_--_--__--_-
__---_--_-___-_-_----_-----___-_-_____--__-____--__---____--_-____-_---_----
-_----_--_-__--_-------__-_-__--__--_-___-__--_-______-__--_-_--___-_-_--___
_--_-__----_----__-__-_-_-_-_-----_--______--_---_-_-__-____-__--__-____---_
-_______--__-_-_--___--_--__-____--_--_-_--___-_--_--_---_-__-_-_--_----_-_-
_-_------_--_---___-_-__--___--__--__-_-__-____-_-_-__-___----_-_-_-__-__---
------___---_-_____-_---_---_--___---_-_-____--____-_---_-____--___-__---_-_
-_---____----____-____-_----_---_---__------_-__--_-_____-_---___--_-__-____
-__------__-__-_-_----__-_____--__-_----_---___-__-___----_-_-___---___-_-__
_----___-_-__-_-__--_--_--___-------____-_---____-__-__-___-------_-____--__
-_---__-___-_--_--____--__---__-_-_-__--__-__-____-_---_-____-__-__---------
----_______--_____---___-__-_-__--_------__--_-_--__--__----_--__-_--_--____
_--_-----_________-_-_--_----_---_-___---_--_---______-_--____-_--__---_-__-
____--_-__--_----_______-_--_-_-_--___--__--_______----_---__-__-__---------
-___--_---____---_-_---_--_-__---____-__-__-_--_-___---_-_---___----___-_-__
-__-_---__--__---____--_--_-_--__-__--_____-_-__-_-__--____-____-------_----
-__--__---_-_---__-___-______-_---__--_-___-_-__--__-___-__---__---_-_------
___-_--_----__-_--_-__-_-__--_----____---_____---_-_-__-_____-_-_---_----__-
-_--___---_-_-___---_----_--_-___-__-_-_____-________-__----_-_-_----_----_-
--__-_--_-__--__--_---_--__---____--____-___-___-__-__-__--_--__---__----_--
__-___-__--_--__----__--_-_-__--__-_-_-__---_-__--_----___-_-_--_-_---____-_
-_-_-_-__--___-_--_-___-_-_---__----___---___------_-_-___-__-_-_-_-__-_-_-_
-_-__--__--_-___-__-__-----__----_--________-___-_-_------__--_-__----_--___
--__-_---_-___--__-_-__---___-_-__---__--__--_--____-__---___-_-_--_-_----__
--_----_---_-_--_--______--_-_--___---___-__--_-_____-----__-____----____--_
-_-_-___-----__-_-_____-__-_-_-__--___-----_-_--__--_---_____---__---_--___-
_----__-____-_--__--__--------__---____--_---_-_--_-_--__-_-__--_-__-_______
_---_-___--____---_---__-__--_--___--_-__-_-_--__-______-----_____-_-----_--
_---_-_-__-__-_-_-_-_----_-_-____-____---_-_-___--_-_--_---_-___-__---___---
_---___-_-___---___-___--____-_-__-___--____-_-_____-------_--_-_-----_-----
0024名無しさん@お腹いっぱい。2019/06/26(水) 07:07:34.98ID:+6bthZtv
--__--_____-__-___----_---_-_-__---_-_-__----_--__-_-__--___-_--___-__-_-_--
--_--_--__-_--_--_-_-__-_--__-_-___-________-__-_----_-----__--__-__--_--__-
-__----_--_-__--___--_-_____--__--_--__-__-__-_--____-__---_-__-----___-_---
-__-____-_-__----___----_--__-_-__--_-_-_---__-_--_---_-__---____-__-__--_-_
___--__-_-_--_--__-__-_--_--__-------_______--_-_--_--_--__-__-_-__-__-__---
___-__-____-__---_------_-___-_----_-_--_-__-__-__-----_-______-_-__-_-_----
__--_---_--_-__-__-___----_-___--__-__--_-------__-_-__---___-___-_--__-__-_
-_--_-_____---__-_----_-_---_-____-_-__--___-__-___--___----_----_-_-___-_--
_____----__-_---_--_--__-______--__--_--_---___--_-____--____--_--_--__-----
__--_-__---__--_--__-___-_-__---_-_-_----_-___--____-_-__-_-_--__-_-_-----__
--_--__-_-_-_-_-__-__---_--_____--_-__---_---_-___----__---___-_--_-_-__-___
_--___-_____-----_--__-__---_--__--__-____-_------_--_----____-_--_-_--_____
----_-___-_--_--_---______--__--_--_--___-_-__--__-____-_----___-___----__--
-__-__-_--__-__-_-_-----_-__--_--__--____-____--_--_-_-_-___---____----_--_-
__---_--__--_--_____--__---_-__-_--_---_-___-_-_----_-_-___-__-___--_--__--_
_--_-_--_-_-_-_-_--___--_-_____-__--_---___-_-__--___---___-__-----_-_-__---
--____-_----__--_-__-____--_-_--__--___-_-_-_--__--_-_-___-_--_-_--___---_--
___-__---__--_-_--__-_-__--_---__-__---__----_-_-____-__-__-_---__--__---__-
--_--___---_--_--_-_----__-____-__-__-__--___---__-_-_-____-__------__--_-__
--_-___-___-____-__--_-_--__-_--_---_------_--__--__----____-____-_----__-__
___-_____-------_---_-__--________----_-__--__--_-_---____----__---_---____-
_____-_-_---__---____---_--_--_-_-_____--__-_--_-_---__---___--_-___--_-_---
-__--_-_-_-____---_----__-__----_-_-_-___--_-_-_-___---_-___--__--__--_-___-
-_-----_--_-__-____--_-_-___-__--__-__-_-____--_------_--__--___--__-___--_-
_--_____--_--_----____--____-__-_--_----_-_--__-__-_-_-----_-_______--_--_--
____----_--__-----_--_--__-___-_-_--____-__-_----_-_-____-_--_--__-_-_---___
___--__-_--__-___-__-__-_-___-__-_-___-__-___---__-__---_------__---_-------
_-_--__-__---_---_-_-_-_--__--_-___-_-___-__-___--_-__----_--_--_--____--_-_
---_-__---_--_-_--___-_--___--_____-_--_-__--__-______---_--_--_--_-___-_---
_-_-__---___-__---_-_-__-__---_-_-----_--_---__--__--_-_-___-_-__----_______
__----___--_______-_--____--_-____-___----_-_------__--_---_____--_-_--_----
___--_-------_____-----_-__--__-_-_--_-_---_---___---_--__-__-_-_____-__-___
-----_____----_-_-___--_-____-_-_----__--_--____-__-_-__--____---__-__--_---
--__---___-_---_-___---_____--____--_--__-----___-_-__-__---_--_--__--__-_-_
-__-__-_--__-_-__-__---____-___---_--__--_--_-_---_---__-_---___--__-__-_-_-
_-_--_---__--_--_-_--_---_-----__-_-_---__--___-__-___-_-___---______---____
_--___--___-___-___--____----_-_------_----_-__-__-_---__--__----___--___-__
_-_--_-____--_____-_-_-_-----____---_---_--_-_-_-___-__-_------___-_-__-_--_
-_--_------___--__-_--__-_--_--_--_--_----__-______-_-____-______----____---
-_-__--_____-__-_-_------__-__-_-__-_-__-_-_--_-_---__---_----__-___-_--___-
__----_-___-____-__--_______----____-_-_-_-_----____-_-_---_----_---__--_---
--_--_-__-__--_-----________-_-_____-_--___--_-_-_----____-----____-__------
-_-__--_-_____-_----_--_-____-_-_---_--_-_-_--_--_--___-___---_-__-_--__--__
_--_--_-___----_---__---_-------_---___________-_-____-___--_____--_-__-----
__-__--_--_-----____--_---__-__---__---_--_-__-_--__--_-_-__--___-__-___-_-_
-___--____------_--__-___-_--___-___--__-_--_-_-___-_--_------_-___-__--_-_-
__-_-_-_-_-_----_____--_---_-_-_----____--_-__-_-__-__-_-_-___-_-_-_--_--_--
__----_-_-_---_--__-__-_-___-____-___-------_-_-__---__---___-__-__-__----__
_---_-__-_----_-__-_---_-__-------___-__--_-_--__-__-_-__--_-_-_-_-_____-___
___---___----_-_-__---_-__---_____--____-_--__----_--____-_-_---__----_-__-_
0025名無しさん@お腹いっぱい。2019/07/10(水) 07:05:29.34ID:AlDAep6I
--_-___----__--_-----_-__-___---__--__-__--_-_--_-___-__-_-----_-______-__-_
__--_-_--_--_--_--_____---_-_-_-_----__-_-_-____-___--__--__---_-__-____----
-___-__-_--_----_-_-__----__-_---___-___--_____---_-__-----_-______-----__-_
____---___--___-_-__-_-______---_-____-_--_-_----_-__---__-----__----_-__---
_-__--___-_-_-__---__-_---__--__-_-_-_-__-----__-_-____--_---__-_____----_--
-____--____--__----_-___--__-_--_---__-_-----_--__----_______-_-_-_--_-__--_
--_--_-__-_--_--_--_-_-___-__-_-___-_---____-_--___--___-_-____--__-----_---
-_--_-___--_-__-----_-_---_-__----_--__-__------__--___--____-_-_________--_
_-___-_-----_-_-__-_-__-___-----___-__-____---_-_--__-_-___----_-_--_---___-
--_---_---___-__--_----_-_-_-___-_______-_---_----___-----________--_-_-_-_-
-_--_---_--_--__-_-___-_-_-_----_-___-__-______------__----_--__--___-__-___
_-__--__--_--_---_-______-__-___---__--__-__-_-___----_-----___-___-_----_--
_--_----_-__-____-_---_______--_-___-__--___--_____--_-_------_--__---_-_---
--__--_-__-_-----__-_--_--__________----_----__-_-__----__-_-__---___-_--___
-__--------___--_---_-_____-_-_-----____-_--__--_-____----__---__-___--_____
--__-_--__-____--_---_-_-___--_--_-_--_-_-_---__---__-_-_-____--_---_--_____
_-_-__-_-_-___-_---_---____-_--_---------__---___--___-____-__---__-___-_-_-
_____-___-___--__--_--_--_-_-__---_-_-_-_---__-___-----___---_-_--_--___-_--
--_-_--_-____-_-_---___-_____--__-___-_-___--__---__-__---_-_--_--_--_--_---
-__--____-_-_-__-_---___-___----_-________-_---_____---_-_---__---_--_------
___-_--_-_--__---__-_______-_----__-____---_----___-__------______--_--_----
-__---_____-----_-__------_--_--__-_-_-_---_-___-_-____---________-__-_---_-
-_---_-_-__-_------_--_____-__--_-___-_--________-----_--____-__-__-_--_----
__--_---_----__-_--___--__-_-_-______-_-_-_---__---_-_---_-__-___-_--___-_--
--_____-_--___---___---_-_--_----__--_-_-_----__----__-______-_--_-__-_--___
-_-_-----__-_____---_-_---__-_-_-_----__--__----_-_-_____-_-_______----_--__
-_-____-__-__-__---___-_-___-_--_----_-__-_-_--____--__-_------___--_-__----
-_---__-_-___--__----_--_-----___-___---_--__---_---____-__--__-______-_--__
____-_----___-_-_--______-__-_-__-_---__--____------_--_-_---_-----______---
-____--_-__-_-_---___--___-__-__---__---__--__--__-_-_-_-_--__-_--__---__---
_--_-_____-___-----___-_-_----___-_-___---_____-__-_-----_-_-_-_--------____
-__----__-----___----_--__-____--_-_-____--_-_--_-----___-__--__-_-_-_____-_
___-_-_--_-___--_---__-__-__---__-_--_-_--__---_-_---_---____-__--___-__--_-
______--_----_-_-___-_-___-_____-__---_--___---_---_____---------_-_--___---
__-_--_______--__--__-_-__--_---___-_-__-_-----___--_----___---_--__---___--
__-_--__-_---__-_----__-_--___-_---_--_-_----___-__-__-_-----__-__---_______
---_-_-_-_-_-_-____--__-___----_-_--__---_-__-____--_-__-__-_---__--_--_--__
____-__--____-_-__-_---____--_---_---__-__---___-___-_--_-_-__-__---_-------
---___-_-_____--_--__-_----_-_--__----_--_-__--___-__--__--__-___--_-____---
-___-_-_-_--_-___-__------_-_-_--__----____---__--_--__--_______-_----____--
--_--_---__-_-_____--___--_-____---_---_-__--___--_---______--___-__-_------
______--_---_-_---_--_---_--____--___---_-___-_--___-_---_-____-_--_--_-_-_-
__--_-__---_-__-_---__-----__-----____-__-_-_____----_-__------___--_____-__
_____--__--_-__-___-_-_--_------______--___--___--_-----___-_--_-__-_----_--
__--_--------_-____--_____-_--__----__-_-_____-_--_--___--____---__--_---__-
-_-_____----__-_-__-__--_------__--__--_---______-_--_-_---_-_---_-_-____-__
-__-_---_--__--__---__-___-___--__-__---_-____-__-_-__-___-_-_----_---__----
_---___--__-_-_--_-__--______----__-_-___-__----_---__----__---___-___-_-_--
_-_--_-_-__-____----_--------__----__-____-_-__-___--_-___-__--__----_--____
___-_-__-_------___-----_-_--_--____-__-__-_-____-_-----____-_--___----__-_-
0026名無しさん@お腹いっぱい。2019/07/24(水) 07:04:08.30ID:8061zbKx
-_--_-_--_--___---_-_---__-__--_-_---_-_-___-__-_--____--_-_____-_____------
-__-__--_-___-_-_____----_-______----__--_-__-_-___----_-_-__-__-------_--_-
--__----_____--_-______--_-_-_-_---__--_-_-_____--_----__-_--___---_--_--__-
_----_--_--__-__-___--____-______--__---__-___-------__---____-_-_--__-_----
________-_-__--___---_--__---_-_-_-_---__-_--_--__-_--_---_-_--__-__-__-_---
_-____---___-_-_-_-_--_--__--_-__-_--_-__-__-_---_-_-_--_--_-_-_--__---____-
___-__--_--__-__-__--_--_-__-__-___-_-_----____--__-_---_----_--__-__--__---
__--_--_-----___-----_---___----_-__-----__--____--______-___--_-_-__-__-___
-_-_-___--__---_-_--_---___-___---__-__--____-___---_--__-_-_-_-__--__-_----
_-___--__--_-_-_____--_---_-_---_-_--__-_-__-___-____------_-_---_--_--__-__
--__-_---___-_-__-___-_-_---__-______---__--_-__-__-__--_-__---_-_--_--_----
-__-___-_---__-_-_-___-___-_-__---_-_--_-_----_-___-___--__-_-----____-_----
--_-----_--__-_-__--____--_--_-_-___-__--_--__--_-_-____-__-__---_---__-__-_
__-__---_--_---_--____-_-_____---_-____-_---___----____-_-__--_----___-_----
_------__-__-_-__------_-____-_----__-_-___----_____--______--__-_---_-__--_
__---__--_------___---_--_---__--_--_--_____-_-__--______-_----__-___-__--__
-__-----____-------__-__-_-_--__-___-----__-_______-_-_-_--___----___---___-
__--_-_--_____--__-_--____-----_--__-__--_--___-_--__-__-_-_-_--_---_-_--_-_
__--___--______-_____--_---__--__--_-----_------_--_--___-_-_--__-_-_-__-__-
_-_-____----_-_----_-_----_-----___-_--_--____-_____---__-__--_-_---____-___
_--_--_--_---__-__--__--__-_--_--_-___-_-_-____--_---_-____-_-__--__-_-_---_
-__-_---_--_-__-_--_---____--_--_---_-___-_-___-_-_-_-__-_-__-_-_--_-__-_--_
-__--_-__-_-__-___-__-_-______----_-___----_-__----------_--__---__--_____-_
-----___-___-___-_---_----__-______-____---__--_-____-_--_----_-_-___---_---
------_-_----__----_--____-__--____-----__-_____-_____-_--_--__-__--____---_
-___--___---___--__--_-_-___--___-___-_-__-_------_--_--_-__--__-_-___----_-
--_-_______---_---__-----_--_---_-___-_-_---_-_--_-___-___---__-__-_--__-___
-__----_-_____-__-___-_----_-___-_-__------_-_-_-___--_-_--_-_-___--___--_--
-_--_---_---__-____---__-___--__-_-_--_--_-___--_-_-_--______--__-_-_--__---
__--_---_----_-_---_-___--_-_-__---_-_-_-_-__-__-_-_-_-_-_-_--_-___-___-_-__
_-_---___----___-____--_--_____-_-___-_----_--___-___-----__-__---__--_---_-
-_____--_--___-_-____-______-__--_-___--_---_--___--___-_--_---------__-----
--_-____--_____-_-_-_____----___-_---__-_-------___----_---__-_-_--______---
__-__-__---__-__---_-_-_____--_---_-__-_____-__---__--_--__-__----_-----_-_-
__-_-__-----_----_-___--__-________-_--_--_---_-_---_-____-_-__--__-_-_---_-
---__--_____-_-_--___-_--_--__-----_-_-____---_--_-_-__-____-_--_-__-___----
-_-____---_-_--__-_--_--_-____-_---_--____-_--_---______-______----_----_---
_--------_-___--__---_-___-__--___-_--_---_-_-____--_----___--___-_-__-__-__
_---___---_-_-__-___--_____-__-_----_-_-_--_-___------__-__-----___-___---__
--__------____-_--_--_--_--__--_-___----__-__-_-__-__--_--_-_--___--__-_____
_--__-__-_-_----_-_---__-----__-_-________--_-_-__-_-_-_--_--_-___-_--_-__--
_-_-_--___-_-___-____--__-_-_--------___--_-___-_-_--___--___---___-----_-_-
--____---_--_-_----__--___--_--__-_-______-__-_-_-____-__---_----_---___-_--
-_-____-___-_-_-_----__-___-----_---________----_-____-___-_------_---__-_--
__--_-_-___-------__---___-_-_--__-_-_-_--_---____-_--_-_-_--____--___--_-__
-_-_-____-__-__---__-----__-_-___-_---___-_----_--__--__-___---_--___-__-_--
_-___-_--____--_--_-_____--____-----__---_---_-__-_--_____-_----_-_-__-_----
___-_--__-__-_-_--__-__--_-------_-_--_-_____-_---__-____-_-_-_--__--_-_--_-
_-___-----_-__---_-_-______-----___--________-_-_-_-_-_--__----_-_-_--__----
_--_-_-_--__--_-_--_-_--___-_--___---_-_-----__---__-___-_--_--____-_____--_
0027名無しさん@お腹いっぱい。2019/08/07(水) 07:05:31.57ID:85IB6TMb
-_---______---_--__-_--_-_---__--_-_---__-_---____-_--_-_-_-__-___--__-_--__
___--_____-_-___--___-_-__--_--__-_---_-__--_-_-----_-_-___-_----___--__----
_-_--_-__-___--___-_-_-------___---_--_-_--___-_-------_____-_____--_-____--
____--____-_--____---_--___-_-__--__-_----_--_---_-_____-----_-_-_--__--_-_-
--__-_----_--_---_--_---__--__-__-____---__---______---_-_-__--___-_-__-_-__
____-__---_______-__----__-_____----_---_--__-_--___---_-----___--_-__---_--
___--___---__-_---_--__----_-_-__-__----__---__-_--__-_--___---_-___-_-_-___
___-___--_--_-__--__-_-_---_---_-__-_-___--____-___---_--_-_-_--__-_-_----_-
___-__--___--__--_--_--__-_-_--_-_-_-___---_-___---_--____---___-__--_-_----
_-_-__---_-__-_-_____-__-_-_--------_-_-___--_---___---__--_--_----_______-_
----_____--__-___--_____-_-_-_-__-________-----_--__-_-_-----_-___----_-----
_--__--_---_______-__--_-----_____--_-__---__--__---_-__------_-_--______-_-
___----__--_-__-___-___---__________--___--_-__---_-_------_-_-----_--__-_--
__-_--__--___-___----__------_---____--__-_-_-___-__-_-_-__-_-__----_---__-_
-__-__-----_-_--__-__-__-____---_-__---____-_-_--_-_-_-_-_-----______---__--
--_-_--___----___-_____-____-_----_---______-__-__-_---___-_----___-----_---
----__-_-__-_-______--__---__-_-_-_____--_-__---__-_---_--____-__---_------_
--_---------_--_--_--_---_---____-__-____-__--_-_--__-_-_--___-_-_________-_
-__--____-___-----__-____-----____-__-___----_--_--___--_--__-_-_--_-__-_---
__----____-______--_-_----___---_--___-_-_______--__-_------_----_-_-_-_---_
-__-__-__-___-_-_-----____--___-_-_--_____-_------__---__-____---___----_---
_--_-----_-______--_-__-__-_----____-___-_-_-_--__---_-_---_-___-__--_--__--
_--____-____-_____-_----__--_--__--_-__-_-_-------_-_--_--_----_-_-__-__-___
--_----__-______--_----_-_-_-----_-_---___-__-_-_-______--_----_-__-_-_-____
_----_--____-___-__-__----_---__--____----_-_--__--_-----__----____-__-_____
_-__------_____-_--_--____--_-_-----___--_--__-__--_--__-__---___-__-_-__-_-
___----___-_---_---_-_-__-_--__-__-----_-_----______--____--__-_--___-__---_
______-_------_-__-__---___-__--__-_-__--_____-____-__---_-_---_---_---_----
___-__-----__------____-___-------____-____-_----_-____---_--__-__---____--_
-_---__-__-_-_____---------____-____--___--____--__---__------_--_--__-____-
--_---_-___-__-----__----___--_-__-____-_____--_---____--_---_-_-__--__-_--_
-____--------_-__---__-_--_-_--_---___--__--___-____-_-____----_-____--__--_
__----__-_--_---_______-_-_-----____-_-_--------_-__---_--___--_______---___
_--___--_-_----------____-___-__--_-__--_____-____-___-----_-___-___------_-
----_----_--_-__-_--____-___--___-_----_--_-____--__-__--_____-_-_---____---
___-___----____-_-___-_--___---__--_____----_-------_-__-___----_--___----__
_----_-_---_---__---__-____-__---_______----__-__----__-___-__--___---___---
_-_--_-_--____---___-__--_--___-__---_---____-___-_-_-___-_---_---_---_-__--
--__----_---___-_-_-_---__-----_-__-_____--_---_-__---__-_--_--_______-__-__
_--____----______-----_--___---__--_--___--__-_---__-_--_--_--_--__-___-___-
_-____-_--__---_--_----_____-__--__-_-_-_-__--_-_-----_-_--_--_-______--_--_
-__-_--_---_-__-_-___----_---__-___-__-__---_---_-_____-__---_--_--__--_-___
__-__-_-----__-__-----_-_-_---_-____-_-__-_---_---_-_--_-_______--___---__-_
_-__---_----____---_--_---__-______-_-_---__---_-_-_--____-_-_--_--__-_-__-_
---__-_--_-_-___-____-_--_____--_--_-_--_--_---____---_-__-_-_--____---_---_
_-_-----_-------_-____--_----___--_-___--__-_-_-______-_-_--___---__-_-_-___
____-_---___----_-__----__---_-_-_--_-_-_-_----_-_-___-__-__-_-___---__--___
___-__-_--_-__--_--____-____----__--___-_-_-----_-_----__-__-----___--___--_
_--_--__--_-__-_-______--_-____---_-__-___----_-_-__-_---___--_---_-_--_-_--
-_-----__-__-_-__--_-__-___----_-_--_-_________-_-___--_----_-_--_--____----
0028名無しさん@お腹いっぱい。2019/08/28(水) 07:08:21.54ID:oRJI1jHf
---~~~~~-~~----~~~~--~-~--~-~~~-~---~~-~--~~---~-~--~~~~~-~-~-~--~~---~--~~-
~~~-~~-~-~~~---~------~-~~~-~-~-~--~~~--~-~-~~--~~~-~~-----~~--~-~~-~-~~-~--
-~~-~-~-~-~----~~~~-----~~~-~--~-~~~-~----~-~~~----~---~~~---~-~~~~~-~-~~~-~
-~-~-~~~~~-~---~~~~--~-~-----~~~---~~-~~~~~-~---~~--~~--~~-~~-~-~--~---~-~--
--~~-~--------~--~~~-~~~~--~--~~~~-~~~~~~-----~-~-~~~~~~~--~-~~~-~---~--~---
-~~-----~---~----~---~~-~~-~-~~~-~~~~~~-~~~--~-~-~-~~--~---~-~~~----~~--~~~~
-~~---~~~-~~---~~~--~---~~~--~-~-~--~~---~--~~--~-~~~~~--~--~-~~-~---~-~-~~~
-~--~~---~--~~-~-~-~~~--~-~--~~~~----~-~-~~~~~~~-~--~~~-~-~~~----~~~--~-----
~~-~---~~~~-~--~~~-~-~-~~-------~~---~~~-~~-~~--~-~~-~~-~~--~~~-~~-~~-------
--~-~-~--~~~~~~-----~-~~-~~~~~~~~~-~~~--~-~-~-~-~--~--~--~~---~--~~----~~---
~---~~--~-~~--~-~-~-~-~----------~-~--~~~--~~~--~~~-~~-~~~-~~-~~-~~--~~-~-~~
--~-~~-----~--~~-~-~~~--~~---~~~--~-~~--~--~~~-~-~~-----~---~-~-~~-~~~~~~~-~
--~~-----~~---~~~-~~-~~~~-~---~~--~----~~~~~--~-~---~~~---~--~~~~---~~~--~~~
-~--~~~~~~-~-~--~~~----~-~~-~------~--~-~~~~--~-~~--------~~~~~~-~-~~--~-~~~
--~~~--~--~~~---~-~-~~~~~~--~~---~--~~~-----~~~~~~~-~--~-~-~-~~--~---~~----~
-~-~---~-~--~-~-~~--~~~----~~-~~~---~~~~~-~~--~-~--~-~---~-~-~~~~-~~~~--~---
~~~-~~-~--~--~--~-~~----~-~-~--~~~~~--~~~-~~--~-~--~-~~-~~-~~~-------~--~~-~
-~---~~~----~~-----~~-~~~~~~~~~---~-~~~~~---~----~-~~-~~~~-------~~~-~~---~~
~--~--~-~~---~~-~~-~-~~--~------~~--~-~---~~---~~--~~~-~-~--~~~-~-~-~~~~-~~~
-~~~----~-~~~-~~-----~-~~-----~-~~~~--~~--~---~~~-~-~-~--~-~------~~~~~~~~~~
----~~~~--~---~~~-~--------~~~--~~~-~-~-------~~~--~~~-~--~~~~-~~-~~~~-~~~-~
~--~~~--~~~--~---~---~~~~~-~--~---~--~--~-~--~~-~~---~~~-~~~~~~--~-~~~---~--
-~--~-~-~~~---~---~~----~~~--~~--~~~-----~-~---~~~~-~-----~~-~-~~~~--~~~~~~~
-----~~--~--~-~-~-~---~-~-~~~~---~~~--~~-~~-~---~-~~~~~-~~-~-~~~~---~~-~---~
~~~----~-~~---~~~~~~~-~~-~-----~~-~--~~~~--~~--~--~---~-~~~-~---~~------~~~~
~~--~-~----~-~~-~------~-~~-~--~~~~~--~~~~---~-----~~-~---~-~-~~-~~~~-~~-~~~
~~~~~-~--~-~~--~--~~-~~~~--~--~--~~~-------~~~~~~---~-~-~-~-~~-~~-~---~---~-
~~-~---~--~~~~~-~~--~~~~~----~---~~~-~---~~----~--~--~~~~~~-----~--~~-~--~~~
~~~--~~---~-~---~--~-~----~~~~~---~-~-~--~~~----~-~~--~~~-~~~~---~~-~---~~~~
----~-~~-~--~-~--~-~----~~~~~-~--~~~~---~-----~~~~-~~-~--~--~-~--~~~~~~--~~~
~~~-~~~-------~~~--~~~-~--~-~~~~~--~~-~~--~----~~~~----~~-~-----~~~~-~~--~--
~-~-~-~--~-~~~~~~~-~-~----~-~~~--~~~--------~-~----~-~-~-~-~~-~-~--~-~-~~~~~
~---~-~-----~~~--~~~~-~-----~~~-~~~~-~~--~~~------~~~--~-~-~~~~--~----~~-~~~
-~--~--~-~~-~--~~~~--~~-~-~--~~~-~-~--~~----~-~--~-~~----~~~~----~-~~--~~~~~
--~-~-~~-~-~-~~~~~-~~-~~--~~---~~--~--~---~--~-~~~~~---~-~-~~~--~-~~~-~-----
-~~~~~~----~-~~-~--~~--~-~-~--~--~~~-~~--~-~--~-----~--~-~-~~~---~~~-~~~--~~
-~~-~~~~~~~~----~-----~-~-~-----~~~--~~--~--~~~-~~~-~----~~-~-~-~-~~---~~~~-
--~--~-~~-~~~-~--~--~-~---~~~-~~-~-~~~~-~~~-~~-~-~---~--~---~~-~~~----~-~~--
--~----~~~-~----~-~---~--~---~~-~~~~~-~~~--~~----~~-~~~~~---~---~~~~~~~-~~--
~~~~--~~~--~--~~~~~---~-~~---~~~~--~~-~~---~~-----~-~~---~-~-~~~~~---~---~--
--~~~~~~-----~--~-~---~~~---~~~-~--~~~~--~--~~~~-~--~-~--~-~~---~~~---~~~-~-
~~~-~~~~----~-~-~---~~----~~-~~~----~~~--~-~-~~-~---~~~---~~--~~-~~-~~~---~-
-~---~~~-~-~-~~~~~---~-~~----~-~~-~-~~~~-~~~--~---~~~--~-~-~~---~-~-~---~~--
-~~--~~------~-~~---~-~~--~-----~~-~~-~~~-~~--~-~-~~~-~--~-~---~~~~~~-~~--~~
~~--~~----~~-~~--~--~~~~~--~-----~-~~~--~-~-~~-~~~~-~~--~-~~-~--~-~~--~~----
-~~~~~~~--~~-~-~----~~-~-~--~--~~--~~~~~-~--~~--~-~~~-------~~---~~~----~~-~
--~-~----~~~~--~~---~~-~~~~~-~-~~~~~~-~--~~~---~--~-~~-----~--~~---~-~~-~~--
~~~~--~~-----~~~-~-~---~~--~~-~-----~~~~-~~~----~~--~-~~~-~~~-~-~---~---~~-~
~---~~----~~-~~----~~-~--~~~---~--~~~--~-~~~~~-~~---~~-~~---~~-~-~-~-~-~--~~
~--~~~~~-~----~-~-~---~~~~---~--~-~~~--~~~---~~~~-~~-~--~----~~--~----~-~~~~
0029名無しさん@お腹いっぱい。2019/09/04(水) 07:05:07.40ID:GOZVePNN
---~~----~~~~-~~---~-~--~~--~---~~--~--~~~-~----~--~-~~~~~-~-~~~~---~~~-~-~~
~-~----~~~~--~~~~~~-~~-~~~--~--~~-~--~~---~-~~~-~-~~-~~~---~----~--~-----~~-
--~-~-~-~-~~--~--~-----~~~-~~~~-~--~~~------~~~~--~~~~~-~-~~-~-~---~-~-~~-~-
--~----~--~--~---~~--~--~~-~~~--~-~~---~~~--~~~~~~-~~-----~-~~~-~~~--~~~--~~
~----~~~~-~-~----~~-~--~~--~~--~~---~---~--~---~~-~~--~~-----~~--~~~~~~~~~~~
~-~---~~---~~-~-~~--~-~-~~~----~~-~--~---~~~~~~-~-~---~-~~~-~----~-~---~~~~~
--~~~~~~-----~~~~--~--~~~~--~~~--~-~~~~~-~~---~-~--~----~-~~-----~-~~-~-~-~-
--~-~~~----~~~-~~~---~--~-~~-~--~--~~-~-~-~~---~-~--~~~~~~~~--~~~-----~--~~-
-~--~~~~~-~--~-~--~-~~------~~--~-~-~-~~--~--~-~~~~~~~---~-~----~~~~~--~-~-~
~--~~~---~~~--~~---~--~-~~~--~~-~----~-~-~~--~~~-~--~~--~~~~~--~-~-~~~--~---
~~--~----~-~-~-~~~-~-~-~~~--~-~~----~-~-~~~~~~~~--~-~---~-~-~--~~~-~~-----~-
---~------~--~~~-~~--~~-~~~-----~---~~~~-~~~~~~~~~-~---~---~-~~~~~~-~-~-~---
----~-~-~~--~~~-~-~~~~-~~~~---~--~~-~~-~~~-~~-----~--~-~~~--~~~---~~--~---~-
--~~~----~~~~~~~~~-~--~-~~--~--~----~~----~-~--~~~~-~~-~--~~~-~~--~-~-~---~-
~~~~~--~--~~~-~~~~----~-~-~-----~~~-~~~~~--~---~--~~~~-~~--~-~--~~----~--~--
-~~~--~--~~~~-~~~--~-~---~-~~--------~~-~--~~-~--~~-~-~-~~-~-~~~~-----~-~~~~
~--~~----~-~~~----~-~~---~----~--~--~~~~--~~~~~~--~---~~~-~-~~-~-~~--~~--~~~
~~~--~~--~-~~---~--~~~~-~~~~~~---~-~~-~-~-~-~-~-~-~---~--~~--~~~~---~--~----
--~--~--~~--~-~-~---~~~-~~--~~-~~~~-~~------~-~-~-~~~-~---~~~-~--~--~~-~-~~~
-~~-~~-~~-~~-----~~~~~~--~-~----~-~-~-~-~-~~-~---~~~---~~--~~-----~--~~-~~~~
---~~~----~~~-~---~~~-----~-~-~~--~----~-~~-~-~~-~~~-~~~-~-~~-~-~--~~--~-~~~
-~-~-~---~~----~~-~~~~--~-~~~-~~~~-~---~-~--~~~--~~-----~----~-~~~--~~~~-~-~
~~--~-~--~~~-~-----~~-~--~-~~~~~~~----~-~-~-~-~-~~~~--~-~~~-~-----~~-~~~----
--~----~~----~~~----~-~-~---~~~~-----~--~~~-~~~~~~~~--~-~~~-~----~~~~~~~-~--
~--~--~~~--~-~~-~~------~~~~~-~--~-~~-~~~~---~-~~~~~~--~----~~-~~--~---~--~-
-~~-~------~~-~-~-~~-~~~~-~--~~--~--~-~---~-~~~-~~~~~~~-~---~--~~-----~~~--~
~~-~--~--~~--~~~-~~~-~--~-~-~---~~~-~~-~~~-~----~---~~--------~--~~-~~~~~-~~
--~--~~~--~~~~~-~-~--~~-~-~---~~-~~~--~~---~~-~-~-~---~~~~~~---~-~--~-~-~---
--~~------~-~~~~--~~-~----~~---~~~-~~~~--~~--~~--~~-~~-~-~~~-~~~~----~-~--~-
~--~~~---~--~---~--~---~~~~-~-~~---~~-~~---~--~-----~-~~~~-~~~~~~--~~---~~~~
--~-~~~---~-~-~-~~~-~~~---~----~~~~~~-~~~--~---~~~~~~~~---~--~-~----~--~-~--
-~-~--~~-~~~-~--~-~~-~~~~~~~~-~-~~--~~~-------~---~~-~-~-~-~~--~----~----~~~
~~~~--~------~~-~-----~-~-~~--~~-~~-~---~--~-~~~-~-~~-----~~~~~~-~~~--~~--~~
-~~--~----~~--~-~-~--~~-~-~-~--~--~-~~-~~~~-~---~-~~~~-------~-~~~-~~~~-~~-~
~~~----~~--~-~~--~~-~--~~~~---~~---~~---~~-~~------~~~-~-~~~~---~-~~---~~~-~
~-~--~------~--~-~~~~--~~-~~~~---~-~-~~~-~----~~-~-~~~~~~-~~----~-~-~-~-~~--
~--~--~~~~---~~~----~-~--~--~---~~-----~--~~~-~~~-~-~~~~~-~--~-~~~~~~~--~---
--~-----~~-~-~--~---~~~~~--~-~~--~~~---~-~~--~~-~----~~~~~~--~~-~--~~~~---~~
~~---~~~~--~~~~~~~--~~-~~~-~~~~~~~~-~---~---~--~~----~--~-~------~-~~----~--
~~----~---~~~~~~---~~~~-~~-------~~-~-~-~-~~---~~-~~~-~-~-~---~--~~-~~-~~-~-
~~~~~--~--~-----~~~~-~-~~-~~~~-~-~--~~~~-~-~--~-~----~~--~-~----~-~--~~~~---
~~~~-~~~--~----~~~---~-~--~-~----~~~--~-~-~--~~~~~~~-~-~~~~---~~---~----~~--
--~-~~-~~~~~~~-~~--~-~---~~-----~~-~~--~-------~-~~-~~-~---~~-~--~~-~~-~~-~~
~~----~---~~-~~~~~---~-~---~---~~~-~-----~~--~~~-~-~~~~~~~~~-~-~---~~---~-~-
~--~--~~-~~-~---~~----~---~--~---~~---~--~-~~~~~~~~~~--~---~~-~-~~-~~--~-~~~
-~--~~~~--~~~~-~--~~-~~~------~-~---~-~----~~~~---~~-~~-~-----~~-~~~~-~--~~~
--~~~-~~~----~----~~~-----~-~-~~--~~~~-----~~-~~-~--~-~~~-~~--~~~-~-~--~-~~~
~~~-~~--~-~~~-~-~~--~--~-~~--~---~-~-----~~-------~-~~-~~~~~~-~~-~~-~--~-~-~
~~~-~-~-----~~-~--~------~~~-~~~~-~~-~-----~~~-----~~~~-~-~-~~-~~~~----~-~~~
~-~~~~-----~--~-~~-~~~-~--~--~-~~~-~------~-~~~~--~~--~-~~-~-----~~~~-~~-~~-
0030名無しさん@お腹いっぱい。2019/09/11(水) 07:15:03.33ID:RoOCQ7rq
~~-~~~~--~~--~~--~-~----~---~~----~~~~~~-~~~-~~--~--~-~~-~~~~--~-~-~~-------
---~~~~~--~~~-~~---~--~--~-~---~~-~--~~~~~-----~--~-~~-~~--~~----~~-~~~-~-~~
-~--~~-~~~-~~~~-~-~-~~~-~~-~~~---~--~--~-~~~--~~~-~--~--~--~~--~---~~----~--
~------~~~~-~-~~~~-~---~~-~--~~~---~---~~~--~~~~~~-~~~----~-~---~-----~~-~~~
~~-~~~-~~~----~--~---~-----~~--~~---~-~--~~-~-~~-~~~~~-~~~~--~~----~~~--~~--
---~---~----~~-~~~~~-~~-~---~---~-~-~~~~~~-----~-~~--~~~~~-~~-~~---~--~~-~-~
-~~-~-~~--~-~-~-~-~~-~-~-~~--~--~-~---~~--~----~--~--~-~~~~---~-~~~~--~~-~~~
~--~----~~~~--~---~-~~-~---~-~--~-----~-~-~~~----~--~~~~~~~~~---~~-~~~~~~--~
--~-~~~--~~-~--~~~------~~~-~~~~~~-~~~--~--~---~~~~--~~--~~~---~--~-~--~-~--
----~~~~--~~--~~~--~~~~-~~-~~-~~---~~-~---~~-~-~---~------~~~~--~~--~~--~~~-
-~~--~--~-~-~-~~-~-~~-----~~-~---~~~---~--~-~----~~~~-~~-~~~~~~---~--~-~-~~~
~~--~~-~~-------~~----~~~-~-~-----~-~~-~~~~~-~-~~-~~-~---~~~--~-~-~~---~~-~~
~~---~-----~~~~--~~~-~-~---~--~~--~-~-~~~-~--~~--~~-~~~~--~--~--~-~~~~--~~--
~~~~--~----~~~~---~~~~~~-~~-~-~--~--~--~-~--~--~~-~~-~~---~~--~----~-~~-~~--
~~~~--~~----------~~~~---~-~~~~----~---~~-~~-~-~--~~~~-~~-~----~~~----~~~~~~
~-~-~~--~-~-~~~~-~---~--~~--~-~------~~-~-----~~~-~~~----~~~~-~~-~~-~---~~~~
-~~~~~~~~~~~~--~--~~~---~~~-~----~-~-~~~---~--~~~---~-~---~~-~--~~~--~------
~~----~----~--~~--~--~-~--~----~~-~~---~~~~-~-~--~~-~--~~~~~--~~-~-~~~~~-~-~
--~~---~-~-~~~---~---~~~-~----~~~~~~-~----~~----~~~~-~~-~~-~~--~--~~--~-~-~~
-~~~-~----~~~--~-~~--~---~~~~-~-~~-~-~~-----~-~~-~--~~--~~---~---~~~~--~~~-~
--~~--~--~~~~-~~~~--~~~--~-~--------~--~~~-~~~~~-~-~-~~-~-~----~~---~--~~-~~
---~--~~-~--~~-~~~~~~~-~-~~-----~~--~---~-~-~-~-~---------~~~~~--~~~~-~~~~-~
---~~--~~-~~-~-~-~~--~---~------~~~~-~~-~~~---~~-~~---~-~~~-~~~~-~-~~~~-----
~~--~-~-~~--~-~~~~---~--~-~~~-~~------~~~-~----~~--~----~--~~~~--~~-~-~~~~-~
~-~~-~~~-~~~---~~-~---~~----~------~~-~---~-~-~-~~-~-~~~~-~~-~---~-~~~--~-~~
-~~-~~-~--~-~--~~----~-~-~-~-~~~~~---~----~-~~-~--~~------~~~~-~~~~-~-~--~~~
-~--~~~~~---~--~~~~~-~-~~--~~--~~~~--~~~~~~-~-~~--~~-------~--~~-~---~---~--
~~---~---~---~~----~~~~~~~~~-~---~~~---~-~~~--~-~-~--~---~~~~-~----~-~--~~~~
~-~-~~-~~-~~-~~-~~~-~~~~~~-~~-~~-~--~~--~--------~~~-~~-~-~----~~-~-------~-
~--------~~~~~-~-~-~---~~-~~~-~-~~~~~~~-~~--~~----~----~~~~-~--~--~~~~----~-
-~~--~~---~~-~~~---~~---~~-~---~-~----~---~~-~~-~-~--~~~~-~----~~-~-~-~~~~~~
~~~-~~~-~-~-~~-~-~-~~~-~~-~--~-~~---~~-~-~-~~~-~-~-~-~-~~---~----~----~---~-
~~-~---~~---~----~~---~-~~----~~-~-~~~~~-~--~---~~-~~~~~-----~-~-~--~~~-~~~~
-~~--~~~-~-~~-~~~----~--~~~----~~~~~-~~~-~~---~-~~~~~--~-~~--~~~--------~---
-~-~~-~~-~-~~~~~~-~---~--~~~--~~~---~-~~~----~~~~-~~--~--~-~--~~~---~-----~-
--~~~--~-~~-~~-~--~~-~-~~-~-~~--~~~~-~~-~----~~--~-~--~--~~~~~~-~--~-----~--
-~~------~-~~-~~~--~----~-~-~~-~~-~-~-~-~~~~-~-~~~~----~~~--------~~-~~-~~~~
-~~~-~-~-~-~--~~--~~--~-~~-~~--~~-~~~-~--~~~-~~----~~~-~~---~-~~-~---~---~--
~~-~---~---~~--~~~~-~-~~~~~-~~~-~~--~~-~~~--~-~~-~~~~----~-~-----------~-~~-
~~~--~~--~----~~~--~~~~--~~~~-~~-~-~--------~--~----~~~~~-~-~--~--~~-~-~~~-~
-~~~----~~~~-~---------~~~-----~-~--~~~-~-~~-~~----~~~-~~-~~--~~~~~~--~--~~~
-~-~--~-~-~-~---~-~~~~~-~-~-~~--~~-~----~--~--~~~~-~-~~--~~-~~---~-~-~---~~~
---~~---~--~-~~~~---~~~~~~~-~~-----~~--~-~~--~-~~~~-~~--~~~~-~-~--~~-~------
~~-~~~-~~-~~-~~-~--~-~~-~~---~---~---~~----~~---~---~~~~--~~-~~~~~-~-----~~-
~~~~~~---~---~~--~~~-~--~-~~-~-~--~-~~--~-~--~--~~~-~~-~-~~~~~-~-~-~--------
~-~~~~~~-~---~-~---~-----~~~-~~~-~~-~---~~~---~---~--~-~-~~---~-~~~-~-~~--~~
-~~~~~~~----~~~~~-~-~--~~~-~-~-~--~-~-~---~~-~-~--~~~-~~~---------~-~-~~---~
--~-~~~-~-~~----~-~~-~~~----~--~-~~~--~--~--~~~~~-~~-~------~~-~-~---~~~-~~~
--~-~-~~-~--~-~~--~--~--~-~--~~~--~-~-~~~---~-~~~-~~------~~-~---~~~~-~~-~~~
-~-~--~~~~-~~~~~--~-~---~~-~~~~~~~---~--------~--~~~~-~-~~-~~------~~-~--~~-
0031名無しさん@お腹いっぱい。2019/09/18(水) 07:13:37.61ID:eM5hr9gY
~~--~-------~~--~~--~~--~~~-~-~~----~---~--~~-~-~----~~-~~---~~~-~~~-~~~~~~~
~-~-~--~~~--~~~~-~-~-~-~--~--~---~~~-~-~----~--~~~-~--~---~--~--~~~~~---~~~~
--~~-~-~-~~---~~-~---~-------~-~~-~--~~----~-~~--~-~~-~-~-~~~--~~~-~~~~~-~~~
~-~~---~~--~-~~---~---~~~~-~~-~~~---~~--~-~~~-~~~~~-~-~---~-~~-~--~----~-~--
~~~~~----~--~~--~-~~-~~-~~~-~~----~-~--~~~-~~-~--~----~~~-~~---~~-~~-----~-~
~~~-~-------~-~~~~--~~-~~~~~-~--~~~-~-~-~~---~-~~---~~---~---~~~~~--~~~-----
~-----~~~~----~~~~-~--~~-~---~~~~-~~----~-~~-~-----~~~~--~-~~~~----~-~~~-~-~
~~~~~~------~~~~-~-~~-~--~--~~-~-~-~-~~~-~-~~--~~--~--~~~----~-~~-~~-----~--
~~~~-~--~---~~~~-~---~------~---~-~-~~-~--~-~-~---~~~~-----~-~~-~-~~-~~~~~~~
--~~~~~~~~-----~~~~-~------~~~-~---~--~--~~---~~---~~~--~~~~~~~--~~~~--~----
~~~-~---~-~-~~~~~--~----~~-~~~~~~~-~---~-~-~~-~~---~-~-~--~--~-~---~~-~~----
-~~-~-----~-~-~~--~~-~~-~-~-~-~~-~~~~~---~~~--~-~-~---~~~~-~-~--~---~--~--~~
-~~-~-~---~~-~--~-~-----~~-~~~--~~~~-~~--~~--~-~-~~-~--~--~---~----~-~~~~~~~
~~~~-~-----~~~~~-~~---~~--~~~----~--~~~~~--~~--~~-~~~-~-----~-----~~-~-~-~~-
~--~--~-~~~~~~-~--------~~~~~~~-~~~---~~-~-~~~~--~~---~-----~~-~~~--~~---~--
~~~-----~~~-~~~---~--~-~---~----~--~~~~~~~--~----~-~~~~-~~~~-~~~------~~--~~
~-~~-----~~--~~--~-~--~--~-~-~~-~--~~-~~~~-~~~~---~---~-~~~~--~---~~~-~~~---
~~-~~~~~-~---~-~~~------~-~-~-~~----~~-----~-~-~~--~~--~~~-~-~~~~----~~-~~~-
~~----~~--~--~-~-~~~~--~~~----~-~~~~--~---~~--~~-~~--~-~-~~--~~~-~~----~~--~
-~~--~-~-~--~-~~~-~~~-~-~~~---~---~--~~--~-~~~~~-~--~-------~~-~-~-~~--~~-~~
~--~-~-~-----~-~-~~~~-~--~~~~~-~~---~~-~~--~~---~---~~~~~~--~~-~--~-~---~~--
--~---~-~~~~-~----~-~~--~~-~~----~~-----~~~~~-~~-~-~~~-~~--~~--~~~~~-~---~--
-~---~~~---~~~--~~~--~~~-~~----~-~-----~~~~--~--~~-~~---~-~~-~--~-~~~-~--~~~
~~-~~~~---~-~-~~-~~-~--~-~~-~~~-~--~-~~--~--~-~-~--~~~~----~~-~---~--~~~----
-~~~--~~-~~-~~---~~-~~~--~-~-~~-~~~--~~-~~-~~---~~--~----~~--~---~~~~----~--
~-~--~~~~-~-------~~~--~--~-~-----~---~~~--~----~~-~~~-~--~~--~~~~~--~~~~~~~
~~~-~-~-~~~~--~--~-~-~--~~~~~-----~---~~~~-~~---~-~-~~--~~---~~--~---~~-~-~-
~--~--~~~-~~~--~-~~--~-~-~-~~------~~--~~~--~-~~-~~---~~~--~~~-----~~~--~~~-
~--~--~---~-~~~~~~--~--~~~~----~-~~--~~~---~~~~--~~-~--~-~-~--~~--~~---~-~-~
~---~-~-~-~--~~-~~-~~-~-~-~~-~~~--~-~-~~--~--~~~~~~~--~-~~~--~--~-~~--------
~-~~~--~~~--~-------~-~~~~---~~~-~--~~--~-~---~~~--~---~-~~~-~----~~~~~-~-~~
~-~-----~~-~~---~~~-~~---~-~--~-~~~-~~~~~~---~~~~~~~----~~~-~~~~------~-----
~~--~~~~-~~-~~~~---~-~~~---~~---~-~-~-~--~-~--~~----~~--~~-~-~~--~---~~~---~
~---~-~--~~~-~~~~---~----~~---------~~~-~~--~~-~~~-~~~~~~---~-~~--~-~--~-~~~
--~~~~~~--~----~~-~~--~~~--~-~~~~~~~~~---~-~----~-~~---~---~-~----~~-~~~--~-
--~---~~~---~~-~~-~-----~~~~--~~--~-~~--~---~--~--~-~-~~~-~-~-~~~~~---~-~~~~
~~~-~--~-~~~-----~~-~-~---~----~--~-~---~-~~-~-~----~~~-~-~--~~~-~~~~~-~~~-~
~~---~-~--~-~-~~------~~--~--~~-~~~~-~~~--~----~~---~~~--~-~~~~~-----~~~~-~~
---~~~-~~~--~~~~-~~~~~-~~--~~~--~~---~~--~~-~---~~~-~~--~--~-~-~~-------~---
----~--~~~-~------~-~~~~---~---~~--~---~--~~---~---~~-~~~~~~~~~-~~~-~~~~--~~
--~~------~~~--~-~--~~~-~~-~-~~~---~-~~~~~~~-~~~~---~-~-~~-~--~~~~-------~--
~~-~---~~--~--~~-~--~~-~~~~~----~~~~~-~----~----~~-~~~--~--~-----~-~~~--~~~~
--~~-~~~~---~~~~---~-~-~~-----~-~~-~~--~~--~--~---~~-~-~-~-~~-~--~~-~~---~~~
~--~~-~---~----~--~~--~-~--~~-~~----~~~--~~-~-~~~--~~-~-~---~~--~-~~~~-~~~-~
------~~--~~~-~--~--~-~~-~~--~~---~-~--~---~~~-~~~--~--~-~~--~-~~~-~--~~~~~~
-~~~---~--~---~~~~---~~~-~~~~~~~--~~~~-----~~----~--~-~-~---~~--~-~-~~--~~-~
~-~--~~~---~-~~~~~~-~---~-~~~---~~--~~-~-----~-~~~~-~~~---~------~~-~~-~-~~-
--~-~--~~~-~~~~-~----~----~-~~~~-~~~-~~--~~----~~-~--~---~--~--~~-~-~-~~-~~~
~~-~~--~-------~~~-~~-~~~-~--~~-~-~~~~---~-~--~~~~~~-~~--~---~-~~~---~-~----
~~----~~--~-~~~-~-~~-~~~~~-~~--~-~-~---~--~~-~~-~~~-~----~~--~~~---~-~---~--
0032名無しさん@お腹いっぱい。2019/09/25(水) 07:01:30.97ID:VRDHkv4y
~-~-~~~~----~~~-~--~~-~-~~~-~~~~~~~-~~~--~--~~-----~-~-~--~~--------~-~-~~--
------~--~-~--~---~--~~-~-~~~-~~-~~~~~--~-~-~--~--~~~-~--~~~--~~~-~-~--~~~-~
~~-~-~-~~~~--~---~~~~~~~------~-~-~~~--~~--~~--~~--~-~~-~~~----~~-~~------~-
-~~----~~--~~~---~--~~--~~-~---~-~-~~~~~--~-~~~--~~~~--~~--~~-~~-~-~---~--~-
~~-~~----~-~~-------~~~-~--~~-~-~~-~~~-~~~--~~--~-~~-~~~-~--~----~~~~-~~----
-~--~~-~---~~~--~-~-~----~~-~----~-~~-~-~-~~--~~~~---~~~---~~-~~-~--~~~-~~-~
~-~~~~~~--~-~~---~----~----~~~--~~~--~~--~-~~-~-~--~---~~~---~~--~~~--~-~-~~
---~~-~~~~~~~--~-~-~------~--~-~-~~~~~~~-----~~-~~~-~--~~~-~-~~~---~---~-~--
~---~~~-~~---~~-~~------~~~---~~-~~-~~-~--~~-------~~~~~--~---~-~~~~-~-~-~~~
-~-~-~~--~--~-~-~-~~~~-~~~~~-~~~~--~-----~~~~-~~-~-~------~~~--~-~--~-~----~
~---~---~~-~~-~-~~~--~---~--~-~~--~~~~~~-~----~-~-~-~~--~~-~-~--~~--~~~--~-~
~-~~---~---~~~~~~~---~---~~--~-~-~~---~~~-~-~---~-~~-~-~~~--~-~~--~~~----~~-
~--~---~~~---~~--~--~---~~--~~~~~--~~-~~---~~~--~~~~-~~~~~~-~~---~--~-----~-
-----~~~~--~~~-~~-~~---~----~~-~--~~-~~-~~~~~-~~-~-~--~-~--~~-~~-~--~-~---~-
-~---~---~-~~--~~~~~~-~-~~-~---~~--~-~-~-~--~-~~~~~--~~~~~---~~---~~----~~--
-~--~---~~-~~~~~~---~~----~-~~~~-~----~~-~~~---~-~~~-~~~~---~-~-~~---~-~-~--
~~~--~----~-~~~---~-~-~-~~~-~~-~-~~~~-~~-~--~~-~--~---~~~~-~~-~---~----~--~-
--~~~~~--~~~-----~-~--~~--~---~-~---~-~~~~---~~--~-~~-~-~~~~~--~-~~--~~~-~--
---~-~~--~~--~-~---~-~--~-~---~~~~-~---~~~~---~~---~~~~--~~~----~~~-~-~-~~~~
~~-~~-~-~---~---~----~~---~-~~~------~~~--~~-~-~~-~~~-~~~~---~~~~-~--~--~~-~
-~-~~-~~~~--~-~--~~--~-~~-~~--~~~---~~~--~--~--~---~-~~~----~~-~-~~--~-~~-~-
-~-~---~-~~~~--~---~~~~~~~~~~----~---~------~~~~--~--~-~-~-~-~----~~~-~-~~~~
-~~~~~~~--~~~~-~-~~---~~-~~-~---~---~-~---~-~~~~~--~~~---~---~~~~---~-~-----
-~-~~~-~~-~~-~~--~-~-~----~~~~-~-~--~--~~-~-~-~~~---~---~---~~--~--~-~-~~~-~
--~~----~-~--~~-~~~~-~~~-~~~--~--~~~----~--~~~-~----~~-~~-~~-~--~-~-----~~~~
~~~~-~~~~-----~---~~-~--~~~--~~----~~~-~~-~~~~------~---~~---~-~--~~-~~-~~~-
--~---~~~-~~--~-~~----~~~--~-~--~~~--~~---~~--~---~~~~-~~----~-~--~-~-~~~~~~
-~~~~--~-~---~~--~--~~-~--~~--~~~-~-~--~~-~-~----~~~-~-~-~~~---~-~-~~~~---~-
-~~~~~-~~~~--~-~~-~--~---~~~---~~--~~~~-~-----~~-~-~~~--~--~~~----~-~~~-----
-~--~~---~~-~~~~~~-~~~-~---~-~~~--~--~~~-~~~--~~~-~--~~-~--~----~~--~~------
----~-~-~-~--~---~~-~~~-~~-~-~~~---~~~-~---~-~~~--~~~~---~~~~--~~-~~-~--~---
-~~~-~-~-~~--~~----~~-~~---~~~~--~~-~~---~--~-~--~---~-~--~-~~~------~~~~~~~
-~~--~--~~-~~~-~-~~--~~~~~-~--~~-~-~----~~-~~-~-~~~-~--~-~~--~---~---~--~--~
~---~~~----~~~~-~~-----~~~------~-~~~-~~~--~~~~-~~--~-~-~~--~~--~~~-~-~~----
----~-~----~~~~~------~---~~~~~----~--~~~~~~~--~~--~~~~~~-~----~--~~-~~-~~-~
----~---~~~-~~----~-~-~-~~-~~~~~~~-~~~---~-~-~-~~~~-~~---~--~~-~~----~----~~
--~-~-~~--~-~~~~~~--~--~-----~~--~~~~~-~~-~-~-~~~--~~~-~--~-~~-~-----~~~----
~---~~--~~-----~-~~-~~-------~~~-~-~~~~-~~~-~~~--~~--~-~--~-~~-~~-~--~--~-~~
~~~---~-----~----~---~-~~~-~~~-~-~-~~-~-~--~~~~~~~~-~---~~-~-~-~~-~~-~-~----
~--~~~-~~---~---~~~--~~~~--~--~~~--~~--~~~~~---~---~--~~-~------~~~---~~~-~~
---~~----~~~---~--~~~-~~-~-~--~~~~-~~-~--~~~~------~~----~--~~~~--~-~~~~--~~
~~~~~--~--~--~---~~---~~--~~-~--~-~-~~--~-~~-~---~~--~---~~~~~---~-~~--~~-~~
---~--~~~-~~---~~---~~-~-~--~~-~--~~~~-~~-~~-~~~--~---~~~-~~~--~-~-------~~~
---~~-~~~~~~-~---~--~~~~~---~-~~~~---~-~-----~~-----~~------~~--~~~~-~~~~-~~
~--~~------~~---~-----~~~~--~~-~~-~~--~~-~-~~-~--~-~~~~-~~~~~-~-----~-~~~--~
-~-~-~~~---~~---~~~~~~~--~~-----~~-~~~-~~~~~~----~--~~~----~-~~--~--~-~-~---
-~~~--~~~-~~--~~~-~----~~~~~~~~---~--~~-~~~--~--~--~~~~--~~-~~----~-----~---
~~~~--~--~~-----~--~~~~-~-~~~-~~~--~~--~~--~~-~~~-~-----~~~---~~--~--~--~~--
-~--~~~----~~-~~~--~-~~--~~--~~~~-~-~~-~~~~~-~----~~-~-~----~~-~--~---~~-~--
-~-~--~~-~-~----~~-~~--~~-~--~-~-~--~--~--~~-~--~--~~-~~--~~~---~-~~~~~~--~~
0033名無しさん@お腹いっぱい。2019/10/09(水) 07:02:17.42ID:z92jMp8B
-~---~-~~--~~~~-~~~---~-~-~~-~~-~~~~-~~-~---------~-~--~-~~-~~-~~-~---~~-~~-
~~~---~~~~~~~~-~--------~-----~~-~-~-~--~---~~---~~~~~---~~~~~--~~--~--~~-~~
~-~~---~-~~~~~-----~--~-~~~~-~----~~~~-~~~~~~-~---~~-~~~-~-~~-------~---~~--
-~-~----~~---~~---~~~~----~~-~~~~~~~--~-~~-~--~~~-~----~-~----~~~-~-~--~~-~~
~~--~~~~----~~-~~-~~~~~--~~-~---~--~~--------~~--~~~--~~~-~-~-~--~~-~-~--~~-
--~~~~-~--~--~--~--~--~-~~-~-~~~-~--~-~~~---~~-----~~~-~-~-~~-~~-~~-~--~~--~
~~--~--~~---~-~-~~-~~~-~--~-~-~~---~--~~--~~~~--~~---~--~~-~---~-~~-~~-~~--~
----~--~--~~~-~~--~-~-~-~---~--~~~-~~~-~~--~~~--~---~~~---~-~-~-~-~~-~--~~~~
---~~~---~--~~~-~~--~~~~--~-~~--~~~-~---~---~----~~-~~-~-~---~~--~~~-~~-~-~~
~~~~~-~-~~---~--~~-~--~---~~~-~--~~~---~~~-~-~-~~~~-------~~~-----~-~~-~~-~-
~-~-~~~~~--~--~-~-~~---~~~-~----~--~----~-~~~--~~~~--~~~-~~~~~~-~---~~------
-~~-~~~~-~~--~~--~~--~~-~~-----~---~~~-~--~---~----~--~~~-~~-~---~~~~~--~~-~
~~~--~---~-~----~~~~-~~~~--~~~--~-----~~~---~~--~~------~-~--~~~~~--~~--~~~~
~--~--~~-~~-~~---~~--~--~--~--~-------~~-~~~~~--~------~~-~~~-~~~~--~~-~~~~~
~-~-~--~---~-~~~------~-~~-~-~~~~-~-~-~---~-~-~~~~-~-~~--~~------~~~-~~-~-~~
~~-~--~-~------~-------~~~~-~~~~~----~~~--~~~~~~--~~~-~-----~~~---~--~~-~~~~
--~------~-~--~~~-~---~~~--~-~-~~--~--~~-~~--~-~~~-~~---~--~~~-~~~~-~-~-~-~~
~~~~-~~--~---~~--~~-~---~-~~~---~~~-~~~--~-~~~--------~~~-----~-~-~~~-~-~-~~
-~-~--~--~~~~~-~~~~~-~---~---~-~-~-~~~~~~--~-~-~---~~-~---~~-~---~~-~~~-----
--~--~------~~~~--~~~--~-~-~-~~---~~--~-~--~~--~~~-~-~--~~--~~~~~--~-~-~~-~~
--~-----~~--~--~~~----~~-~---~-~~-~-~-~---~--~~~--~~~~~-~-~~-~-~~~~~-~~--~-~
---~~~~~----~~-~~-~-~-~~---~-~--~-~-~-~-~-~---~~-~--~~--~-~~-~-~~~~~~-~--~--
--~~-~------~~~-~---~-~~~-~~-~~-~~~-~~-~-~---~~-~--~~-~~~-~~-~---~-~--~~-~--
~-~-~~~--~~~~----------~~--~----~-~-~-----~~~~~-~~--~-~~-~-~~~~~--~~~--~-~~~
~---~-~-~~---~-~-~~~~~--~-~~---~-~--~~~---------~~-~~-~~-~~~--~~~~--~~-~~--~
~~---~~---~-~--~-~~~~~~~~~-~~~-~--~----~~~~~-~-~-~-~-~------~-~~-~---~~-~---
--~~--~-~~--~---~---~~~-~--~~-~~--~-~-~-~--~---~-~--~--~~~~-~--~~-~-~~~~~~-~
-~-~--~--~--~~-----~~---~~~-~~-~~~----~--~---~~-~~~-~-~~-~~~~-~--~-~-~~~~--~
~--~~--~~--~---~--~~~~~-~-~~--~~~~~------~-~~~-~~-~---~~~-~-----~~-~-~~~~---
~-~-~--~~----~--~-----~---~-~-~~--~-~-~-~-~-~-~~~~-~--~~---~~~~~~~-~~~~---~~
~~----~~---~-~-~--~~-~---~-~~~~~--~~-~--~~-~-~~~~-~~---~~----~~~-~--~-~--~-~
--~~~--~-~~~--~~~--~-~~~-----~-~---~----~~--~~~~--~~-~~---~--~~~~~----~~~~-~
-~~-~~~~------~-~--~----~~--~~-~~~---~--~----~~~-~-~~-~---~~~-~~~~--~~--~~~~
-~---~~----~-~~-~--~-~-~~~----~-~~~---~-~-~-~~~--~-~-~~~~~~~-----~-~~-~-~-~~
~---~~---~~~~-~-~~-----~----~~~~----~~--~~~~~---~~~~~--~~-~~~-~~---~---~-~~-
-~~~~~~~---~-~---~~~--~--~~-~~~-~~~~---~~~~-~~---~~---~-~~-------~~--~~---~-
-~~~-~~-~--~-------~-~-~-~~~~------~~----~~--~~~---~~---~~-~-~~~~-~~~~~~-~-~
----~~~-~~~---~-~-~~-~~~~~-~-~-~~~--~~------~-~~-~---~--~--~~~--~---~~~-~-~~
~~-~-~-~-~~-~-~~-~----~~~-~~-~~~------~--~--~~-~--~--~~~---~---~~-~~~-~~~-~-
-~~--~-~---~~~-~~-~~~~--~~-~~~-~-~---~---~~--~-~---~~-~-~-~~-~--~~~~~----~--
-~~------~~~--~-~~-~-~-~~~--~-~~~~~~-----~--~-~-~-~~-~-~~-----~-~-~~---~~~~~
------~--~~-~--~-~----~~--~~-~-~-~--~-~~~~--~~~-~--~~~~-~~~~~~-~~~-~~-----~-
~-~--~--~-~-~-~~~~~-----~-~-~--~~--~~--~-~-~----~-~-~~~~~~~-----~~~~--~--~~~
~~~--~~-~~~----~-~~-----~~-~-~-~~----~-~-~~~~~~~--~~-~~--~-~-------~--~~-~~~
-~---~--~~~-~------~---~~-~~-~-~--~~--~~~-~~-~--~-~~---~~--~~~-~-~~~~--~~-~~
~--~---~~~--~---~~--~~-~~--~-~-~~-~-~~-~----~~---~-~-~-~~~~--~~~-~~---~-~~-~
------~~-~--~~-~~-~~~~~~~~~--~~~---~--~-~---~~-~~~~--~-~~--~~~~--~----~~----
-~~~~---~-~~~~-~~-~---~~-~~--~~----~---~-~~~---~-~-~~-~------~-~~~-~~~~--~~-
~--~~~~~----~--~-~~~~-~~--~~~--~~---~~~~-~~~----~~-~~---~-~~-~~~--~-------~-
~-~-~~~~~~---~-~-~~--~-~--~~~~--~-~--~~~~-~~--~--~~--~~-~~-----~-~-~-~---~--
0034名無しさん@お腹いっぱい。2019/10/23(水) 07:11:12.65ID:HZwmyTg5
~~~-~~~~~----~--~~--~~----~~--~~--~---~-~~~~~--~-----~~-~~-~-~~-~----~~-~~-~
----~~----~~------~~-~~~~~~--~-~~-~~~----~-~~~~~--~--~~---~~---~~-~~~~~---~~
--~-~~~---~~---~-~~~~~-~--~-~----~-~~~~~--~~--~---~-~~-~----~-~-~-~--~~~~~-~
~--~---~~~-~-~-~~--~~-~~~-~-~-~~~~--~--~-----~-~-~~~~~~-~~-~-~----~~---~~---
~~----~~~--~--~-~~~-~-~~~~--~-~-~-~-~~~------~---~~--~~--~----~~--~~~~~~--~~
-~~~~-----~~~~~~~--~--~~--~~~~~---~~-~--~~---~-~~~-~-~-~-~-~~-~-~--~------~-
--~-~-~~~~--~--~-~~-~~-~--~--~-~~~~-~---~-~~--~~~~~~-~--~--~~~-~~---~~------
-~~-~-~----~-~-~----~~~~~---~-----~~~~~---~----~-~~~~~-~~-~~-~-~~~~--~~---~~
~-~~~~-~~~~~~----~~~---~~~~---~~~~-~-~~-~~~---~-~-~~----~-~-~-~-~---------~-
-~--~-~-~-~----~-~~~~~~-~-~-~~----~~--~~--~~~~~--~--~-~~~--~~---~-~--~---~~~
~--~~---~~-~-----~~---~-~----~~~~~~~~--~-~-~-~~--~~~~--~~--~-~~~--~~~-~~----
~~~--~~~~~--~~~~~~--~-~-~-~~-~-~~~-~-~~---~~--~-~~---~----~~~---~---~---~---
-~---~~-~--~~~~~~~~-~-~------~~~---~~~-~~--~-~~~-~-~--~--~~~-~---~~-~---~~--
~----~-~-~~~~-~------~--~~~-~-~~-~~~~-~~-~~~~~-~--~-----~-----~-~~--~~-~~~~-
~~~~-~-~~-~~~-~-~~----~~-~~-~-~~~-~--~~--~-~~--~--------~-~--~~-~~--~---~-~~
-~~~----~---~--~~~~-~---~-~-~~-~--~---~~--~-~~--~~~~~~-~~---~-~--~~~---~~-~~
-~--~--~~--~~~-~~~~~~-~-~-~~~--~~-~~-~-~--~~~--~--~~--~--~---~~~~~-----~----
~-~~-~~~~~~--~----~~-~~~----~-~~----~~~--~-~-~-----~~~--~~--~~-~~--~~---~-~~
~~~--~~~~~~-------~-~~--~-~~---~~-~~--------~---~~~~~~---~~-~~~-~~--~~-~-~~-
~-~~~-~~~~-~--~-~~--~--~--~~---~--~~~~------~-~~-~~-~~~-~~------~~~~-~--~~--
~~-~-~---~--~~~-~--~-~--~~-~-~~~-~--~~-~-~-~~-~~~---~~-~-~~~~-~-~--~-----~--
~---~------~-~~----~~~---~--~~-~~-~-~~~~-~-~~---~~--~~--~~~~-~-~~-~~~~-~~---
-~~--~----~-~~-~----~-~~~--~~-~----~-~-~-~-~~~~~-~~~-~~~~-~-~~--~~~--~--~---
----~-~~-~~--~~---~~~---~-~~~~-~~~--~~-~-----~~-~--~~~-~--~~~-~-~~~~-----~~-
--~~--~~----~----~--~-~-~~~-~-~--~~~---~-~~~----~~-~~-~~-~-~~~---~-~-~~~~~~-
~---~-~--~--~--~--~-~-~~~~---~--~~~-~-~~~~~---~-~~~~~---~-~~~-~-~~~--~----~-
-~~-~~~-------~~-~~----~~~~~~-~-~~~--~-~--~--~-~--~--~~-~--~-~-~--~-~--~~~~~
----~~--~~~~~-~~~---~-~~~~~-~-~--~-~~----~-~~--~~~~--~--~-~~--~~-~~~---~----
-~---~-~----~~---~-~-~~-~~--~~~-~~--~~~~---~~---~--~~-~~~---~-~---~~~~~~~--~
-~~~~~~~~-~~--~-~~~~-----~~-~------~~-~~-~~~-~-~~~---~~~~~--~--~-------~-~--
---~-~--~--~--~--~-~-~~~--~~~-~-----~~~~----~~~--~~-~-~~-~~-~-~~-~----~~~~~~
~~----~----~--~--~~-~~~~-~----~-~~--------~-~-~-~-~-~~~-~--~~~~~~~-~-~~~~-~~
-----~~-~~~-~--~~--~~~~-~~---~----~~-~~~~-~~~~--~~~---~-~~--~~~~---~--~---~-
-~~-~~-~~-~--~-~-~-~---~-~~-~~-~~--~~~-----~---~~-~--~-~~~~~~~~--~~----~~---
~~~-~-~-~-~-~~~-~~----~~~~--~~~-~~~---~~~-~~--~-~~---~-----~---~--~--~~~--~-
~-~-~--~--~~~~-~----~~-~~--~~~~-~-~~~~-~---~-~~--------~---~~~~~~~-~~--~-~--
-~-~~~~~-~--~-~---~~-~~~~-------~----~-~~~--~-~-----~~~-~--~~~~~~~~-~-~---~~
--~--~~----~--~-~---~-~~~~~~~~-~-~~~~--~~~-~----~~~~~~-~----~-~~---~--~~--~-
~~-~--~-~~---~~~-~~----~~~-~---~~~---~-~~~-~-~-~~-~~~~~~~~-~--------~--~--~-
-~~~~--~~---~--~-~~--~-~-~-~~~--~~---~~--~~-~~~~---~-~--~--~~--~~-~~~-~-~---
-~--~-~~------~--~--~~~~~-~--~-~-~-~~~~--~~~-~~-~~-~--~~~----~~~-~-~~~-~----
-~~~~-~~----~-~~--~-~~~-~~~---~~-~~~-~~-~-~~---~~-~~--~-~-~~~----~----~~----
~-----~-~--~-~-~-~--~-~~~-~~~~~--~----~--~~~-~-~~-~~~~----~~~-~---~~~~~-~---
---~~---~~--~~-~~~~--~-~--~~-~-~~--~~--~-~~-~~~~~~--~----~-----~~-~~~~--~~--
~--~~-~-~-~--~-~~~~~----~~---~--~---~~-~--~~~---~~~~~~--~---~-~~~--~-~--~~-~
-~~-~~-~-~-~~~~-~-~---~~~~-~--~---~---~~~----~~~----~-~-~---~~---~~~~-~~~--~
---~~--~--~~--~---~-~-~--~~--~~-~-~~-~~~~~----~~-~~~~---~--~~-~~~~--~~-~--~-
-~~---~~---~-~~-----~~-~--~~-~~----~-~-~-~~~-~--~--~~-~-~~~~-----~~--~~~~~~~
~-~----~------~~--~~-~-~~-~-~-~~--~-~-~~-~~~~--~-~-~~---~--~~~~-~-~--~~-~-~~
-~~~--~-~-~~~-~~-~-~-~~-~---~--~~--~-~-~~--~~---~--~-~~-~---~----~-~~~-~~-~~
0035名無しさん@お腹いっぱい。2019/12/04(水) 07:11:49.74ID:Z3M/YCeT
---~---~-~~---~~~--~-~-~-------~~~~~-~~~---~-~---~~~~--~~~--~~~~-~~--~--~~~~
~~~------~~~-~-~~~--~-~--~---~~~-~--~~~-~-~-~~~-~~-----~-~--~~~~~~--~~--~---
~--~---~~~-----~~~~-~~-~~~~~~-~~-----------~~~~--~~~--~-~~-~~~~--~~---~-~~--
~~-----~-~---~~--~~--~~---~~-----~~~~~~~-~~-~~---~-~--~--~~-~-~-~-~~~~~-~--~
~--~~~----~~-~~-~~---~~-~-~-----~~~-~--~~~---~--~---~~-~----~~~~~-~~--~-~~~~
~--~------~~-~~~~~~-~~--~-~-~~-~--~~~-~-~~-~--~----~-~~~---~~-~-~-~~----~-~~
~-~~~~-~~----~~~--~------~--~~~---------~~-~~--~-~~~-~~~~---~~~~-~-~~--~-~~~
~-~~~-~~-~-~-~~-~~~--~-~~~-~----~~---~-~-~---------~--~~~~-~~~~~-~~-~-~----~
~~---~---~~--~~~-~--~~--~-~-~~~-~---~---~~--~--~~~~~~~-~---~---~~-~~-~~~~---
---~~---~~~--~----~~~~--~~--~~-~~~~~--~----~~--~~-~----~--~-~~~-~~~~-~~-~~--
~~~~~~-~-~~--~---~~-~--~~~~-~----~~--~-~~-~~-----~----~--~--~-~~~~---~-~~-~~
~~------~~~~-~-~~~~~~--~~~-~--~----~~~~~~~-~--~~--~---~---~---~--~-~--~~--~~
-~-~~~~~~~------------~~~---~~-~--~~-~~----~~~-~-~~~-~-~--~--~~--~~~~~--~~-~
~-~~---~~-~~~-~-~~--~~~-~-~-~--~--~--~~-~~~~---~-~~--~~--~~~~-----~-~-~--~--
~-~~~-~~---~~--------~----~~-~-~~~~---~-~~~----~-~-~~~----~--~~~-~-~~~~~~~-~
~~--~--~--~-~~---~~~~--~~~~---~-~~~~~----~~~---~-~~~--~~---~---~~~---~~~-~--
~~--~~~-~---~-~---~~~--~~-~-~-~-~-~~~---~~-~~-~---~~---~-~~---~~~-~--~~-~~--
~-~-~-~~---~~-~~-~----~-~-~~~~---~--~~~~---~-~~~~--------~-~~---~~-~~~--~~~~
~~-----~~~-~----~~-~~~-~---~--~~--~-~--~---~--~---~-~~~~~-~~~~-~--~~~-~~--~~
---~-~-~~~~~---~~~------~~~---~~-~-~~-~~-~~----~-~~~~-~~~---~~---~-~~-~~-~--
-~~-~-~~~-~~~~----~-~--~~-~---~--~--~~~-~~---~--~--~-~~-~~-~~---~-~~~~~-~---
~~----~~~~~~-~~~----~~~~~--~-~~--~----~~--~-~-~-~-~---~~-~~~-~---~~-----~~-~
~---~-~-~~-~-~--~~-~~~~------~-~~~-~~-~----~-~-~~~~--~~~~-~~---~----~-~~--~~
~~------~--~--~~--~-~~~~~-~~-~~--~~~~~~-~~-~-~~~-~----~~---~~-~~~-~~--------
-~~~~~--~----~~~~--~~~---~-~~~~~~-~------~-~-----~~~~~-~-~-~--~~~--~~----~-~
~~-~---~~-~-~-----~~~-~--~~~~--~--~-~-~~~-~~~~~----~-~-~~~-~----~-~-~~-~-~--
-~~~-~-~~~---~--~~----~~~-~~~---~~--------~~~-~-~~-~-~-~~-~-~--~~~-~~--~--~~
-~~-~-~---------~--~-~~~-~---~~~~~~~-~~~--~--~~--~-~~--~~~-----~~-~~-~-~~-~~
~-----~~~~----~~~-~~--~----~-~--~----~----~-~~~~-~~~~-~--~~--~~--~~-~~~~~~-~
~--~~-~~-~-~~-~~~-~-~~---~~--~-~----~~~-~~-~-~-~-~~~-~--~~~--------~~--~~-~-
--~~-~-~~~-~~-~~---~-~---~-~~-~~--~-~-~~~~-~--~~-~---~-~-~~-~-~-~--~--~~-~--
~~-~~-~-~--~-~--~-~---~~~-~---~~~~-------~~~~~--~~~-~--~~~-~-~-~~~~-~--~----
--~~~-~-~~-~-~~~-~----~~----~~~~~~~-~~--~--~~~--~~~-~~---~-~~----~~--~----~-
--~~--~~---~---~-~~--~---~~~~~-~-~-~~-~------~--~~~~~~~~~~----~~~~--~--~~--~
--~-~~~-~-~~~--~~------~-~-~~~--~~--~--~~-~~~~~~~~-~~-~~~---~-~~~----~------
--~--~~-~~~--~~~----~~~-~~--~~-~~~~~-~~~~-~~-~~~-~-~--~---~------~~~-~------
-~~~~~~---~-~~~-~-~-~---~~-~~--~~--~--~-~--~~~-~---~~-~-~-~-~--~~-~-~---~~--
---~-~-~~~----~~~--~-----~-~~----~~~-~~~--~~~~~~---~~~~--~----~--~-~-~~~-~~~
~~~~~~~----~-~~-~--~-~-~-~~----~~----~---~~~~-~~~---~~---~~~~-~--~-~-~-~-~--
~~~-~~--~~~-~~~-~-~-~~~-----~-~-----~~~----~-~-~~~~~-~~--~~~----~-~~~-----~-
~-~~~----~-~~~-~--~-~--~~~~~-----~~--~~~~~-~-~~--~~----~----~~----~-~~~~--~~
~~~-~-~-~~~~-~~--~~--~-~--~~-~~--~~-~-~~~---~~---~~~--~-~---~-~--~~----~~---
-~--~--~~~~~~~~---~--~-~-----~-~-~-~~--~-~~-~~--~~~--~~-~--~-~~~-~-~--~~-~--
-~~--~-~~~-~-------~~~~~~-----~--~~-~------~--~-~-~~---~-~-~~~~~~-~~~-~-~~~~
~-~~~--~~-~--~---~--~-~-~---~~--~~-~-~~-~--~---~~--~~~~--~~----~~~~-~~~---~~
~~-~~~~~~-~-----~~~--~--~~~--~-~~-~~~-~~~-~---~--~-~~~--~---~-~-~~---~---~--
~----~-~~~----~~~-~-~~~~~--~~~~--~-~~-~~~--~----~~~---~~-~~~~---~~~---~-----
~-~~-~--~-~~-~~---~----~~--~-~-~~--~~--~-~~-~~~---~~~~~-----~~~--~~-~---~~~-
~~~---~~-~~---~-~~~~-~-~~~~-~--------~~-~----~--~-~-~-~-~~~~----~~~----~~~~~
~-~~~~--~---~----~~~-~----~-~-~~----~~---~~--~--~~~~-~--~--~~-~---~-~~~~~~~~
0036名無しさん@お腹いっぱい。2019/12/18(水) 07:13:23.35ID:DzezbZHn
-~~~~-~-~~--~~----~--~~~--~~~~~~~-~-------~-----~~~~--~~------~~~-~-~-~-~~~~
--~--~~~-~~~---~-----~~-~-~~--~-~-~~---~~-~~--~-~~~-~~~~-~-~----~-~~-~~--~~-
-~~~~--~-~-~~--~~~~~---~--~~--~~--~-~-~~~--~-~--~-~~~~-----~~-----~-~-~-~~-~
-~~---~--~-~~~~~-~----~-~-~-~~~~~~-~~-~--~~~~~~-~---~------~~-~--~~---~-~-~-
~-~~--~-~~---~---~~~--~-~-~~-~~~-~~~~-----~~--~~---~-~--~~~-~~~-~~--~---~~--
-~----~-~--~-~--~--~~-~~~~-~----~~-~~-~~~--~~~----~-~--~--~~-~-~~--~~-~~-~~~
~~~~~--~~-~-~-----~~-~~--~--~~~-~~-~~-~~~----~--~~-~----~~~-~-~~~--~-~-~----
-~~-~---~~-----~-~~~-~~-~--~~~~-~~------~~~-~~-~-~--~--~~~~~--~-~~---~-~~-~-
---~~~-~~~~----~~-~~-~~---~--~-~~-~---~--~--~~--~--~~~~~~~-~~-~-~---~~-~~---
--~---~~~--~~--~~-~~~-~-~---~~-~~-~-~~-~-~~---~-~~--~-~-~~---~-~-~~-~----~~~
--~--~-~-~~~--~~~~-~--~-~----~~~~~-~-~~---~~~-~--~~----~--~~~~-~~~-~---~~---
---~~---~-~~-~---~--~~-~~~~-~~~--~--~---~---~~-~--~~~~-~~-----~~~-~~~~~--~~-
-~-~~--~-~~-~~~~~---~~~---~-----~--~~~-~--~~--~--~-~~--~-~~~---~-~-~~~--~-~~
-~-~--~-~---~-~-~-~~--~---~~-~---~~-~--~-~~-~~~~~-~-~~~~---~-~----~-~~--~~~~
-~~~-~~~~~-~~~~~-~-~--~-~-~-~-----~----~~~~---~-~~-~~~-~~-----~--~~~~-----~-
~~~~-~~~~-~~-~~--~-~~-~-~--~~-~--~~---~-~~-~~-~-~--~~--~-~~~-----~~-~-------
--~~-~~-~-~-~~~-~~--~~~--~-~~~-~------~~~-~-~~-~~--~-~~~----~~~--~~~~-------
--~-~~-~~~-------~~~~-~-~--~--~~~-------~~~~--~--~-~~~~--~~~-~----~~-~~~-~~~
-~~-~--~-~~~~-~~~~------~-~~~-----~~--~~-~~-~~---~-~-~--~~~~~-~~~--~~---~---
-~~~-----~~~-~--~---~~--~--~~~-~----~~~-~--~~~~~--~--~-----~~~--~-~~~~--~~~~
--~~--~~-~~~-~~---~~-~--------~~~~--~~~~-~---~~--~~~~--~-~-~-~-~~~-~~~---~--
~~~-~--~---~~~-~-~~---~~-~~---~--~-~-~-~~--~-~~~--~~~~~--~-~~-~~------~-~-~-
-~~~-~-~--~-----~--~----~--~-~--~~~~~~---~~~-~~~~~~-~~-------~-~~-~~~-~-~-~~
-~~--~~-~~-~-~~--~---~----~~~----~~~~~--~~---~-~~---~~~~-----~~-~--~-~~~-~~~
~-~~----~~-~~~~--~-~~--~~--~---~~~-~~-~-~---~--~~--~-~~~-~-~-~~--~~---~~--~-
-~~~~---~-----~~~~--~~~~~-~-~--~~~--~---~---~--~-~~-~~~-~~-~~-~-~----~--~-~~
~~~--~----~-~-~~~~---~~~~--~----~--~-~-~--~----~~~~-~~-~----~~~-~-~~-~-~~-~~
~~-~~--~~-~-~~-~--~~~~~---~~-~~-~-~--~~------~-~~~~--~~~~-~~--~--~--~---~---
~~-~~---~--~~-~---~~~------~--~-~-----~~---~~--~~--~~~~-~--~-~~~-~~-~~~-~~~~
~--~----~~--~~--~--~--~-~--~~~--~~--~~-----~-~~-~-~~~-~~----~-~~~--~~-~~~~~~
--~-~~-~~--~~~~---~-~~----~~----~~~--~--~-~----~~~~-~-~~~~~-~--~~~-~--~-~--~
-~-~~---~-~--~~-~-~-~-~--~--~~--~~~~~----~~--~~--~-~~-~~--~-~~~~--~~-~-~~---
~-~~--~----~--~~~~~~~-~~---~--~~~--~~~-~~-~----~~-~~--~-~----~----~--~-~~~~~
-~~-~--~~~----~----~~-~~-~-~--~~~-~-~~~---~~~-~---~-~----~---~~-~~~~--~-~~~~
-~-~~-~~-~-~-~-~~-~~------~~~~--~--~~--~~~----~--~-~~-~~-~-----~~~~~---~-~~~
~-~----~~---~~---~~~-~~-~~~~~~~-~~~--~~-~-~~--~~---~~~~-~~-~---~------~-~---
-~~---------~~~--~--~~~-~----~-~--~-~-~~-~~~--~~~~--~-~-~~--~~-~~--~~~-~~~-~
~~-~~--~-~~--~~---~-~-~-~~-~~~---~~~-~~-~----~-~---~~~~-~~~~~-~-----~--~-~--
~~-~-~~~~~-~-~-~---~~~-~-~~-~-~-~-~----~-~~-~-~~--~~~~~~---~-~----~-~-----~-
----~~---~~-~---~~~~~-~~-~~~-~~-~--~~~----~----~-~~~~-~-~-~-~~--~~----~--~~~
--~-~---~~--~-~~--~-~--~~~~~-~-~~~~~--------~~~~~--~---~-~-~~-~~~~-~-~-~-~--
~~~-~-~~~~-----~~~--~---~--~~~-~~--~~~-~-~~~~-~~----~~-~~~-~----~~--~--~----
-~---~~~~~-~~~-~----~~--~---~-~-~~~---~--~~--~~-~---~-~-~~~~~~---~~--~~~-~--
~--~~~~~------~~~~~-~--~--~-~----~-~-~-~~--~-~~~--~-~~~--~~~~----~--~-~--~~~
~-----~---~-~-~~~~~~~~~--~-~~~--~-~-~~~-~---~~~~--~-~~~-----~---~~--~-~~~---
~~~-~-~-~~--~-~-~------~~--~-~~-~---~~-~~-~---~~~-~-~~~---~~~--~--~--~-~~~-~
---~~~~~---~--~--~~-~--~--~-~~~~-~-~~~~~-~-~~~-~-~-~~-~---~-----~-~~--~-~~--
~-~~~-~~-~-----~--~--~-~-~~~~-~~~--~~-~-----~----~~--~--~~~-~---~~--~~~~~-~~
-~~---~~----~~~-~-~~~-~~----~~~-~-~---~~~~---~--~~~~~-~-~~--~~------~~~---~~
-~~-~~~-~~-~----~-~-----~~-~-~~--~~-~-~-~-~~-----~------~~~~-~~~--~~~-~-~~~~
0037名無しさん@お腹いっぱい。2020/01/01(水) 07:06:04.52ID:j9lE3Q4U
~~-~~----~--~---~~-~--~-~~~-~~~-~--~-----~~-~~~--~~~~~~-~-~~----~~~~----~-~-
-~-----~--~--~--~~-~~~~~-~~--~-~-~-~~--~~~-~-~---~~~~~-~~-~~~-~-~-~--~~-----
~--~~~---~-~~--~--~-~-~---~-~~-~---~-~~---~---~--~-~~~~~-~-~~~~--~-~~~--~-~~
~--~-~--~---~--~----~-~-~-~~--~~--~~~-~~~-----~--~~~-~~-~--~~---~~~~~~~-~-~~
-~----~~----~~--~~~--~~---~~--~-~~-----~-~-~-~~~----~~~----~~-~~~~~~~~~-~~-~
-~--~~~--~~-~~~--~~-----~-~~-~--~~~~----~~-~-~-~------~~-~~~~-~~~-~---~-~~-~
~~~-~~---~--~~------~-~-~-~~~--~-~----~~-~-~~~~-~~-~---~~~-~-~----~-~-~~-~~~
-~~-~~----~~~--~---~----~------~~~~~-~~~~~~~~~-~~~~~--~--~~-~~-~~--~~-------
~-----~--~~-~-~~~--~-~--~---~-~---~-~~-~-~~~---~~~-~--~-~~---~~~-~~-~--~~~~~
~~~---~--~-~~~---~-~~~--~---~~~---~~-~-~-~-~--~~~~~~-~-~--~-----~-~~---~~~~-
-~-~~--~--~~~------~~---~~~--~~~--~-~~~--~~-~-----~~~~--~~-~~-~~-~---~~~~~--
----~-~~~~-~~~~~~-~~-----~-~----~--~~---~--~-~-~--~-~-~~--~~--~-~--~~~~-~~~~
~~~--~~-~---~~--~~~~-~------~----~~~~~--~-~~~---~~~---~~---~~~~~~~~~---~----
~-~-~~-~~~----~--~--~-~~~-~~~~---~~~--~--~--~~~~~---~-~-~-~~~-~~~--~---~----
~~--~~-~~~~---~-~~-~-~-~~~~--~--~--~~~-~~~-~~---~-~~--~--~~-~-~--~----~~----
~~~-~-~-~-~~-~-~---~~~-~~--~--~~~-~--~-~~-~---~--~-~--~~~~----~-~~----~~--~~
~---~-~--~~~-~~~---~--~~~~-~~-----~-~~-~-~~~-~~~--~-~~~-~~--~-~~-~--~---~---
---~--~~~~-~----~~--~~------~-~~-~~-~~~-~~~-~-~-~~--~~-~~~--~-~~--~-~--~--~~
~~~--~-~~--~--~--~~---~---~--~~~--~~~----~----~~~-~-~~~~~---~--~--~-~~~-~~~~
-~-~~-~-~--~~-~---~~---~-~-~--~~--~-~----~~~~~~-------~--~~--~~~--~~-~~~~~~~
-~-~~~~~-~~-~-~-~-~-----~~-~-~~~-~~--~--~~-~~~~~-~--~-~-~~-~--~--~--~-~-----
-~~-~-~~~---~-~--~-~-~-~---------~~~-~~~~----~-~~--~~~~~~-~~-~~-~~-~~-~--~--
--~-~--~-~-~-~---~-~-~----~~--~~~-~~~--~---~~-~-~-~~~~~--~---~~~-~--~~-~~-~~
--~~-~-~~~---~~~---~~-~~~-~~-~~~~-~-~-~-~-~---~-~-~~---~-----~-~~--~~-~-~-~-
-~--~-~~-~~-~~--~-~-~--~-~~--~~~~-~-----~~~~----~~-~-~~~-~~~-~--~-~~--~--~--
~-~-----~-~-----~~-~~----~-~--~~~-~-----~~--~~~~--~~--~~~~~~-~~~~--~-~-~~-~~
~~~---~-~-~~--~~----~--~~---~--~~-~~--~-----~--~-~~~~-~-~~~--~~--~-~~~~-~~-~
--~-~--~--~~~--~-~-~-~~~----~--~-~-~~--~~~-~~---~~~-----~~~-~~~--~~-~~-~--~~
-~-~-~~---~-~~----~~-~-~--~~~-~~-~~~~~~--~~-~~---~~-~----~~--~---~-~~--~~~--
~--~~~-~-~--~~--~~~~----~-~~~~-~~-~--~--~------~~~----~~~-~-~--~~---~~--~~~~
~~------~~~-~--~~-~-~-~---~-~--~~~~-~---~---~~~---~--~-~~~--~~~~~~--~~~~--~-
~--~~~---~~-~~-~-~--~-~~~---~-~~--~~-~~--~~~-~------~~--~~--~-~~-~~---~~--~~
-~~~~--~--~-~~~-~~-~-~~--~--~~-~-~~-~---~~~-~---~----~-~-~--~~-~-~-~~--~~--~
~----~~~~~-~-~~~~~---~~~~--~---~~~~~~~~-----~~-~--~--~-~~-~-------~~~--~~---
---~~~~~---~--~--~~---~~---~-~~-~~-~~---~~~~~~~~----~-~~~~-~--~--~----~-~~~-
-~~--~~~~~~----~-~~~~~~--~----~~~~~---~~---~---~-~~~~-~-~-~~~~------~~-~----
~-~--~-~-~~~~-~~~-~-----~~~~-~-~-~-~--~~--~~~-~~--~-~--~-~--~-~--~~~-~---~--
-~~~-~~-~-~~------~-~-~~~--~-~~~~~-~~---~--~~~~~-~~~--~~-~--~----~--~---~-~-
~---~~~---~-~~~~-~-~---~~--~---~~-~---~~-~~-----~~~~-~~~----~~~~~-~-~-~~---~
~~-~--~-~-~~-~---~---~--~--~---~--~-~~~-~-~~--~~-~~~~~-~-~~-----~-~~~~-~--~~
--~~~~~~-~--~~---~--~~------~~~~~-~--~~~--~~~--~-~~~~--~---~---~---~~~---~~~
----~~-~-~-~-~~~-~~~-~-~~~~~~~-~---~~~~~--~--~---~--~~-~-----~~~~~-~---~----
----~~-~-~--~~--~---~~~--~~-~~-~-~~-~~~~~-----~--~~~--~~-~--~~----~-~-~~~~-~
-----~~-~~~-~~---~--~~-~---~-----~---~~-~-~~--~~~-~~~-~-~-~--~~--~~-~-~~~~~~
~~~~-~~-~--~---~~-~~----~-~~-~~---~~~-~~~~~-~~-~-~--~-~-~~---~~----~-~-~----
-~-~~-~-~~-------~---~~--~~---~~~-~--~~~---~--~~---~~~~~-~~--~~~~~~---~~-~-~
-~~-~---~-~-~--~~~~-~----~--~~~--~-~~-~-~--~--~~---~-~~~~----~-~~~~~~--~~--~
-~~~~-~----~~~~~---~~~~--~~~-~~---~~~---~-----~~--~--~~-~-----~-~--~~~~--~~~
~~~~~---~~---~-~~~~~-~~---~-~~----~----~~~~~~----~~~---~---~-~~--~-~----~~~~
~-~~~~-~~~-~~~--~-~~~---~-~----~~--~~---~~-~~-~--~~~--~----~-~-~---~~--~-~~-
0038名無しさん@お腹いっぱい。2020/01/15(水) 07:09:30.14ID:f1lXzNPZ
-~~-~~-~--~~~----~-~~~--~~---~~~-~~-~--~~-~~--~~~---~-~-~~----~-~--~~~~-~---
-~-~-~---~---~--~~--~-~-~--~~~-~~~~~~~-~~--~-~-~--~~--~-~--~~-~-~-~---~--~~~
-~~~-~~-----~~~-----~--~~-~~--~-~-~----~--~-~--~~~~-~~~~----~~---~--~~~~~~~~
-~~~----~----~-~~~-------~--~-~~~~-~-~~--~-~-----~~-~-~~-~~~~--~~~-~-~-~~~~~
-~--~-~~--~~-~---~----~----~~-~~~~~~~~-------~-~-~~~~~~~~-~~----~~--~--~-~~~
~~~~----~--~~~~~~----~-~~--~-~--~~~--~~~~~-~~~~-~-----~--~~~-~-~-~---~-~----
---~~-~~-~----~-~---~~--~-~~-~~~~-~---~-~~~~~~--~~----~~~~~---~-~~-----~-~~~
~~~-~~~~~~~~--~~-~--------~~--~~~~---~~~-----~~--~~--~~~~--~~~----~---~~~---
---~~~--~-~--~--~-~---~-~~~--~-~~-~-~-----~~~----~~~~---~~-~--~---~~~~~~~~~~
~-~----~---~~-~~~--~~---~~---~-~~~~-~~-~-~--~~~~~~-~-~~--~~---~--~~---~-~-~-
-~---~-~-------~-~~-~--~-~~~~~~-~~--~~-~-~-~---~---~~~~-~-~-~~~----~~-~~~-~~
~-~--~-~-~~~~-~-~~~~~-~-~~------~--~-~~-~---~~-~-~--~~~~-~~~~-~--~~---~-----
-~----~-~--~~---~~~~~--~---~-~~~-~~~~~~~--~~-~-~~~~---~-~-~~--~---~--~~---~-
~~~-~--~~-~~~--~~~~----~~~-~~-~~~-~---~--~--~~~--~--~~-~-------~~~~--~---~~-
-~~--------~---~-~~~-~~----~~--~--~~~---~-~-~--~~-~--~-~~~~~~~~~----~-~~~~~~
~~~~--~~~~~---~~----~~-~~~--~---~--~~--~-~~-~-~~----~~~~---~~~~-~-~~---~----
-~~~-~---~--~~~--~~-~~-~~-------~~--~--~~-~~-~~-~-~--~----~~~~~~-~--~-~~-~~-
~~--~~~~~----~--~-~~~--~~~-~~~--~----------~-~~---~~~--~~~-~~-~-~-~-~---~~~~
-~-~--~~~~~~-~------~~-~~----~---~~--~~~~~----~-~~-~~--~~-~~~-~~~~---~~~----
~-~~~--~-~~-~-~---~--~------~~~-----~~~--~~~--~-~~~~-~-~----~~~--~~~~-~~--~~
~~--~~~-~--~-~--~-~--~~-~~-~-~-----~~--~~~~~~~-~~--~-~-~-~~--~-----~~-~~---~
-~--~~~~-~~---~---~~~~~---~--~~~~-~----~---~~---~~~--~-~--~~---~~~-~-~-~-~~~
----~-~--~--~~~~~--~~~~---~~~-~----~-~~-~~--~~~~~---~~-~-~~----~--~~-~~-~-~-
~-~~~~~~~---~-~-~-~~--~~-~----~~~----~~-~-~--~---~~-~-~---~--~~-~~--~~~---~~
---~~----~---~~~~-~~~-~~~~~~-~~-~~---~-------~--~~~~~-~~-~~-~--~----~~~--~~-
~~---~~~~~---~~-~~-~~-~--~-~--------~-~~---~-~~~~-~~-~-~~-~~-~-~~~--~---~~--
--~~~~~~-~~-~---~----~~-~---~~~~---~----~--~~~~~--~--~--~~~~~~~---~~-~--~~--
~---~~-~-~~~-~~~-~~----~~~~~~----~~~-~---~--~~-~~-~~---~~~~----~------~-~-~~
-~~~~-~~~~---~~~-~--~-~--~~~~-~~~~-------~~---~--~~~-~-~--~--~-~-~-~--~~--~-
------~~~-~----~--~~~~-~-~~---~~-~~--~-~---~~~~~~~~~~~~--~~-----~-~~~-~-~---
~~-~-~~~--~~~-~~~--~-~---~---~----~~~~~-~~--~~-~--~~--~--~~-~---~~~~--~--~--
~-~~~~~~~--~~--~----~~--~~--~-~~--~-~~~-~~-~---~~~~----~~-~---~~--~~~----~--
--~-~-~-~~----~~~---~~~~~--~-~-~-~--~--~~-~~-~~~----~-~-~~~~~---~~~-~-~~----
-~~~~-~-~--~~-~-~-~-~---~~~~~~~~-~----~~--~~~-~-~--~~~~-----~~-~--~~-~------
~-~-~--~----~~~-~~--~-~~~-~-~~~~~~~------~~-~-----~~~~~---~~--~~~-~~-----~-~
--~---~--~~-~-~~~-~~~~--~--~--~-~-~~~~--------~-~-~~~-~~~~-~~--~---~~--~-~~~
~-~-~--~~---~~~-----~--~~~~-~---~~~~~-~~~-~----~-------~-~--~~~--~~-~~-~~~~~
~-~~--~~--~-~----~~~-~---~-~---~~----~~~~-~-~-~~~~--~~~~~-~~~~~--~--~----~--
~~--~---~-~~~~~~~--~-~-~~~~--~~-~~-~~--~-~~~-~~~--~~---~---~----~---~-~--~--
~~-~~-~-~---~~-~----~~-~~~--~--------~~---~~~~-~~-~~-~~~~~~----~~~~~--~-~---
~---~-~-~---~-~~--~-~-~~--~---~-~-~--~---~~--~~-~~-~-~---~~-~-~~~-~~-~~~~-~~
~~~----~-~~-~-~--~-~~----~~~------~-~~~--~~---~-~~--~~~-~~~-~-~--~-~~---~~~~
-~--~~~~~~~-----~~--~~--~~~-~-~-~~~~----~~~-~~----~--~~--~---~~-~-~~~-----~~
---~~--~~--~~------~---~-~~~~~-~~---~~-~~~--~-~~--~-~-~~~~~-~-~~-~--~~-~-~--
--~-~~~-~~~~-~-----------~~~~--~~~~-~---~--~~-~--~~~---~--~~~--~~---~~~-~~~~
~~---~~-~~~--~-~~-~~-~-~~----~---~----~~--~-~-~~--~--~-~-~--~~-~~~-~~-~~--~~
-~-~~-----~~-~-~~~-~~~~~-~~-~~~-~~-~~--~--~~~---~-~~---~~-~-~-~--~----~--~--
~-~--~------~-~-~~-~~~-~---~~-~-~~~~-~~--~-----~--~-~~~~~--~-~~~~~-~~~---~--
-~~--~----~~~~--~-~~---~--~----~~~-~~~~----~~-~--~--~~--~~~~-~~~~---~-~--~~~
~~-~--~--~~-~--~-~-~--~~----~-~~-~~--~-~~-~-----~~~~~~~~~~----~~~--~~--~-~--
0039名無しさん@お腹いっぱい。2020/01/29(水) 07:17:02.49ID:kEn2Yxq2
--~-~~---~-~~~~-----~-~----~-~-~-~~~-~~-~--~~~--~-~--~-~-~~-~--~~--~~~~--~~~
~---~~-~~-~-~-~~--~~------~~~---~~--~~-~~~-~-----~~~~-~~--~~~~~-~-----~~-~-~
~~--~-~-~-~-~~~-~--~---~-~~-~--~~~---~~~-~~----~~-~~~~~~~~~-----~~----~-~---
~~~~---~-~--~~~-~~-~-~~~~-~--~-~~-~----~--~--~-~~~----~---~~--~~~~-~~---~-~-
~-~~~--~---~~~-~~-~------~----~~~~~--~~-~~~~-~~~--~-~~-~-~~-~~---~~~---~----
~-------~~-~~-~~---~---~~~~--~~--~-~~~--~-~~~-~~------~-~-~-~~~~-~-~-~-~-~~~
~-~~~-~-~-~-~-~------~~~~--~~~~~~~~~-------~-~--~--~~----~~~~-~-~-~-~-~-~-~-
~~-~~~--~-~--~~~-~~----~~---~----~~~~~--~~---~~~-~--~----~~~-~-~-~-~-~-~--~~
-~-~--~~~~-~~~~-~~~~---~~-~~---~-~~~~---~~~~~~-----~---~---~---~--~----~~~-~
--------~~~~~-~~-~--~---~~~-~~~~--~~~~~~--~~-~--~~-~---~----~~~~~--~--~-~~--
~~~-~~~------~~--~----~---~~~-~--~--~-~~~~----~~~-~-~--~-----~~-~~~-~~~~-~~~
~~--~~~-~~~--~-~~--~---~--~~---~-~--~~--~~~-~--~-~--~-~~--~~~-~-~---~--~-~~~
~~~-~-~~--~~~-~~---~~---~~----~---~~~--~~~~~-~~~--~-~----~-~~-~-~~-~---~~---
~--~---~~--~-~-~--~~-~~~~~--~--~~-~---~-~--------~~~~~--~-~~~--~--~~~-~~-~~~
~~---~~--~-~---~~~~~~---~~~--~-------~-~-~-~~-~-~--~~~~~~-~~-~~~--~--~-~--~-
~~~~-~~--~--~~-~~~~--~~~~---------~~-------~~--~~~-~~~~-~~-~~---~---~--~-~~~
~-~~-~~--~~~~~--~~~~-~~---~~----~~--~---~~~-~~--~~--~~~----~~~-~------~-~-~-
-----~-~~--~---~--~~--~~-~-~----~-~~~-~-~-~-~~~~~~~~~---~-~--~~----~-~~~-~~~
--~--~~-~~-~~--~-~------~~-~--~-~~~~~~~-----~--~~~-~-~-~~--~~~~~~--~----~-~~
-~~---~-~-~~----~~--~~---~~~---~-~~~-~~-~-~-~-~-~~~~--~~-~-~~---~~~---~~-~--
~~-~~~----------~~~~--~-~-~-~--~---~-~~~-~-~~-~-~~~-~----~---~-~-~~-~~~~-~~~
~---~~--~---~-~~-~-~~~---~-~-~~-~-~~~-~~--~~---~--~-----~-~~--~--~-~~~~~~~~-
~--~--~-~~~~---~-~--~~~~~~---~~--~-~~~~--~-~-----~~~~~--~---~~--~~--~--~-~-~
----~-----~~~~--~-~-~--~~~-~~~~-~~-~~~~------~~--~--~~~~~-~-~~~--~-~-~--~-~-
~~~-~--~----~-~-------~~--~~~~~-~------~~--~--~-~~~--~-~-~-~~-~~-~~~~~~~--~~
-~--~-~~~~~~--~--~-~-~~-----~~---~~~~--~-~--~~~--~~---~--~-~~---~~~~~--~~~--
-~~-~----~--~--~~~~~~--~~-~------~~-~~-~~~~--~---~-~~-~--~~~---~~~---~~~-~-~
-~-~-~--~--~~----~~~~~-~--~-~~~~~---~~~-~-~-~~---~-~~-~---~-~-~~--~~---~~--~
--~-~---~~~--~~-~--~---~---~--~~~~~~~~~--~--~--~~~~~-~~------~~~~-~~---~--~~
~-~-~~~~-~-----~----~~~~-~-~~--~-~~~~-~----~~--~~~-----~--~-~~-~~~---~~-~-~~
--~-~--~~~~~---~----~-~~~-~--~-~-~----~-~~~~~~----~~~-~--~--~~~~~~-~~---~--~
~-~~~~--~-----~--~~----~~--~--~~-~~~~~-~~--~---~-~-~-~-~~~~-----~-~~~~-~~~--
~-~-~~-~---~~---~---~~-~~--~~~-~---~~~~~~-~-~-~---~~~-~---~--~-~-~~~-~~~----
~-~~---~-~~~-~----~---~-~-~~-~~~~~----~--~~-~~~~-~~~~-~-~~-----~-~~-~~---~--
~--~--~~~~-~~-------~~~-~-~~-~-~~-~-~~-~~-~-~~~--~-~~-~~~--~~---~~~~--------
~-~-~~~--~~-~-~---~~~-~~~~-~---~~--~-~-~-~~--~-~~~~-~~~~----~--~~---~-----~-
~~--~~~~--~-~~~~-~--~--~---~-~-~~~---~-~---~-~~-~~--~-~---~~--~--~~~~-~---~~
-~-~~-~-~~~~~--~--~~~~~~---~--~------~~---~~---~~~~~~~~~-~-~--~--~--~~-~----
~-~~~~~-----~~~-~~--~~---~--~-~-~----~~~~------~~~~~--~-~~-~~~~-~----~-~~-~-
--~-~~-~-~--~---~~~-~~~-~--~~-~~~~~~-~--~~--~-~~~---~~----~~~~----~---~--~-~
~----~-~-~-~-~-~-~-~~~----~-~~-~-~-~~-~~~--~-~-~-~~--~---~~-~-~--~--~--~~~~~
--~-~-~--~~--~~--~~---~--~~~-~----~~-~-~~~-~--~-~-~---~~-~~-~-~-~~-~-~-~~-~~
~~~~~~~-~-~~-~----~~~--~~~-~~-~-~---~--~~~-~--------~~~~-~-~~-~---~~-----~~-
-~-~~-~-~-~-~~~-~~-~----~-~-----~~--~-~~--~-~--~~--~~~-~----~-~-~~~~--~~-~~~
~-~~--~-~~--~--~---~--~~-~~~~-~--~-~-~-~~----~-~-~~~-~--~-~-~--~~-~--~~-~~~-
-~-~~-~~--~-~~~~~~~--~---~----~--~~-~-~~~-~~-~-~~--~~--~~~--~~----~-~-~---~-
-~---~-------~---~~~~~~~~--~~~~~-~----~~~-~~~--~-~~~~~~-~~-~----~~--~-~~----
----~~-~--~~---~~-~-~-~-~~-~~~~-~--~-~~---~-~~-~~~~--~--~~-~-~~-~~-~-~-~----
-~~~--~---~~--~~~~~~~---~~---~~---~~~~--~-~--~~~---~~~--~-~~~--~-~~~-----~--
~~-~-~-~~~~~~-~--~--~~-~-~-~----~---~-~~~--~-~~-~---~~~-~-----~-~~~--~--~~~-
0040名無しさん@お腹いっぱい。2020/02/12(水) 07:08:54.84ID:ipd+zJMZ
~~~~-~----~~-~---~~--~~-----~~-~---~~-~~--~-~~~---~~-~---~~-~~~~~---~~~-~--~
~--~-~--~~~~-~~-~~~-~~~~~---~~-~------~-~---~~~~--~~----~---~-~~--~-~--~~-~~
---~~~~~~---~--~~-~-~~~-~-~~~-----~-~~-~-----~-~-~--~-~~~-~~~~--~~--~~---~-~
~~-~-~--------~~~--~--~-~-~--~~~~---~~~~-~~~~~-----~-~~~--~~--~-~~-~~~----~~
~-~~~~~~-~~----~-~--~~-~-----~~---~~~~~-~~-~---~~~---~~---~---~~----~~~-~-~~
-~---~~---~-~~~-~-~~-----~~-~--~---~~~~~--~-----~-~-~~-~~-~-~~-~~--~-~~~~~-~
~~---~---~-~-~-~~~----~-~-~~--~-~~~-~~-~--~---~~~-~~-~-~~~~~~-~-~~---~--~---
~--~-~~-~~~~-~~-~-~~~~-~~~-----~-----~------~--~~-~-~~~--~-~-~~~-~---~-~~~-~
~~~-~~~~~~---~-~~~--~~--~~~~~--~~-~~------~~-~--~----~~--~~~-~--~-~~---~----
~-~-~~~~----~~~~~--~---~~-~-~----~~~~~~~~------~~~-~~-------~-~-~~~--~~--~-~
-~~---~~~-~~--~--~~-~--~-----~~~~-~~~~~~~---~~~------~-~----~~-~~----~-~~~~~
--~-~--~~~-~--~~~~-~~~-~--~--~-~-~~~~~-~-~~~~~~~~--~-------~--~-~~--~------~
-~-~~-~-~---~~-~~--~~------~-~~~~~~~~~----~~~~-~-~~--~--~--~--~-~~---~~-~~--
---~-~~~~--~-~-~----~-~~~-~~--~~~~--~-~---~-~~--~-~---~--~--~~~-~---~~~-~~~~
-~~~~~~~-~--~---~-~--~~~-~-~~-~~-~-----~-~~~--~~----~---~~~-~--~-~-~~-~---~~
~~---~-~-~-~---~-~~~~~----~~~~---~---~~--~~~~~~~~-~--~~~~--~-~-~--~~~-------
--~~-~-~-~~~--~--~---~~~~~--~~-~~-~~-~-~---~~---~-~-~~~-~--~~-~-~-~~-~~-----
---~----~--~~-~-~~~~~~----~~~~--~~~~~~--~-~-~~~~~~----~~-~--~~~---~--~-----~
-~-~-~~~~---~~-~-~~-~--~~~~~~~-~--~--~---~~~-~-~-~~------~-~--~-~-~~~~----~-
~~---~----~-~~-~~--~--~---~--~~------~~~--~~~---~~~--~~-~~~-~~-~~~-~---~~~~~
~~-~~--~--~--~~--~-~-----~-~---~---~----~-~~~~--~~~-~-~~~-~-~~~-~-~~-~~--~~~
--~~----~--~~--~------~~-~--~~~--~-~-~~-~-~--~-~~-~---~-~-~-~~~~~~--~-~~~~~~
---~~--~-~------~~-~~~-~~~-~--~~~~--~----~~~~-~~~~----~-~----~~~-~~-~~--~-~~
-~~--~~~-~~~~~-~~~--~-~----~~-~~~---~-~--~~----~--------~~~~--~~~--~~-~~~~--
~~--~-~-~~-~--~~~--~-~-~---~~~~--~~-~~-~~~--~-~--~~--~-~--~-~~---~~~~----~--
---~-~~~~~-~-~--~~-~--~-~--~~--~~-~-~~~--~-----~~~~~--~---~~----~~-~~~~-~--~
-~---~~~~----~~-~-~--~~~---~-~~~-~---~--~---~-~~-~~-----~~-~~~~-~-~~-~~-~~-~
~~~----~-~-~~~---~-~~---~~~~~-~~----~~~--~~---~-~~-~--~-~~-~~-~~-~-~----~-~-
--~---~-~--~~~-~--~--~~----~---~----~-~-~---~~~~--~~-~--~~~~~~--~~~~~-~~-~~~
--~-~-~-~~~~-~--~~~-~-~---~~---~~-~~~~~~--~~~--~----~---~---~~~-------~~~~~~
-~--~~----~~~-~~~~--~~~--~-~--~-~~~--~~---~-~~-~-~~-----~-~-~-~--~-~--~~~-~~
~-~~~-~-----~~~--~~-~~~--~~~---~~~~---~~~~---~-~-~--~~~-~--~--~-~~--~-~--~--
~---~~~--~-~~~-~~~-~-~~-~-~-----~-~~----~~~-~~~~----~-~---~-~~--~~~~~-~--~--
---~---~--~--~~~~--~-~--~--~-~--~-~-~~~---~----~~-~--~-~~~~~-~~--~~-~~-~~~~~
-~-~-----~~----~~--~~-~~~---~----~~-~-~--~~-~~~-~~~-~~--~-~-~--~-~~~~~---~~~
-~---~-~~--~~-~--~~-~-~~-~~--~-~~---~~--~~-~-~-~-~-~~-~---~~~~~~~~--~---~---
~~~~~~-~-~~-~~---~~~-~---~~---~---~---~--~-~-~-~-~~---~~-~-~-~-~~--~---~-~~~
~~--~-~---~~~~-~--~~~----~~-~~-~~~-~-~-~~-~-~-~----~--~--~~---~~-~--~~~~--~-
~--~~-~-~-~--~---~~~-~--~-~-~~~------~~~-~-~---~~~-~-~~-~~~--~--~~~~~---~--~
~~~~~--~~~~-~~-~-~-~-~----~---~----~----~~~---~~~~~~-~-~---~~~~~--~~----~~--
-~~-------~~--~~--~~~~-~~~~----~~~~-~-~~~--~~---~~~-~~--~--~~-~~-~----~-~-~-
~~~~~-----~~--~~~~--~-~---~----~-~~~-~-~---~--~~-~~-~----~~~--~-~~-~~~-~~~--
---~-~~-~-~~~---~~~~--~-~~~-~~--~~-~~-~------~~~~~------~---~-~--~~~-~~~-~-~
--~~~--------~-~~~-~-~---~~-~~-~-~----~-~~~-~~-~-~~----~-~-~~~~~~---~~-~~-~~
--~~-~~-~-~~--~~--~------~-~~--~-~~----~~-~~~~-~~-~~~--~~~~---~-~~-~-~-~-~--
-~~~~~--~~----~~~~---~----~~--~~-~~~---~~~-~---~-~~~-~-~~~~~~~~----~~-------
~---~~-~~-~-~~~~-~~~~~~-~---~~-~-~~-~~--~--~--~~~-----~----~~-~-----~~~-~-~-
~----~~~~~~-~~----------~-~~~~--~--~~~-~------~-~--~--~~-~~~~--~--~~~~~~~-~~
~--~~~~-~~-~--~~~~~----~~~~~~~~--~-~~-~-~~~~-----~--~--~-~~-~---~--~~-------
-~~---~~~-~---~~---~~~~~-~~~~----~~~-~~~--~---~~~-~~----~--~~~-~~----~~~----
0041名無しさん@お腹いっぱい。2020/02/26(水) 07:13:37.05ID:ifVHAbPl
--~-~~-~-~-~-~-~--~~--~~~----~----~-~~-~~---~~~-~~----~~~~~~~~-~-~~--~~--~--
~-~-~-~~~--~---~~~-~-~-~--~~--~-~-----~-~~--~-~-~~~--~~~----~---~-~~-~~~-~~~
~~---~~-~~~~-~~---~--~~~---~-~~---~-----~~~~~~~~~~--~~--~~---~----~--~~~---~
~-~-~~--~---~~~----~~-~---~~-~~-~~~~~~----~~~~----~-~~-~-~~~~--~--~----~-~~-
--~~-~~---~~-~-~-~-~~---~~-~-~~~~-~~-------~------~~~~~~~~-~--~--~-~-~~-~~-~
-~~----~~--~~~-~~~--~~-~----~-~~~-~~-~~~-~--~-~~-~~-~-~-~-~-~-~~~------~~---
-~-~~~~-~~---~-~~--~~--~~~~~-~~~~---~~--~~--~---~---~~~~~~-~~~--------~---~-
-~~~~~~~~~--~-~-~-~-~-~~-----~~~~~--~~~~-~~--~-~~-----~~--~--~-~---~~-~-----
~~~~~~~~-~--~~--~----~~~~~~~-~---~~-~-~~~-~~---~-~--~~~~~-----~---~-~-------
-~-~~~~-~--~-~--~-----~---~-~~~---~~~~~------~-~-~-~--~~~--~~~-~~~~~~~~~----
~~~--~-~-----~~~-~~--~~~~--~~--~-~~--~-~~------~--~-~-~-----~~--~~-~~~~~-~~~
~~--~~-~-~~--~~---~~~-~----~~~-~~-~~~-~-~~-~--~~~-~~~-~-~~-~-----~------~~--
---~--~-~~~~--~-~--~-~--~~-~~~-~~-~~~~-~~---~--~---~~~~--~~~~~--~~-----~-~--
~~-~~-~--~----~-~-~~-~---~~-~~~---~~~~--~-~~~~---~~-~~---~-~~~----~~---~-~~-
~~~~~--------~~~------~-~-~--~-~-~~----~--~~-~--~~~-~-~~~~---~-~-~~-~~~~~-~~
~~~-~-~~~~~~----~-----~~~--~-~~-~-~~---~~~--~---~-~-~~~~~--~-~-~~----~~~----
--~~-~~-~--~-~~~~~-~~-~---~~~-~-~--~~~--~~-~~~--------~~~~~~-~~-----~-~-~---
~~-~~-~-~-~------~~~-~~-~-~-~~---~~~-~~~-~----~~-~------~~~~--~---~~-~~~~--~
---~-~-~-~-~-~--~-~--~-~~-~~~---~~--~-~~~~~----~-~~~~~-~~---~-~-~~-~~--~---~
--~---~-~~-~--~-~~~-~---~~----~----~~-~---~-~~~-~----~--~~--~~~~~~~--~~~~~~~
~-~~~~~~~~~------~--~--~-~~~---~--~~~~-~-~----~-~~-~-~~~-~----~---~~~-~-~~--
---~-~~-~-~~~-~-~-------~~------~-~-~~~~--~-~~----~~-~~~~--~-~~~--~~-~~~~-~~
---~~~~---~~--~-~~-~-~-~-~--~-~~-~~~~----~~~~~--~-~~~--~~--~--~~--~-~~---~--
-~~~--~~~--~~~~--------~----~~~~--~~--~~~~----~~--~-~-~-~---~~~-~~-~--~~~~~-
~~~-~---~-~-~~~~~-~~~-----~-~-~~-~~---~-~~~---------~~--~~----~~-~~~~~---~~~
~--~-~-~~-~--~-~---~-~~-~~----~~~~--~~~~---~~-~~-~-~-~--~-~~--~----~--~~-~~~
--~~~~--~~~~~~~---~~--~-~~-~~~~-~~-~~-~~~-~------~~~-~------~-~--~--~~~-----
--~~~---~-----~-~-----~~-~-~-~-~~~~-~~~~~-~~~~-~-~--~~-~-~~-~----~~-~----~~~
~~~-----~~----~~-~~~~~~~-~~~-~~--~~-~~---~~--~~~--~---~~--~-~---~~--~~---~--
-~--~-~-~-~~-~-~-~--~~---~~~~~---~-~~~-~~~~~~----~~~~--~---~-~----~~~~-~----
--~~~~---~~-~-~-~~~-~----~--~~~---~--------~---~~-~~-~--~~~~-~~~~-~---~~~~~~
~~~-~~~-~-~~~---~~~~-~----~-~~~-~~~~-~-~------~--~---~~----~~-~~-~~~~--~----
~~~~--~~~--~-~---~~~~~--~--------~--~~---~-~-~-~-~-~--~~~~---~-~~~-~-~~~--~~
~~~-~--~~~-~-~-~~~~~-~~~-~-------~-~~~~~-~------~-~-~~~-----~--~~~-~-----~~~
--~~-~-~~---~~--~~~~~---~~~-~~~~~----~~---~~--~~~--~~-~-~~--~-~~~-~-~-------
----~--~-~----~-~--~-~-~~~----~--~~--~-~~~~--~~~~-~~~--~~~~~~----~~-~-~-~~-~
-~~~-~-~-~-~-~--~~~-~-~--~~~~-~--~-~~-~-~~-~---~~~-----~-~~~-~--~~--~~----~-
~~~~-~~~~~-~~-~~---~~---~--~-~-~~~~--~~-----~~~--------~~-~~-----~~~----~~~~
~~--~-~~~~-~--~~-~~------~--~~-----~-~~~-~~--~~~~-~~~--~---~-~~~~-~~-~---~--
~--~---~~~----~----~~-~--~--~---~~--~-~--~--~~---~~~~~--~~-~~~-~-~~~~~--~~~~
~---~~-~~--~~~-~~-~~-~-~--~-~-~~~-~~--~-~-~~--~--~~-----~-~~--~~---~-~~--~~-
~--~-~~-~-~~~~-----~---~--~-~~----~~-~~--~--~~~~-~---~--~~-~--~-~~~~-~-~~-~~
~---~-~~---~~~-~---~~~~~-~--~~-~--~---~-~-~-~~-~--~-~~-~-~--~~~-~-~~~~----~-
-----~--~~---~-~~-~~-~~~~-~-~~--~~-~--~--~-~-~~~~~--~-~-~---~~~--~~~--~--~-~
-~~--~-~-~~~--~---~--~~--~~-~-~-~-~~~~--~~-~----~~----~~-~~~-~~----~-~-~-~~~
-~-~--~-~~-~--~~-~~~~-~~~--~--~~~-~~---~~--~-~~~~~-~~--~~----~~------~-~--~-
~~~-~~~--~~--~------~~--~~----~-~~-~-~--~-~~-~--~-~-~~-~---~~-~~-~-~~--~-~~~
--~-~-~--~-~~~~~--~~-~~------~--~~~~-----~~-~~~-~~~~-~--~~~----~-~~~-~~--~--
-~~-~---~~--~~~-~~~~---~~-~--~-~~--~~~---~~~--~~~----~--~---~-~~--~-~~--~~-~
~-----~---~-~-~----~~-~~~-~-~~~~~~~~--~---~-~~-~~~~~~-~-~--~--~----~~-~---~~
0042名無しさん@お腹いっぱい。2022/05/08(日) 01:25:11.03ID:Z8yKw0dE
【2022年度~】長野県が学校給食で「減塩パン」を提供…子供の頃から薄味に慣れる。味や食感は変わるのか聞いた
https://www.fnn.jp/articles/CX/354992
レスを投稿する


ニューススポーツなんでも実況